China on Lashkar-e-Tayyiba terrorist: चीन एक बार फिर इंटरनेशनल लेवल पर आतंकवाद के मोर्चे पर बेनकाब हो गया है। चीन ने लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी साजिद मीर को वैश्विक आतंकवादी की लिस्ट में डालने के भारत-अमेरिका के प्रस्ताव पर यूनाइटेड नेशंस में वीटो लगाते हुए रोक लगा दिया है। साजिद मीर 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों में शामिल था। अमेरिका ने साजिद मीर पर 5 मिलियन डॉलर का इनाम रखा हुआ है। पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर ने आतंकियों को भेजकर मुंबई में हमला कराए थे।
China blocks proposal by India, the US at the United Nations to designate Lashkar-e-Tayyiba terrorist Sajid Mir, wanted for his involvement in the 26/11 Mumbai terrorist attacks, as a global terrorist. pic.twitter.com/7zf4iscwte
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) June 20, 2023
चीन चौथी बार इंटरनेशनल लेवल पर बेनकाब
यह चौथी बार है जब चीन ने यूनाइटेड नेशंस में भारत-अमेरिका के साझा प्रस्ताव में अपनी टांग अड़ाई है। इससे पहले वह लश्कर-ए-तैया और जमात उद दावा के लीडर अब्दुल रहमान मक्की, जैश के लीडर मसूद अजहर के भाई रऊफ अजहर के मामले में रोड़ा अटका चुका है।
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90 के दशक में लश्कर से जुड़ा साजिद
साजिद मीर 90 के दशक में लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा था। वह भारत समेत कई देशों का मोस्ट वांटेड है। मुंबई हमले के लिए भी उसे जिम्मेदार माना जाता है। वह मुंबई हमले के दौरान सैटेलाइट फोन के जरिए हमले में शामिल आतंकियों को अलग-अलग निर्देश दे रहा था।
एफबीआई ने घोषित किया था 5 लाख का इनाम
साजिद को अमेरिकी एजेंसी एफबीआई ने मोस्ट वांटेड घोषित किया था। उस पर 5 मिलियन का इनाम रखा है। पाकिस्तान साजिद मीर को मरा घोषित कर चुका है। एफबीआई का मानना हैकि साजिद मीर ने अपनी पहचान छुपाने के लिए प्लास्टिक सर्जरी करा ली है। साजिद मीर को वसी भाई, अली भाई, मूसा, साजिद मजीद आदि नामों से जाना जाता है।
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