ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में गुरुवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पुलिस से झड़प हो गई। इसके बाद देखते ही देखते प्रदर्शन हिंसक हो गया। पुलिस ने हालात पर काबू पाने के लिए लाठीचार्ज कर दिया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछारें भी छोड़ीं। दरअसल कांग्रेस कार्यकर्ता अपने 14 विधायकों के सदन से निलंबन किए जाने का विरोध कर रहे थे। ओडिशा में लंबे समय से सियासी भूचाल देखने को मिल रहा है। लाठीचार्ज में कई कांग्रेसियों को चोटें लगने का मामला सामने आया है। 25 मार्च को ओडिशा विधानसभा में कुछ कांग्रेस विधायकों ने अमर्यादित भाषा का प्रयोग किया था।
इसके बाद स्पीकर ने कई विधायकों को निलंबित कर दिया था। अब तक 14 विधायकों को सदन से निलंबित किया जा चुका है। जिन विधायकों को सदन से निलंबित किया गया है, उनमें कांग्रेस विधायक दल के नेता रमा चंद्र कदम, मांगू खिल्ला, सागर चरण दास, अशोक कुमार दास, सत्यजीत गोमांगो, सोफिया फिरदौस और दासरथी गमांगो भी शामिल हैं। अध्यक्ष के फैसले का विरोध करते हुए विधायकों ने जोरदार हंगामा किया और विरोध में घंटी बजाने लगे। कई विधायक देर रात तक सदन में डटे रहे।
#WATCH | Bhubaneswar | Few Congress workers injured as Police resort to lathi-charge to disperse them during their protest outside Odisha Assembly against the suspension of 14 Congress MLAs from the House. Police also used water cannon against them
---विज्ञापन---(Note: Graphic visuals) pic.twitter.com/mhRELADlTU
— ANI (@ANI) March 27, 2025
कांग्रेस ने निलंबन को बताया गलत
विधायकों के निलंबन के बाद ओडिशा के कांग्रेस प्रभारी अजय कुमार लल्लू का बयान सामने आया है। उन्होंने विधानसभा के बाहर प्रेस से कहा कि आज देश में महिला सुरक्षा की बात करना अपराध हो गया है। ओडिशा में कानून व्यवस्था चरमरा चुकी है। हर दिन बेटियों से गैंगरेप के मामले सामने आ रहे हैं। 64000 से ज्यादा महिलाएं लापता हैं। अगर चुने हुए जनप्रतिनिधि सरकार से इन मुद्दों पर जवाब मांगते हैं तो उन्हें डराने की कोशिश होती है। हमारे विधायकों को निलंबित करने का फैसला अलोकतांत्रिक है। कांग्रेस के लोग चुप नहीं बैठेंगे। निलंबन के खिलाफ ही उन्होंने विधानसभा का घेराव कर प्रदर्शन करने का ऐलान किया था।