वंदे भारत ट्रेन भारतीय रेल की सबसे आधुनिक ट्रेन है। यात्रियों को इसमें कई तरह की सुविधाएं मिलती हैं। यह एक सेमी हाईस्पीड ट्रेन भी है। लगातार इस ट्रेन की संख्या बढ़ती जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु से आज तीन और वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई है। 7 अगस्त तक भारत में वंदे भारत ट्रेनों की संख्या 144 हो गई है और करोड़ों लोग सालभर में इससे सफर कर रहे हैं। रेल मंत्री ने संसद में एक सवाल के जवाब में इससे जुड़ी जानकारी दी है।
रेल मंत्रालय ने बताया है कि 7 अगस्त तक ब्रॉड गेज विद्युतीकृत नेटवर्क पर 144 वंदे भारत ट्रेन सेवाएं चालू हैं। वंदे भारत सेवाएं भारतीय रेलवे द्वारा यात्रियों को बेहतर यात्रा अनुभव और अधिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए विकसित की गई सेमी हाईस्पीड ट्रेनें हैं। इस ट्रेन में न सिर्फ यात्रियों के लिए बेहतर व्यवस्थाएं हैं, बल्कि लोगों की सुरक्षा के लिहाज से भी इसे खास तौर पर डिजाइन किया गया है।
क्यों खास है वंदे भारत ट्रेन?
वंदे भारत ट्रेन की गति, ‘कवच’ ट्रेन टक्कर सुरक्षा प्रणाली, पूरी तरह से बंद गैंगवे, स्वचालित दरवाजे, मिनी पैंट्री, बोतल कूलर, डीप फ्रीजर और गर्म पानी के बॉयलर जैसी कई खूबियां इसे खास बनाती हैं। इतना ही नहीं, इस ट्रेन में यात्रियों को रिक्लाइनिंग एर्गोनोमिक सीटें, एक्जीक्यूटिव क्लास में घूमने वाली सीटें, हर सीट पर मोबाइल चार्जिंग सॉकेट, दिव्यांगजन यात्रियों के लिए विशेष शौचालय और सीसीटीवी जैसी सुविधाएं भी दी गई हैं।
संसद में मंत्री की तरफ से यह भी जानकारी दी गई है कि वित्त वर्ष 2024-25 और 2025-26 (जून 2025 तक) में कुल मिलाकर 3.9 करोड़ से अधिक यात्रियों ने वंदे भारत ट्रेनों में यात्रा की है। इसमें से वित्त वर्ष 2024-25 में लगभग 3 करोड़ और 2025-26 में जून 2025 तक लगभग 0.93 करोड़ यात्रियों ने यात्रा की है।
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वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 10 अगस्त को बेंगलुरु से तीन नई वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई। ये तीन नई ट्रेनें हैं: बेंगलुरु-बेलगावी वंदे भारत एक्सप्रेस, श्री माता वैष्णो देवी कटरा–अमृतसर वंदे भारत एक्सप्रेस, और अजनी (नागपुर)–पुणे वंदे भारत ट्रेन।