गुजरात में कांग्रेस का अधिवेशन चल रहा है। आज इसका दूसरा और अंतिम दिन है। मंगलवार को इससे पहले अधिवेशन के पहले दिन सीडब्ल्यूसी की 4 घंटे तक बैठक चली। बता दें कि इस साल बतौर कांग्रेस अध्यक्ष 100 साल पूरे हो रहे हैं। इसके अलावा सरदार पटेल की 150वीं जयंती है। दोनों हस्तियां गुजरात में जन्मी थीं। इसलिए कांग्रेस पार्टी ये अधिवेशन गुजरात में कर रही है।
ऐसे में कांग्रेस सरदार पटेल की विरासत को पुनः प्राप्त करने के लिए कांग्रेस ने अधिवेशन के दौरान एक प्रस्ताव पारित किया। जिसमें सरदार पटेल के दिखाए मार्ग पर चलने, उनके विचारों को आत्मसात करने और उनके दिखाए मार्ग पर चलने के लिए भविष्य और वर्तमान को नया आकार देने का प्रस्ताव पारित किया गया।
झूठ के जाल की निंदा
इसके अलावा सात सूत्री प्रस्ताव में भाजपा की विचारधारा और पटेल की विचारधारा और कार्यों के बीच अंतरोंको विस्तार से बताया। इसके साथ ही सरदार पटेल और पंडित नेहरू के बीच संघर्ष के जानबूझकर फैलाए गए झूठ के जाल की निंदा की गई है। इसके साथ ही प्रस्ताव में आरोप लगाया कि आज की भाजपा सरकार किसानों के खिलाफ क्रूर ब्रिटिश नीतियों का अनुकरण कर रही है। प्रस्ताव में कहा गया है कि कांग्रेस किसानों के अधिकार के लिए सरदार पटेल द्वारा दिखाए गए संघर्ष के मार्ग पर चलने के लिए तैयार है।
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कांग्रेस की नजर गुजरात चुनाव पर
बता दें कि आज दूसरे दिन साबरमती रिवर फ्रंट पर मुख्य अधिवेशन होगा। जिसमें देशभर के 1700 से अधिक कांग्रेस कमेटी के प्रतिनिधि भाग लेंगे। अधिवेशन की शुरुआत सुबह 9ः30 बजे पार्टी के झंडावंदन कार्यक्रम के साथ होगी। कार्यक्रम के लिए रिवरफ्रंट पर वीवीआईपी डोम बनाया गया है। पार्टी के अनुसार गुजरात अधिवेशन में गुजरात में पार्टी को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम होगा।
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