Agartala-Akhaura rail link: बांग्लादेश और भारत के बीच पूर्वोत्तर में त्रिपुरा के रास्ते रेल संपर्क स्थापित हुआ है। अखौरा-अगरतला सीमा पार रेल लिंक से दोनों देशों के बीच यात्रा का समय काफी कम हो जाएगा और व्यापार करने में आसानी होगी। अखौरा-अगरतला क्रॉस-बॉर्डर रेल लिंक के कई फायदे हैं। इससे ढाका के रास्ते अगरतला और कोलकाता के बीच की दूरी भी कम होगी। इससे सीमापार से व्यापार और संपर्क भी बढ़ेगा। उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि भारत के पूर्वोत्तर राज्यों से बांग्लादेश का यह पहला लिंक है। इस लिंक के माध्यम से पूर्वोत्तर भारत के राज्य, बांग्लादेश के पोर्ट्स भी जुड़ेंगे। खुलना बांग्ला रेललाइन के बनने से अब बांग्लादेश का मोंगला पोर्ट रेलवे के रास्ते ढ़ांका और कोलकाता ट्रेड सेंटर से जुड़ गया है।
अंग्रेजी समाचार वेबसाइट एनडीटीवी की एक रिपोर्ट के मुताबिक इस समय कोलकाता से त्रिपुरा की राजधानी अगरतला तक ट्रेन से यात्रा करने के लिए उत्तरी पश्चिम बंगाल से होते हुए असम में गुवाहाटी तक लंबा रास्ता तय करना पड़ता है। यह रास्ता बहुत घुमावदार भी है। इसके बाद फिर रास्ता त्रिपुरा की ओर दक्षिण मुड़ जाता है। इसमें लगभग 38 घंटे का समय लगता है जो अब घटकर 12 घंटे हो जाएगा। अखौरा-अगरतला क्रॉस-बॉर्डर रेल लिंक चालू होने से ट्रेनें बांग्लादेश के रास्ते कोलकाता से अगरतला तक चल सकती हैं।
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उम्मीद है कि इस लिंक के शुरू होने से यात्रियों की आवाजाही ज्यादा बढ़ जाएगी, क्योंकि इसके पहले दूरी ज्यादा होने से समय ज्यादा लगता था तो लोग इस मार्ग पर यात्रा करने से बचते थे। नए मार्ग से उन्हें काफी सुविधा होगी। इससे इस क्षेत्र में व्यापार करने में भी आसानी होगी, जिससे व्यापार बढ़ेगा। इसकी वजह है कि ट्रेनों के माध्यम से ज्यादा सामान एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सकता है।
क्या कहा पीएम मोदी ने
इसके उद्घाटन के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि हमने सबका साथ सबका विकास के हमारी एप्रोच को बांग्लादेश जैसे हमारे निकटतम पड़ोसी मित्र के लिए भी प्रासंगिक माना है। बांग्लादेश का सबसे बड़ा विकास साझीदार होने पर हम गौरवान्वित महसूस करते हैं। पिछले 9 वर्षों में विभिन्न क्षेत्रों में विकास कार्यों के लिए लगभग 10 बिलियन डॉलर की सहायता दी जा रही है। हमारे उपलब्धियों की लिस्ट इतनी बड़ी है कि उसकी व्याख्या करते हुए पूरा दिन निकल जाए।
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