Assam Police Search Video : आमतौर पर जांच करना और सुरक्षा का ध्यान रखना पुलिसकर्मियों या सुरक्षाकर्मियों की जिम्मेदारी होती है, लेकिन अगर कोई साधारण व्यक्ति पुलिसकर्मियों की ही तलाशी ले, तो हैरानी तो होगी ही। सोशल मीडिया पर एक ऐसा ही वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक शख्स कई पुलिसकर्मियों की तलाशी ले रहा है। वीडियो असम का बताया जा रहा है। वीडियो वायरल होने पर पुलिस पर सवाल उठे, तो खुद सीएम हिमंता बिस्वा सरमा ने इस पर जवाब दिया है।
वायरल वीडियो में दिखाई दे रहा है कि पुलिसकर्मी एक तरफ खड़े हैं और दूसरी तरफ सादे कपड़ों में कुछ आम लोग खड़े हैं। सादे कपड़ों में मौजूद लोग पुलिसकर्मियों की तलाशी ले रहे हैं। वीडियो शेयर कर लिखा गया कि यह बांग्लादेश, पाकिस्तान या किसी फिल्म का सीन नहीं है, यह असम का है। निजी विश्वविद्यालय यूएसटीएम के मालिक महबुबुल हक को कुछ दिन पहले असम पुलिस ने सीबीएसई परीक्षा के दौरान सामूहिक नकल की अनुमति देने और धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया था। अब, जब असम पुलिस तलाशी अभियान के लिए उनके आवास पर पहुंचती है, तो उनकी निजी सुरक्षा उनकी तलाशी ले रही है। आज असम में यही स्थिति है।
असम सीएम का आया बयान
इस पर सीएम असम हिमंता बिस्वा सरमा ने खुद ही जवाब दिया। वीडियो पर प्रतिक्रिया देते हुए हिमंता बिस्वा सरमा ने लिखा कि सीआरपीसी 1973 की धारा 100(3) के अनुसार, जब पुलिस किसी आवास की तलाशी लेती है, तो मालिक को यह अनुरोध करने का अधिकार है कि परिसर की तलाशी शुरू करने से पहले अधिकारियों की तलाशी ली जाए।
As per Section 100(3) of the Code of Criminal Procedure (CrPC), 1973, when police conduct a search of a residence, the owner has the right to request that the officers be searched first before they proceed with searching the premises. https://t.co/pHvLtFobXZ
---विज्ञापन---— Himanta Biswa Sarma (@himantabiswa) March 1, 2025
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि मेघालय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (यूएसटीएम) के कुलाधिपति, यूएसटीएम के मालिक महबुबुल हक को पिछले महीने असम पुलिस ने जाति प्रमाण पत्र में जालसाजी करने तथा सीबीएसई कक्षा 12 की परीक्षा में गड़बड़ी के आरोप में गिरफ्तार किया था। 21 फरवरी को पुलिस ने उन्हें गुवाहाटी से हिरासत में लिया था।
यह भी पढ़ें : Google से पता चली बॉयफ्रेंड की सच्चाई तो उड़े महिला के होश; ऑनलाइन हुई थी मुलाकात
जानकारी के अनुसार, यूएसटीएम के मालिक महबुबुल हक पर आरोप है कि उन्होंने छात्रों से पैसे लेकर उन्हें परीक्षा में अनुचित साधनों का इस्तेमाल करने में मदद की थी। यह योजना कामयाब हो पाती, लेकिन पुलिस ने कार्रवाई शुरू कर दी थी। वायरल वीडियो इस मामले में छापेमारी के दौरान का बताया जा रहा है।