Silent Heart Attack Signs: साइलेंट हार्ट अटैक किसी भी अन्य अटैक की तरह ही होता है और उतना ही खतरनाक भी। हमारे दिल को काम करने के लिए ऑक्सीजन की जरुरत होती है। अगर दिल तक ब्लड ले जाने वाली आर्टरी में प्लाक (जिसमें फैट, कोलेस्ट्रॉल होते हैं) जमा हो जाता है, तो यह ब्लड फ्लो को पूरी तरह से बंद कर सकता है। जितनी देर तक दिल में ब्लड फ्लो नहीं होगा, उतना ज्यादा नुकसान होगा। क्योंकि ये सब साइलेंट हार्ट अटैक के संकेतों को इशारा होता है। इस पर अगर ध्यान नहीं देते हैं तो ज्यादा नुकसान पहुंच सकता है।
हार्ट अटैक के लगभग आधे मामले ‘साइलेंट ‘ होते हैं, जहां सीने में दर्द, सांस लेने में परेशानी और चक्कर आना शामिल है और ज्यादातर लोग महसूस नहीं कर पाते हैं। साइलेंट हार्ट अटैक आपके दिल को नुकसान पहुंचा सकता है, भले ही आपको इसके लक्षण महसूस न हो और यह दूसरे और ज्यादा हानिकारक दिल के दौरे का खतरा पैदा कर सकता है।
साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण और इलाज क्या है, जानें इस Video में-
साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षण
थकान
अगर आपको लगता है कि पहले कोई भी काम आपके लिए चुनौतीपूर्ण नहीं था, लेकिन अब लगातार करने से या न करने से भी और थकान ज्यादा होती है, तो यह साइलेंट हार्ट अटैक का एक संकेत हो सकता है।
ये भी पढ़ें- ब्रेकफास्ट Skip करना नुकसानदायक या फायदेमंद, क्या कहते हैं डॉक्टर्स?
सांस लेने में परेशानी
जिन लोगों को शारीरिक रूप से काम नहीं करने पर भी अचानक सांस लेने में परेशानी महसूस होती है, उन्हें साइलेंट हार्ट अटैक के प्रति सावधान रहना चाहिए। दिल के काम कम करने से शरीर को भरपूर ऑक्सीजन नहीं मिलती है, जिसके कारण सांस फूलने लगती है।
शरीर में बेचैनी
बांह, गर्दन, पीठ के साथ-साथ शरीर के ऊपरी भाग में बेचैनी साइलेंट हार्ट अटैक का संकेत हो सकती है। यह हल्की और रुक-रुक कर हो सकती है, जिससे अन्य कारण इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। सीने में दर्द हमेशा साइलेंट हार्ट अटैक के लक्षणों में शामिल नहीं होता है।
साइलेंट हार्ट अटैक के शुरुआती लक्षण बता रहें हैं डॉ. महेश वाधवानी इस Video में-
मतली और चक्कर आना
लगातार मतली या कभी-कभी हल्के सिरदर्द या चक्कर आना भी एक तरह से दिल के काम न करने का संकेत हो सकता है। ब्लड को पंप करने में दिल की क्षमता कम होने से ब्लड प्रेशर में गिरावट हो सकती है।
ज्यादा पसीना आना
ज्यादा पसीना आना जो नॉर्मल से कहीं अधिक है और पर्यावरण या शारीरिक परिश्रम से जुड़ा नहीं है, ये भी दिल से जुड़ी समस्या का संकेत हो सकता है।
हार्ट अटैक के साइलेंट संकेतों के बारे में जागरूक होना बहुत जरूरी है, लेकिन अगर आप इन्हें नजरअंदाज करते हैं, तो ये आपके लिए घातक साबित होता है। फिर भी अगर आपको इनमें से कोई भी लक्षण महसूस हो तो तुरंत डॉक्टर को कॉल करें। हालांकि, इन संकेतों का हमेशा यह मतलब नहीं है कि आपको हार्ट अटैक पड़ रहा है, लेकिन सावधान रहना जरूरी है। याद रखें हार्ट अटैक को रोकने का सबसे बेस्ट तरीका सबसे पहले अपने दिल की जांच और अन्य खतरे को कम करना है, जैसे कि अपने ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के लेवल को बढ़ने न देना ही आपके दिल के लिए अच्छा है।
Disclaimer: इस लेख में बताई गई जानकारी और सुझाव को पाठक अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। News24 की ओर से किसी जानकारी और सूचना को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।