Mallikarjun Kharge Statement on Amit Shah: राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर राजनीतिक उथल-पुथल थमने का नाम नहीं ले रही है। बुधवार शाम कांग्रेस राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने मीडिया में बयान दिया कि बाबा साहेब अंबेडकर पूरे देश के लिए पूज्यनीय हैं। लेकिन अमित शाह ने संसद में उनका अपमान किया है।
उन्होंने कहा कि गृह मंत्री के शर्मनाक बयान के बाद उन्हें अब तक इस्तीफा दे देना चाहिए था। वहीं, खरगे ने गृह मंत्री के समर्थन में पीएम मोदी के पोस्ट पर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि गृह मंत्री के बयान से करोड़ों देशवासी आहात हुए हैं, ऐसे में उन्हें कैबिनेट में रहने का अधिकार नहीं है। उन्होंने राज्यसभा में संविधान का अपमान किया है। अगर बीजेपी या पीएम मोदी में बाबा साहेब अंबेडकर के लिए थोड़ा सा भी सम्मान है तो तुरंत अमित शाह को कैबिनेट से हटाया जाए।
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#WATCH | Delhi: On Union HM’s speech in RS during Constitution debate, Rajya Sabha LoP and Congress president Mallikarjun Kharge says “…These people do not believe in the Constitution. They talk about Manusmriti…PM Modi made 6 tweets to defend Amit Shah. What was the need for… pic.twitter.com/5m0k28N9Zw
---विज्ञापन---— ANI (@ANI) December 18, 2024
अमित शाह ने ये दिया था बयान
बता दें अमित शाह ने राज्य सभा में कहा था कि अंबेडकर, अंबेडकर कहना तो अब एक फैशन हो गया है, इतना भगवान का नाम लेते तो सात जन्मों के लिए स्वर्ग मिल जाता, जिसके बाद कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों ने इस पर अपनी आपत्ति जताई है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि बीजेपी के लोग संविधान को नहीं मानते हैं। बीजेपी स्वर्ग और नरक की बात करती है, मनुस्मृति की बात करती है। लेकिन उसमें ही लिखा है कि स्वर्ग क्या है? उनका कहना था कि यही मानसिकता पीएम मोदी और उनके कैबिनेट मंत्री की भी है।
अमित शाह को कैबिनेट से बाहर करें पीएम मोदी
मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि यदि कोई बाबा साहेब के बारे में गलत बोलता है तो उसे कैबिनेट से निकाल देना चाहिए था। उन्होंने आगे कहा कि अमित शाह का ‘राजीनामा’ देना चाहिए और पीएम मोदी को बाबा साहेब अंबडेकर के बारे में श्रद्धा है तो वे उन्हें आज रात 12 बजे तक कैबिनेट से निकाल दें। उनका कहना था कि देश की जनता बाबा साहेब के अपमान पर चुप बैठने वाली नहीं है। बता दें ‘राजीनामा’ किसी पद या नौकरी से इस्तीफा देने का औपचारिक दस्तावेज होता है।
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