भारत में कच्चे तेल की कीमत लगातार कम हो रही है। जानकारी के अनुसार कच्चे तेल की कीमत 5561 रुपये प्रति बैरल यानी एक लीटर कच्चे तेल की कीमत 35 रुपये के करीब पहुंच गई है। देश के चार महानगरों में से तीन में पेट्रोल के दाम 100 रुपये से ज्यादा है। वहीं डीजल की कीमत 90 रुपये से ज्यादा है। बता दें कि कुछ दिन पहले पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि ऑयल कंपनियां फ्यूल की कीमत में कटौती कर सकती हैं।
22 प्रतिशत से अधिक की गिरावट
बता दें कि भारत अभी 69.39 डॉलर प्रति बैरल की लागत से कच्चा तेल आयात कर रहा है। जोकि पिछले साल अप्रैल में 89.44 डॉलर प्रति बैरल से 22 प्रतिशत से अधिक की गिरावट है। वैश्विक कच्चे तेल की कीमतों में और अधिक गिरावट आ सकती है। क्योंकि टैरिफ वॉर के बढ़ते जोखिम के बीच वैश्विक विकास की उम्मीद कम है, ऐसे में मांग में और कमी आ सकती है।
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63 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकता है
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार गोल्डमैन सैक्स ने बताया कि 2025 के शेष महीनों में कच्चे तेल की कीमत घटकर 63 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकती है। खाड़ी देशों के संगठन ओपेक ने अगले साल तक वैश्विक तेल के अनुमानों में कटौती की है। 7 अप्रैल को प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि तेल कंपनियों के पास 45 दिनों का स्टॉक है जिसकी कीमत 75 डॉलर प्रति बैरल है। सरकार चाहती है कि अगर कच्चे तेल की कीमतें कम रहती हैं तो तेल कंपनियां पेट्रोल और डीजल की कीमतों में कटौती करें।
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