Raw milk vs boiled milk: क्या आप कभी सोचते हैं कि कच्चा दूध पीना अच्छा है या उबला हुआ दूध? दोनों के बीच कुछ खास फर्क है, जो आपकी सेहत पर असर डाल सकता है। कच्चा दूध पोषक तत्वों से भरा होता है, लेकिन इसमें बैक्टीरिया भी हो सकते हैं। वहीं, उबला हुआ दूध इन बैक्टीरिया को मारकर ज्यादा सुरक्षित हो जाता है। लेकिन क्या कच्चा दूध वाकई सेहत के लिए अच्छा है या उबला हुआ दूध ही बेहतर है? आइए जानते हैं दोनों के फायदे और नुकसान और देखते हैं कि आपके लिए कौन सा दूध सही रहेगा।
किस दूध में होते हैं ज्यादा न्यूट्रिएंट्स
कच्चे दूध में विटामिन और मिनरल्स ज्यादा होते हैं, क्योंकि जब दूध को जब उबाला जाता है, तो कुछ न्यूट्रिएंट्स कम हो जाते हैं। जैसे कि विटामिन C और कुछ एंजाइम्स उबालने से खत्म हो जाते हैं। हालांकि, उबला हुआ दूध भी सेहत के लिए अच्छा होता है, लेकिन कच्चे दूध के मुकाबले इसमें थोड़े कम न्यूट्रिएंट्स हो सकते हैं।
बैक्टीरिया किस दूध में होते हैं ज्यादा
कच्चे दूध में बैक्टीरिया जैसे E. coli, Salmonella और Listeria हो सकते हैं, जो गंभीर बीमारियों का कारण बन सकते हैं। यह बैक्टीरिया दूध को खतरनाक बना सकते हैं, खासकर बच्चों, गर्भवती महिलाओं और कमजोर इम्यून सिस्टम वाले लोगों के लिए। उबला हुआ दूध इन बैक्टीरिया को खत्म कर देता है, जिससे दूध पीना सुरक्षित होता है। उबालने से दूध पूरी तरह से साफ और सुरक्षित हो जाता है।
डाइजेशन में कौनसा दूध ज्यादा असरदार
कच्चा दूध अपने प्राकृतिक एंजाइम्स को बनाए रखता है, जो पाचन में मदद करते हैं। कुछ लोग मानते हैं कि कच्चा दूध पचाने में आसान होता है क्योंकि इसमें वे एंजाइम्स होते हैं जो दूध को जल्दी पचाने में मदद करते हैं। दूसरी ओर उबला हुआ दूध पचाने में थोड़ी परेशानी दे सकता है, क्योंकि उबालने से दूध के प्रोटीन बदल जाते हैं। हालांकि कई लोग उबला हुआ दूध कच्चे दूध से ज्यादा आसानी से पचा पाते हैं।
स्वास्थ्य के लिए कौन सा ज्यादा सुरक्षित
कच्चा दूध स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित नहीं माना जाता है क्योंकि इसमें हानिकारक बैक्टीरिया हो सकते हैं। इन बैक्टीरिया के कारण गंभीर बीमारियां हो सकती हैं, जैसे पेट में इंफेक्शन और दस्त। उबला हुआ दूध सुरक्षित होता है क्योंकि उबालने से बैक्टीरिया और अन्य हानिकारक तत्व मर जाते हैं। इस कारण उबला हुआ दूध पीना ज्यादा सुरक्षित और स्वच्छ होता है।