गर्मियां उत्तर भारत के प्रदेशों में जोरों-शोरों से बढ़ने लगी हैं। ज्यादा तेज धूप से इंसान परेशान हो जाता है और गर्मी का आलम ऐसा होता है कि 5 मिनट भी बाहर खड़ा होना मुश्किल हो जाता है। बीते 2 दिनों से देश की राजधानी दिल्ली में गर्मी चरम पर है और लू से प्रताड़ित हो रहे हैं। गर्म हवाओं के थपेड़े ऐसे हैं कि सुबह 11 बजे के बाद शाम को 4 से 5 बजे तक भी लोग बाहर निकलने से कतराते हैं। तापमान 40 डिग्री के पार पहुंच गया है, जिससे डिहाइड्रेशन की समस्या भी लोगों में बढ़ने लगी है। मौसम विभाग ने दिल्ली में अगले 2 दिनों का येलो अलर्ट भी जारी किया है। ऐसे में लोगों को सावधानियां बरतनी चाहिए ताकि सेहत को नुकसान न पहुंचे। रिपोर्ट में जानिए बचाव कैसे किया जा सके।
Heat Stroke क्या है?
हीट स्ट्रोक एक गंभीर स्थिति है जिसमें शरीर का तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच जाता है और शरीर पसीना नहीं छोड़ पाता है, जिससे शरीर का तापमान भी नियंत्रण से बाहर हो जाता है। ज्यादा गर्मी पड़ने से इसका असर शरीर पर भी होता है जैसे कि पसीने ज्यादा आना, उल्टी, चक्कर आना या मांसपेशियों समेत पूरे शरीर में ऐंठन होना। डिहाइड्रेशन तो अधिकांश लोगों के शरीर में हो जाती है।
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एक्सपर्ट की राय
एशियन अस्पताल के एक्सपर्ट डॉक्टर सुनील राणा कहते हैं कि हीटवेव्स के दौरान इंसान के शरीर पर गंभीर प्रभाव पड़ता है। लोग डिहाइड्रेशन की समस्या से जूझते हैं, लू लगने के जोखिमों को झेलते हैं। एक्सपर्ट कहते हैं कि डिहाइड्रेशन ऑफिस जाने वाले लोगों, स्कूल जाने वाले बच्चों और जो लोग एसी में रहते हैं, उनमें ज्यादा होती है। उन्हें अपने वाटर इनटेक का डेली डोज नोट करना चाहिए। डिहाइड्रेशन से इंसान की जान को भी खतरा होता है।
हीट स्ट्रोक के लक्षण
सिरदर्द होना, कमजोरी महसूस करना, मितली और उल्टी महसूस करना, मुंह और गले में सुखना और दिल की धड़कनें तेज होना।
धूप से कैसे बचें?
- बिना वजह धूप में जाने से बचें। अगर जाना पड़ रहा है, तो सिर को कवर करना न भूलें।
- ढीले और हल्के रंगों के कपड़े पहनें। इस मौसम में सूती पहनना सबसे सही होता है।
- डिहाइड्रेशन की समस्या से बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। घर से निकलने से पहले भी पानी पिएं।
- एसी में रहने वाले लोग अचानक से धूप के संपर्क में न आएं। इससे हीट स्ट्रोक का अटैक आने का जोखिम बढ़ जाता है।
- आंखों को ढकने के लिए काला चश्मा पहनें। इससे काफी हद तक राहत मिलेगी।
- घर में बुजुर्ग हैं, तो उनका शुगर और बीपी चेक करते रहें।
बच्चों के हाइड्रेशन को कैसे सही रखें?
- माता-पिता बच्चों को पर्याप्त मात्रा में पानी पिलाएं।
- बाहर जा रहे हैं, तो साथ में पानी की बोतल भी दें। कोशिश करें कि पानी में ग्लूकोज भी मिला सकें।
- बच्चों को छाछ, पानी और नारियल पानी पिलाएं।
- खाने में मौसमी सब्जियां और फल दें।
- बाहर या स्कूल जाते समय उनके सिर को ढकने के लिए कैप का इस्तेमाल करें।
- बच्चों को बाहर का खाना बिल्कुल न दें।
- अगर आप बच्चे को स्कूल से घर लेने जाते हैं तो साथ में छतरी भी लेकर जाएं।
सीनियर सिटिजन रखें इन बातों का ख्याल
- गर्मी में इन लोगों का ख्याल रखना किसी टास्क से कम नहीं है। कहते हैं न कि इन लोगों की उम्र भी छोटे बच्चों जैसी हो जाती है। घर के लोग अपने बुजुर्ग माता-पिता का इस तरह ख्याल रखें:
- बुजुर्गों को लिवर, किडनी या हार्ट की बीमारियां होती हैं, ऐसे में इन लोगों के लिए ज्यादा पानी पीना भी सही नहीं है।
- हाइड्रेशन मेंटेन करने के लिए आप इन्हें ORS का घोल भी पिला सकते हैं।
- बुजुर्गों को सुबह-सुबह जब धूप बिल्कुल हल्की होती है, उस समय वॉक कर लेनी चाहिए।
- अगर इनका कोई जरूरी काम या चेकअप है, तो जितनी सुबह हो सके उसे निपटा लें।
- खाली पेट बाहर जाने से बचें और पानी पिलाते रहें।
- इन लोगों को लम्बे समय तक उपवास नहीं करने देना चाहिए।
ऑफिस जाने वाले लोग रखें खास ख्याल
- पानी की कमी न होने दें।
- पर्याप्त मात्रा में पानी तथा इलेक्ट्रोलाइट्स का सेवन करें।
- लंच स्किप न करें।
- सनस्क्रीन का उपयोग करें।
- रोड या फिर मार्केटिंग का काम करते हैं, तो ये लोग अपनी सेहत का ज्यादा ख्याल रखें। अपने शरीर को ढकें और कोशिश करें कि छांव में रहें।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।