Class 3 Student Badly Beaten in Karnataka Raichur: कर्नाटक के एक स्कूल में बच्चे के साथ बर्बरता की हद पार कर दी गई। बच्चे के दोनों हाथ बांध कर उसे आधी रात तक पीटा गया। बाद में बच्चे को रेलवे स्टेशन पर भीख मांगने के लिए बिठा दिया गया और पैसे ना मिलने पर फिर से पीटा गया। ये सब किसी और ने नहीं बल्कि स्कूल के टीचर ने किया, वो भी सिर्फ एक पेन के लिए।
बच्चे पर लगाया झूठा आरोप
जी हां, मास्टर का पेन चोरी हो गया था। ये पेन तीसरी कक्षा में पढ़ने वाले बच्चे तरुण कुमार के बैग में मिला। मास्टर ने बच्चे पर चोरी का आरोप लगाया और बड़ी बेरहमी के साथ उसकी पिटाई कर दी। अब आलम ये है कि बच्चा अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत काफी गंभीर बताई जा रही है।
तरुण ने सुनाई आपबीती
तरुण कुमार का कहना है कि पेन चोरी करने के आरोप में टीचर ने पहले उसके दोनों हाथ बांध दिए। फिर उसे लकड़ी से खूब मारा। जब मारते-मारते लकड़ी टूट गई तो टीचर ने बैट उठा लिया। बैट से मारने के बाद तरुण को बेल्ट से भी मारा। यही नहीं उसके पैर में दो कट लगाए और उसे रेलवे स्टेशन पर भीख मांगने के लिए बिठा दिया। मगर वहां भी उसे पैसे नहीं मिले। टीचर ने ये सबकुछ तरुण को सबक सिखाने के लिए किया, जिससे वो भविष्य में चोरी ना करे।
बच्चों से मिलने पहुंची मां
ये मामला कर्नाटक के रायचूर जिले का है। गरीब माता-पिता के पास बच्चों को बेहतर परवरिश देने के पैसे नहीं थे। लिहाजा उन्होंने अपने दोनों बच्चों तरुण कुमार और अरुण कुमार को रायचूर के रामकृष्ण आश्रम में भेज दिया। माता-पिता को उम्मीद थी कि आश्रम में ना सिर्फ बच्चों की अच्छी परवरिश होगी बल्कि बच्चों की पढ़ाई भी प्रभावित नहीं होगी। रामकृष्ण आश्रम में तरुण तीसरी कक्षा और अरुण पांचवी कक्षा में पढ़ता है।
मां ने दर्ज कराई शिकायत
रविवार को जब दोनों बच्चों से मां आश्रम मिलने पहुंची तो तरुण की हालत देखकर दंग रह गईं। उसके हाथ-पैर में भयंकर चोटें आईं थीं, आंखें सूज गईं थीं और पैर में कट के भी निशान थे। मां को देखकर अरूण भावुक हो गया और उसने भाई के साथ हुई बर्बरता का किस्सा मां को सुना डाला। मां ने पुलिस में रामकृष्ण आश्रम के इंचार्ज वेनुगोपाल के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है।
मां का छलका दर्द
मां का कहना है कि तरुण ने पेन नहीं चुराया है। पेन नीचे गिरा देखकर उसने उठाकर कहीं दूसरी जगह पर रख दिया। शनिवार को तरुण के पास पेन नहीं था तो किसी दूसरे बच्चे ने उसे पेन लाकर दिया। तरुण को नहीं पता था कि वो पेन टीचर का है। उसने पेन यूज करके अपने बैग में रख लिया। जब टीचर को इस बात का पता चला तो उसने तरुण को आधी रात तक पीटा। एक पेन के लिए बच्चे को इस तरह से मारना कहां का नियम है।
चाइल्ड एक्टिविस्ट ने की मदद
सुदर्शन नाम के एक चाइल्ड राइट एक्टिविस्ट ने बच्चे को अस्पताल में भर्ती करवाया। सुदर्शन ने सरकार के सामने भी ये मुद्दा उठा है। साथ ही उसने महिला एंव बाल विकास मंत्रालय में भी शिकायत दर्ज करवाई है। पुलिस भी मामले पर कार्रवाई कर रही है।
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