Atiq-Ashraf Murder: 15 अप्रैल को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में पुलिस की कस्टडी में मारे गए गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की जांच जारी है। इस बीच हत्याकांड को लेकर सियासत भी चरम पर है। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे के अनुयायी हैं। उन्होंने आगे चेतावनी दी कि अतीक और अशरफ को मारने वाले तीन लोग और लोगों को मारेंगे अगर उन्हें नहीं रोका गया, क्योंकि उन्होंने दावा किया कि वे एक आतंकी मॉड्यूल का हिस्सा हैं।
एआईएमआईएम प्रमुख ने सवाल किया कि सरकार ने हत्यारों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) क्यों नहीं लगाया और पूछा कि उनके पास आठ लाख रुपये के हथियार कैसे आए। उन्हें आठ लाख रुपये के हथियार किसने दिए? वे कट्टरपंथी हैं और गोडसे के नक्शेकदम पर चल रहे हैं।
#WATCH उन्होंने(अतीक अहमद और उसके भाई पर गोली चलाने वाले) कहा कि हम मशहूर होना चाहते थे। ये मशहूर होना नहीं है, ये वो ग्रुप है जिसे हम टेरर सेल कहते हैं।…हम पूछना चाहते हैं कि उनपर UAPA क्यों नहीं लगा? उन्हें 8 लाख का हथियार किसने दिया? आप याद रखो कि ये आतंकवादी हैं, ये… pic.twitter.com/rkgGnaaGFt
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 21, 2023
---विज्ञापन---
हमलावरों को रोका जाए, वरना और लोगों को मारेंगे
ओवैसी ने एएनआई से कहा, उन्हें रोका जाना चाहिए, अन्यथा वे और लोगों को मारेंगे। इससे पहले ओवैसी ने योगी सरकार पर आरोप लगाया था कि बीजेपी राज्य को चलाने के लिए बंदूक का इस्तेमाल कर रही है। उन्होंने फरवरी में यूपी में अपने काफिले पर हुए हमले का जिक्र करते हुए हत्याओं का जश्न मनाने वालों को भी आड़े हाथों लिया और कहा कि वह यूपी का दौरा करने से नहीं डरते।
15 अप्रैल को तीन हमलावरों ने मार दी थी गोली
उमेश पाल हत्याकांड के सिलसिले में पुलिस हिरासत में रहे अतीक और उसके भाई दोनों को पिछले शनिवार की रात पत्रकार बनकर तीन लोगों ने नजदीक से गोली मार दी थी। घटना होने पर उन्हें नियमित चिकित्सा जांच के लिए प्रयागराज के एक मेडिकल कॉलेज में ले जाया जा रहा था। हत्यारों को हिरासत में लिया गया है और उनकी पहचान अरुण मौर्य, लवलेश तिवारी और सनी के रूप में की गई है।
यह भी पढ़ें: Sudan Conflict: PM मोदी ने की हाईलेवल मीटिंग, 4 हजार भारतीयों की सुरक्षित वापसी को लेकर हुआ अहम फैसला