अडाणी पावर लिमिटेड ने उत्तर प्रदेश को बिजली देने का बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिल गया है। यह कंपनी राज्य को कुल 1500 मेगावाट बिजली देगी। यह बिजली एक नए पावर प्लांट से मिलेगी, जो उत्तर प्रदेश में ही बनाया जाएगा। यह नया बिजलीघर बहुत आधुनिक होगा और इसे अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल पावर प्लांट कहा जाता है। इस पावर प्लांट की कुल क्षमता 2×800 मेगावाट यानी करीब 1600 मेगावाट होगी, लेकिन इससे 1500 मेगावाट बिजली सप्लाई की जाएगी। इस प्रोजेक्ट को बनाने में करीब 2 बिलियन डॉलर यानी 16,000 करोड़ रुपये खर्च होंगे। बिजली सप्लाई के लिए बोली लगाने की प्रक्रिया हुई थी, अडाणी पावर ने बिजली बेचने के लिए ₹5.383 प्रति यूनिट की दर बताई, जो सभी कंपनियों में सबसे सस्ती थी। इसलिए यह काम अडाणी पावर को मिल गया। इस प्रोजेक्ट को उत्तर प्रदेश सरकार पहले ही मंजूरी दे चुकी है। अब यह काम जल्द ही शुरू होगा। जब यह पावर प्लांट बनकर तैयार हो जाएगा, तो इससे राज्य में बिजली की जरूरतों को पूरा करने में मदद मिलेगी।
उत्तर प्रदेश में बनेगा आधुनिक पावर प्लांट
यह पावर प्लांट “डिजाइन, बिल्ड, फाइनेंस, ओन एंड ऑपरेट” (DBFOO) मॉडल के तहत बनेगा। अब अडाणी पावर और उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के बीच लंबे समय के लिए बिजली सप्लाई का समझौता (PSA) किया जाएगा। अडाणी पावर के CEO S.B. ख्यालिया ने बताया कि यह योजना उत्तर प्रदेश में तेजी से बढ़ती बिजली की जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि यह बिजली प्लांट पर्यावरण के लिए सुरक्षित होगा और इसमें नई और आधुनिक टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा, जिससे लोगों को भरोसेमंद और अच्छी क्वालिटी की बिजली मिल सकेगी। कंपनी का लक्ष्य है कि वह साल 2030 तक इस प्लांट से बिजली देना शुरू कर दे।
हजारों को मिलेगा रोजगार
इस प्रोजेक्ट के बनने के समय लगभग 8,000 से 9,000 लोगों को काम मिलेगा। इनमें कुछ लोग डायरेक्ट काम करेंगे और कुछ लोग इनडायरेक्ट रूप से जुड़ेंगे। जब पावर प्लांट चालू हो जाएगा, तब करीब 2,000 लोगों को स्थायी नौकरी मिलेगी। आने वाले सालों में उत्तर प्रदेश में बिजली की जरूरत बहुत बढ़ेगी। अंदाज है कि साल 2033-34 तक राज्य को करीब 11,000 मेगावाट बिजली की जरूरत होगी। इसलिए 1500 मेगावाट बिजली देने वाला यह प्रोजेक्ट सरकार की भविष्य की योजना में बहुत जरूरी माना जा रहा है।
अडाणी पावर का दूसरा बड़ा करार
यह अडाणी पावर का एक साल के अंदर दूसरा बड़ा समझौता है। इससे पहले सितंबर 2024 में कंपनी ने महाराष्ट्र की बिजली कंपनी MSEDCL के साथ 6,600 मेगावाट बिजली देने का करार किया था। इसमें 1,600 मेगावाट थर्मल और 5,000 मेगावाट सोलर बिजली शामिल है। अडाणी पावर लिमिटेड देश की सबसे बड़ी प्राइवेट थर्मल पावर कंपनी है। इसके पास कुल 17,510 मेगावाट बिजली बनाने की क्षमता है और इसके 11 पावर प्लांट अलग-अलग राज्यों में चल रहे हैं। कंपनी नई टेक्नोलॉजी और नए तरीकों की मदद से भारत को बिजली के मामले में खुद पर निर्भर बनाने के लिए काम कर रही है।