BJP vs Congress: आज देश में भाजपा और कांग्रेस के बीच तीखी तकरार चल रही है। सोशल मीडिया पर गुवाहाटी में कांग्रेस नेता रीतम सिंह की गिरफ्तारी होने के बाद बवाल मचा है। इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता जयराम रमेश और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के बीच जुबानी जंग चल रही है। असम कांग्रेस के प्रवक्ता रीतम सिंह को शनिवार को लखीमपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था।
पुलिस ने उनकी एक सोशल मीडिया पोस्ट के खिलाफ आई शिकायत के आधार पर उन्हें गुवाहाटी में उनके रूप नगर स्थित आवास से गिरफ्तार किया और उन्हें पुलिस थाने ले गई। इसके बाद कांग्रेस नेता जयराम रमेश और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के बीच सोशल मीडिया पर तीखी नोकझोंक हुई। दोनों ने एक दूसरे से तीखे सवाल किए और एक दूसरे को सवालों का करारा जवाब भी दिया।
The arrest of my young colleague Reetam Singh (@SinghReetam) for a perfectly reasonable social media post is worse than atrocious Mr. Chief Minister @himantabiswa https://t.co/TPmEI6pPyM
---विज्ञापन---— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) March 15, 2025
असम के मुख्यमंत्री ने अपनी पोस्ट में यह लिखा
कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने रीतम सिंह की गिरफ्तारी पर अपने X हैंडल पर पोस्ट लिखी। इसमें उन्होंने गिरफ्तारी को अत्याचार से भी बदतर बताया, जबकि सरमा ने कानूनी आधार का हवाला देते हुए पुलिस के गिरफ्तारी वाले कदम का बचाव किया। सरमा ने रमेश पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि जयराम रमेश और कांग्रेस दलित महिला के पति के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी को उचित ठहरा रहे हैं। उन्होंने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गौरव गोगोई के ISI और पाकिस्तान से जुड़े होने के बारे में एक बड़े खुलासे की भी चेतावनी दी।
हिमंत बिस्वा ने कहा कि मामला एक दलित महिला के जाति आधारित अपमान से संबंधित है। अगर आप एक दलित महिला के पति को बलात्कारी कहने को उचित ठहराते हैं तो यह इस बात को प्रमाण है कि आप कांग्रेस पार्टी को किस दिशा में ले जा रहे है। अब बस इंतजार करें, बड़ा खुलासा अभी होना बाकी है। आपके वरिष्ठ नेता की ISI और पाकिस्तान के साथ सांठगांठ सितंबर तक उजागर हो जाएगी।
Mr Outgoing CM, stop diverting from the real issue – which is the abuse and misuse of police powers by you personally to favour your associates and fix your opponents.
विनाश काले विपरीत बुद्धि https://t.co/0EnVydlzzX
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) March 15, 2025
जयराम रमेश ने सरमा के पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए भारतीय जनता पार्टी के नेता को मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा कहकर संबोधित किया और उन पर राजनीतिक बदला लेने के लिए पुलिस का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया। उन्होंने लिखा कि श्रीमान निवर्तमान मुख्यमंत्री, वास्तविक मुद्दे से ध्यान भटकाना बंद करें। आपके द्वारा अपने सहयोगियों को लाभ पहुंचाने तथा अपने विरोधियों को फंसाने के लिए व्यक्तिगत रूप से पुलिस शक्तियों का दुरुपयोग किया जा रहा है।
Sir, this case pertains to a caste-based insult directed at a Dalit woman. If you justify calling the husband of a Dalit woman a rapist as a ‘perfectly reasonable’ social media post, it speaks volumes about the direction in which you people have taken the Congress party. But,… https://t.co/ChKRZnuDrt
— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) March 15, 2025
These culprits got punishment they deserved
But what @BJP4Assam r@pe accused Ministers and MLAs like Manab Deka, Ex Party President Bhabesh Kalita, ex Minister Rajen Gohain?
Is law equal for all? pic.twitter.com/h8qe9FgPEY
— Reetam Singh (@SinghReetam) March 13, 2025
कांग्रेस प्रवक्ता रीतम सिंह को क्यों हुए गिरफ्तार?
रिपोर्ट के अनुसार, रीतम सिंह ने गत 13 मार्च को एक्स हैंडल पर एक पोस्ट लिखी थी। इसमें उन्होंने लिखा था कि इन 3 दोषियों को वह सजा मिली, जिसके वे हकदार थे, लेकिन असम भाजपा ने मनब डेका, पूर्व पार्टी अध्यक्ष भाबेश कलिता, पूर्व मंत्री राजेन गोहेन जैसे मंत्रियों और विधायकों के साथ क्या किया? क्या कानून सबके लिए समान है? भाजपा विधायक मनब डेका की पत्नी ने इस पोस्ट को लेकर रीतम सिंह के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी।
जैसे ही पुलिस रीतम सिंह के घर पहुंची, उन्होंने कई ट्वीट करके पुलिस पर नियमों के उल्लंघन का आरोप लगाया और अपनी X पोस्ट में दावा किया कि पुलिस ने गिरफ्तारी वारंट नहीं दिखाया। लखीमपुर पुलिस और असम पुलिस की एक टीम मुझे बिना वारंट और नोटिस के गिरफ्तार करने आई है। उन्हें गुवाहाटी उच्च न्यायालय का वह फैसला भी दिखाया, जिसमें पुलिस के लिए नोटिस देना अनिवार्य कर दिया गया है। @HardiSpeaks @DGPAssamPolice वारंट और नोटिस के बिना गिरफ्तारी न्यायमूर्ति मृदुल कुमार कलिता के फैसले की अवमानना होगी।
Assam Police is outside my house without warrant and Notice in violation of recent Gauhati High Court Order against such arbitrary arrest. On repeated request to produce Warrant or Notice. They said they won’t. Is this Law and Order @DGPAssamPolice @HardiSpeaks pic.twitter.com/nngPjhruYO
— Reetam Singh (@SinghReetam) March 15, 2025