Chennai Train Accident : तमिलनाडु के चेन्नई से 41 किलोमीटर दूर कावराईपेट्टई रेलवे स्टेशन पर खड़ी एक मालगाड़ी से मैसूर-दरभंगा बागमती एक्सप्रेस टकराई गई, जिसमें 19 यात्री घायल हो गए। इस हादसे में ट्रेन की कई बोगियां बेपटरी हो गईं और उन्हें हटाया जा रहा है। बहादुर पुलिसकर्मी समय रहते सक्रिय हो गए और तेजी से काम करते हुए कई लोगों की जान बचाई, जिससे क्षतिग्रस्त बोगियों के अंदर फंसे यात्रियों को बचाया जा सका।
शायद यही वजह है कि इस घटना में अब तक किसी की मौत की खबर सामने नहीं आई है। पुलिस को बताया गया कि एक्सप्रेस ट्रेन संख्या 12578 में पुलिसकर्मियों और पेंट्री कर्मचारियों के अलावा करीब 1,362 यात्री सवार थे, जो शुक्रवार की शाम करीब 7:20 बजे चेन्नई सेंट्रल रेलवे स्टेशन से रवाना हुई थी।
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पुलिस ने पीड़ितों को निकालने में कैसे मदद की?
तिरुवल्लूर पुलिस की एक टीम ने सबसे पहले एच-1 (एसी डिब्बों में से एक) को तोड़ा और अंदर फंसे कम से कम 10 यात्रियों को बाहर निकाला। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, यात्रियों को बचाने के दौरान पुलिस अधीक्षक (SP) श्रीनिवास पेरुमल और पांच अन्य पुलिसकर्मियों को मामूली चोटें आईं।
क्षतिग्रस्त डिब्बों पर चढ़ गए पुलिसवाले
कोच में फंसे यात्रियों को बचाने के लिए पुलिस टीम क्षतिग्रस्त डिब्बों पर चढ़ गई और सभी बाथरूमों को चेक किया। एसपी श्रीनिवास पेरुमल ने बताया कि शुक्रवार की रात करीब 8.32 बजे जैसे ही उन्हें ट्रेन हादसे का अलर्ट मैसेज मिला, उन्होंने 108 एंबुलेंस को सूचना दी, जिससे घटनास्थल पर एंबुलेंस की 20 गाड़ियां आ गईं।
यात्रियों के लिए खाने का भी प्रबंध
अधिकारी ने बताया कि घायलों के लिए तीन मैरिज हॉल तैयार थे। आरएमके कॉलेज प्रबंधन ने कम से कम 500 खाने के पैकेट का प्रबंध किया था और स्थानीय व्यापारियों ने दुर्घटनास्थल पर पानी की बोतलें और बिस्कुट मुहैया कराए। ट्रेन यात्रियों को ले जाने के लिए कॉलेज बसों सहित कम से कम 15 बसों की व्यवस्था की गई थी।
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पुलिस ने यात्रियों को निकाला बाहर
रिपोर्ट में कहा गया है कि जब तक रेलवे अधिकारी, रेलवे सुरक्षा बल के जवान और तमिलनाडु आपदा बचाव बल के जवान घटनास्थल पर पहुंचे, तब तक पुलिसकर्मियों ने यात्रियों को बाहर निकाल लिया था। शुरुआती जांच में पता चला है कि बागमती एक्सप्रेस ट्रेन 90 किमी प्रति घंटे की गति से चल रही थी, तभी यह खड़ी मालगाड़ी के पिछले हिस्से से टकरा गई।