---विज्ञापन---

दिल से लेकर स्ट्रेस तक, दांतों को देखकर पता लगाएं ये 7 बीमारियां

Teeth Health: दांत सफेद और चमकदार होते हैं तो बड़े खूबसूरत दिखते हैं। आपके सुंदर सफेद दांत सिर्फ आपके चेहरे का लुक नहीं बढ़ाते हैं। आपके दांत आपकी सेहत के छिपे हुए कई राज को भी खोलते हैं। आइए जानते हैं इस बारे में।

Edited By : Namrata Mohanty | Updated: Sep 30, 2024 10:17
Share :

Teeth Health: दांत हमारी पर्सनालिटी निखारने का काम करते हैं। एक अच्छी स्माइल से हम किसी भी हार को जीत में बदल सकते हैं। शायद, इसलिए हम अपने दांतों की ज्यादा केयर करते हैं। सफेद मोती जैसे दांत आपका कॉन्फिडेंस बढ़ाते हैं। पर क्या दांतों का काम सिर्फ इतना ही होता है? नहीं, हमारे दांत हमारी सेहत से जुड़े कई राज खोल सकते हैं, जो संकेत हैं गंभीर बीमारियों का। समय रहते इन्हें न समझा जाए तो समस्या बढ़ सकती है। चलिए, इस बारे में जानते हैं सबकुछ।

ऐसे समझें दांतों के संकेत

हार्ट हेल्थ

जिन लोगों को ओरल हेल्थ की समस्या बनी रहती है उन्हें हृदय रोग का खतरा भी बना रहता है। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, इन्हें अक्सर मसूड़ों से खून आने या दांत गिरने की समस्या होती रहती है। जिन लोगों के मसूड़ों में इंफेक्शन ज्यादा होता है, उन्हें हमेशा दिल की बीमारियों का खतरा रहता है। इन लोगों को हार्ट स्ट्रोक या हार्ट अटैक आने की संभावनाएं तेज रहती हैं।

पोषक तत्वों की कमी

मुंह के अल्सर या छाले आना सीधा-सीधा इशारा है कि आप एनीमिया पीड़ित हैं। एनीमिया, खून की कमी से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है। अगर आपका डेंटिस्ट बार-बार मुंह के अल्सर या छाले की समस्या का कारण नहीं ढूंढ़ पा रहा है, तो आपको एकबार सीबीसी ब्लड टेस्ट जरूर करवाना चाहिए। ये सभी लक्षण शरीर में बी-12 की कमी से भी नजर आते हैं।

ये भी पढ़ें- घर लाते ही सड़ जाते हैं केले? अपनाएं ये 3 टिप्स, लंबे समय तक रहेंगे फ्रेश!

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज (IBD)

इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज, यह आंतों की एक गंभीर बीमारी है, जो आपके मुंह से लेकर आपकी गट हेल्थ तक की सेहत का राज खोलता है। इस बीमारी का संकेत है जीभ पर सफेद परत जमना या फिर मुंह सूखना। इन संकेतों को गंभीरता से लेना जरूरी है क्योंकि इंफ्लेमेटरी बाउल डिजीज, एक ऐसी बीमारी है, जिसमें लोगों को उठना और बैठना भी दूभर हो जाता है।

डिमेनशिया

कई रिसर्च में इस बात का खुलासा हुआ है कि लंबे समय तक मसूड़ों की सेहत खराब होना, मसूड़ों से खून आना, दर्द होना या दांत गिरना एक संकेत है कि आप मनोभ्रंश यानी डिमेनशिया से पीड़ित हैं। डिमेनशिया, भूलने या कमजोर याददाश्त वाली एक बीमारी है। इस बीमारी में इंसान की सोचने-समझने की क्षमता को भी नुकसान होता है।

तनाव

अगर आपके दांत घिस गए हैं या टूट गए हैं, तो आपको समझना होगा कि आप जाने-अनजाने किसी तनाव में हैं। इन लोगों को तनाव की समस्या रात को सोते समय ज्यादा महसूस होती है। तनाव के अन्य लक्षण हैं गर्दन में दर्द होना, जबड़े में दर्द होना, सिर और कानों में दर्द।

लिवर की सेहत

क्वीन्स यूनिवर्सिटी के हुए एक शोध के अनुसार, जिन लोगों को हमेशा दांतों, मसूड़ों और मुंह के अल्सर की समस्या रहती है उन्हें लिवर के कैंसर होने की संभावनाएं रहती है। इन लोगों में लगभग 75% तक लिवर कैंसर का रिस्क रह सकता है। रिसर्च में साइंटिस्टों ने एक बैक्टीरिया की खोज की है, जो पहले कैविटी पैदा करते हैं जो बाद में कैंसर कारक बन जाता है।

मेनोपॉज

महिलाओं में एक उम्र के बाद मेनोपॉज होता है, जिसके कारण इनमें ऑस्टियोपोरोसिस की बीमारी होने का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में इनके दांतों और मसूड़ों पर भी प्रभाव पड़ता है। मेनोपॉज के बाद महिलाओं के मसूड़े, दांत और जीभ में सूजन, जलन और छाले की समस्या बढ़ जाती है।

ये भी पढ़ें- घर पर अबॉर्शन खतरनाक, 6 नुकसान या जाएगी जान, गर्भपात के समय इन बातों का ख्याल रखें

Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें।News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

HISTORY

Written By

Namrata Mohanty

First published on: Sep 30, 2024 10:17 AM

Get Breaking News First and Latest Updates from India and around the world on News24. Follow News24 on Facebook, Twitter.

संबंधित खबरें