---विज्ञापन---

बाल विवाह रोकने में प्रशासन की मदद कर रहे स्कूली बच्चे, एक साथ लेते हैं सामूहिक शपथ

Beed School Children Fight Against Child Marriage: स्कूल की पोशाक पहने छात्र शांति से स्कूल के प्रांगण में जमा होते हैं। इसके बाद सभी सिर ऊंचा करके और हाथ ऊपर उठाकर एक साथ मराठी भाषा में सामूहिक शपथ लेते हैं। शपथ में वे कहते हैं कि हम प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी बाल […]

Edited By : Rakesh Choudhary | Updated: Oct 4, 2023 10:21
Share :
Beed School Children Fight Against Child Marriage
Beed School Children Fight Against Child Marriage

Beed School Children Fight Against Child Marriage: स्कूल की पोशाक पहने छात्र शांति से स्कूल के प्रांगण में जमा होते हैं। इसके बाद सभी सिर ऊंचा करके और हाथ ऊपर उठाकर एक साथ मराठी भाषा में सामूहिक शपथ लेते हैं। शपथ में वे कहते हैं कि हम प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से किसी भी बाल विवाह में शामिल नहीं होंगे। हम कभी भी इस प्रथा का समर्थन नहीं करेंगे।

पूरे जिले में 5 लाख से अधिक बच्चे लेते हैं शपथ

प्रत्येक सोमवार को इस प्रकार का समारोह महाराष्ट्र के बीड जिले की 3 हजार 657 स्कूलों में होता है। जिसमें 5 लाख से अधिक बच्चे हिस्सा लेते हैं। बता दें कि बीड जिला महाराष्ट्र के सुखाग्रस्त इलाके मराठावाड़ा में आता है। अभियान का प्रभाव इतना है कि कई मुखबिर बच्चे भी इसमें हिस्सा ले रहे हैं। वे हेल्पलाइन नंबर 1098 पर काॅल कर बाल विवाह रोकने में जिला प्रशासन की मदद कर रहे हैं।

---विज्ञापन---

इसी अभियान का हिस्सा बने एक छात्र ने बताया कि जब मेरी चचेरी बहन 13 साल की थी उसको शादी करने के लिए मजबूर किया गया। मुझे पता था कि मेरी बात मेरे माता-पिता नहीं सुनेंगे। इसलिए मैंने अपने दोस्त की मदद से इसकी शिकायत प्रशासन से की। प्रशासन की मदद से मेरी बहन का बाल विवाह होने से रूक गया।

बच्चों को दिलाई जाती है 12 पंक्तियों की शपथ

जिले में नए जिला कलेक्टर दीपा मुधोल के चार्ज लेने के बाद निजी और सरकारी स्कूलों में यह शपथ अनिवार्य कर दी गई है। शपथ में 12 पंक्तियां होती है। यह कविता मूल रूप से धुले में महिला एवं बाल विकास अधिकारियों की जवाबदेही तय करने के लिए बनाई गई थीं। एक रिपोर्ट के अनुसार 2016-17 में बाल विवाह रिकाॅर्ड करने के लिए 19 काॅल प्राप्त हुईं जो 2017-18 में बढ़कर 27 हो गईं। लेकिन 2018-19 इसकी संख्या घटकर 17 रह गईं। फिर 2019-20 एक बार फिर इसका आंकड़ा बढ़कर 39 हो गया। कोविड महामारी के दौरान बाल विवाह की घटनाओं में बढ़ोतरी देखने को मिली। 2020-21 में रिपोर्ट बढ़कर 41 और 2021-22 में 83 हो गईं। वहीं 2022-23 में बाल विवाह के 132 मामले सामने आए।

---विज्ञापन---

HISTORY

Written By

Rakesh Choudhary

First published on: Oct 04, 2023 10:18 AM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें