बैंक से लोन लेने की चाहत रखने वालों के लिए बड़ी खबर है। केंद्रीय मंत्रालय ने साफ किया है कि लोन लेने के लिए आरबीआई ने कोई न्यूनतम क्रेडिट स्कोर तय नहीं किया है। पहली बार लोन लेने वालों के लिए बैंक लोन के लिए न्यूनतम सिबिल स्कोर जरूरी यानी CIBIL स्कोर जरूरी नहीं है। हाल ही में, वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने आरबीआई के रुख को दोहराते हुए बैंकों को साफ कहा था कि पहली बार लोन लेने वालों का क्रेडिट स्कोर कम या जीरो होने पर भी बैंक लोन आवेदन को अस्वीकार नहीं कर सकते।
वित्तमंत्री ने बैंकों को दी थी चेतावनी
मंत्री चौधरी ने कहा कि रिजर्व बैंक ने 6 जनवरी के मास्टर निर्देश में लोन संस्थानों को सलाह दी है कि पहली बार लोन लेने वालों के आवेदनों को सिर्फ इसलिए खारिज नहीं किया जाना चाहिए क्योंकि उनका कोई क्रेडिट इतिहास नहीं है। आरबीआई ने लोन आवेदनों के लिए न्यूनतम क्रेडिट स्कोर निर्धारित नहीं किया है।
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क्या है सिबिल स्कोर?
सिबिल स्कोर 300 से 900 तक की 3 अंकों की संख्या होती है। यह संख्या किसी व्यक्ति की “क्रेडिट योग्यता” का जिस्ट बताती है। यह स्कोर भारत का क्रेडिट इंफॉर्मेशन ब्यूरो (इंडिया) लिमिटेड (सिबिल) देता है। इसका उपयोग अक्सर किसी व्यक्ति की व्यक्तिगत, स्वर्ण, गृह और अन्य बैंक लोन जैसे लोन लेने की पात्रता निर्धारित करने के लिए किया जाता है।
अनिवार्य नहीं, लेकिन जांचें जरूर स्कोर
पहली बार लोन लेने वालों के लिए सिबिल स्कोर जरूरी नहीं है। फिर भी वित्त मंत्रालय ने बैंकों से आवेदकों की उचित जांच और बैकग्राउंट की जांच करने के लिए आवेदक के स्कोर की जांच करने को कहा। इसके अलावा क्रेडिट इतिहास, पिछले ट्रांजेक्शन, पेंडिंग भुगतान, लोन, बट्टे खाते में डाले गए लोन आदि की जांच करने की भी सलाह दी। मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि क्रेडिट सूचना कंपनियां किसी व्यक्ति को अपनी क्रेडिट रिपोर्ट लेने के लिए 100 रुपये तक का शुल्क ले सकती हैं।
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