बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने हैं। इसके लिए भाजपा पूरी तरह तैयार नजर आ रही है। भाजपा के ‘चाणक्य’ कहे जाने वाले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बिहार का दो दिवसीय दौरा कर चुनावी बिगुल फूंक चुके हैं। इसी बीच खबर आई है कि भाजपा सिर्फ बिहार ही नहीं बल्कि अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव वाले राज्यों को लेकर भी अपनी तैयारी शुरू कर दी है। बता दें कि 2026 में देश के 4 राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव होने हैं। जिन राज्यों में अगले साल चुनाव हैं उनमें असम, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु, केरला और केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी शामिल हैं।
इन राज्यों में हर महीने दो दिन बिताएंगे अमित शाह
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के चुनाव अभियान के तहत बिहार, पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु जैसे चुनावी राज्यों में हर महीने दो दिन बिताने वाले हैं। ये मासिक दौरे तीनों राज्यों में विधानसभा चुनाव संपन्न होने तक जारी रहेंगे। इससे पता चलता है कि भाजपा पूरी ताकत से चुनाव लड़ने के लिए दृढ़ है। बताया जा रहा है कि अमित शाह का नियमित तौर पर इन राज्यों में जाने का कार्यक्रम है।
बिहार में सत्ता बरकरार रखने की कोशिश
बिहार में भाजपा अपनी सत्ता बरकरार रखने की कोशिश कर रही है, जबकि अन्य दो राज्यों में पार्टी अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने के प्रयास में है। सूत्रों ने बताया, शाह इन राज्यों में चुनाव तक लगभग हर महीने भाजपा की संगठनात्मक बैठकें आयोजित करेंगे। बिहार विधानसभा चुनाव अक्तूबर-नवंबर में होना है। प.बंगाल और तमिलनाडु में अगले साल मार्च-अप्रैल में असम, केरल और पुडुचेरी के साथ चुनाव होने की संभावना है। बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में भाजपा सबसे बड़ी सहयोगी पार्टी है। इस गठबंधन में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) और लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) शामिल हैं। जदयू अध्यक्ष नीतीश कुमार करीब 20 साल से राज्य के मुख्यमंत्री हैं। हालांकि, भाजपा पश्चिम बंगाल और तमिलनाडु में अभी भी चुनौती का सामना कर रही है। बंगाल में एक प्रमुख राजनीतिक ताकत के रूप में उभरने की तमाम कोशिशों के बावजूद भाजपा को अब तक केवल आंशिक सफलता ही मिली है। वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस की मुख्य प्रतिद्वंद्वी के रूप में उभरी है, लेकिन 2011 से उसके कब्जे को खत्म करने के अपने प्रयासों में विफल रही है।
अमित शाह ने शुरू किया चुनावी मिशन
शुक्रवार को संसद सत्र के समापन के बाद अमित शाह ने तुरंत अपना चुनावी मिशन शुरू कर दिया है। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, अप्रैल से वे हर महीने तीनों राज्यों का दौरा करेंगे। शाह राज्य के नेताओं के साथ पार्टी की चुनाव तैयारियों की समीक्षा करने के लिए 14 और 15 अप्रैल को पश्चिम बंगाल एवं 30 अप्रैल और 1 मई को बिहार का दौरा करने वाले हैं। पार्टी सूत्रों ने कहा कि पश्चिम बंगाल में वह हर महीने दो दिन बिताएंगे, जिसकी शुरुआत 14 और 15 अप्रैल से होगी, जबकि तमिलनाडु के कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
तमिलनाडु में भाजपा फिर कर सकती है AIDMK के साथ गठबंधन
शाह तमिलनाडु दौरे के दौरान एआईएडीएमके नेताओं के साथ बातचीत में हाल के घटनाक्रमों और गठबंधनों को लेकर चल रही चर्चाओं पर भी चर्चा करेंगे। सूत्रो ने बताया कि चेन्नई में वह भाजपा नेताओं और राज्य में एनडीए गठबंधन के सहयोगियों से मिलेंगे। उम्मीद की जा रही है कि तमिलनाडु में हमेशा हाशिये पर रहने वाली भाजपा राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कषगम (AIDMK) के साथ अपने गठबंधन को फिर से जीवित कर सकती है ताकि दक्षिणी राज्य में सत्तारूढ़ द्रविड़ मुनेत्र कषगम (DMK) के नेतृत्व वाले ‘इंडिया’ गठबंधन को टक्कर दी जा सके। बता दें कि द्रमुक का 2021 से ही राज्य की सत्ता पर दबदबा है।
पलानीस्वामी ने हाल ही में शाह से मुलाकात की थी
अन्नाद्रमुक नेता पलानीस्वामी ने हाल ही में शाह से मुलाकात की थी, जिससे दोनों दलों के एक साथ आने की संभावना बढ़ गई है। तमिलनाडु विधानसभा के लिए 2021 में हुए चुनाव में अन्नाद्रमुक और भाजपा ने मिलकर चुनाव लड़ा था, लेकिन बाद में AIDMK गठबंधन से बाहर हो गई थी। 2024 के लोकसभा चुनाव में दोनों दल अलग-अलग मैदान में उतरे, लेकिन दोनों को करारी हार का सामना करना पड़ा।