Lung Cancer Day: हर साल 1 अगस्त को विश्व फेफड़े का कैंसर दिवस मनाया जाता है। ये दिन खासतौर पर लोगों के बीच फेफड़ों के कैंसर से सावधान करने के लिए दुनिया भर में माना जाता है। विश्व फेफड़े का कैंसर दिवस मनाने का उद्देश्य फेफड़ों के कैंसर से संबंधित जोखिमों के बारे में जागरूकता को बढ़ाना भी है। कई लोगों की मौत का जिम्मेदार फेफड़ों का कैंसर भी माना जाता है। इसलिए जरूरी है कि इस जानलेवा बीमारी की पहचान समय रहते ही कर ली जाए और बचाव कर समय पर इलाज भी करा लिया जाए।
आज हम आपको फेफड़ों के कैंसर के कुछ संकेतों के बारे में बताने जा रहे हैं जो शरीर में देखने लगते हैं, जिसे जानकर आप समय पर डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। आइए फेफड़ों के कैंसर के संकेत, कारण और रोकथाम के बारे में विस्तार से जानते हैं।
भारत में बढ़ रहा है लंग्स कैंसर का खतरा!
पिछले कुछ सालों में लंग्स कैंसर के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है और इसके पीछे की वजह कहीं न कहीं बिगड़ता लाइफस्टाइल है। समय पर भोजन न करना, अधिक धूम्रपान, ज्यादा तनाव, लाइफ स्टाइल में खराब बदलाव और वायु प्रदूषण के कारण लंग्स कैंसर हो सकता है। इसके लक्षणों को पहचानना आसान नहीं है, जब तक पहचान किया जाए तब तक बहुत देर भी हो सकती है।
फेफड़ों के कैंसर के 7 संकेत (7 Signs of Lungs Cancer)
1. सांस लेने में समस्या होना- अगर आपको सांस लेने में काफी समय से परेशानी हो रही है तो एक बार डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। बिना किसी एक्टिविटी या थोड़ा सा काम करने पर ही आपकी सांस फूलने लगती है तो ये फेफड़ों के कैंसर के संकेत में से एक हो सकता है। फेफड़ों में ट्यूमर अगर बढ़ जाता है तो श्वसन नलिका रुकावट होती है और फिर सांस लेने में समस्या होने लगती है।
2. खांसी का न रुकना- सांस लेने में समस्या के अलावा अगर आप लंबे समय से खांसी से परेशान हैं तो इसे नजरअंदाज न करें। फेफड़ों का कैंसर हो सकता है। खांस होने के साथ अगर खून भी आ रहा है तो इस संकेत को बिल्कुल भी इग्नोर न करें, तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
3. थकान- बिना कुछ किए ही आप थकावट महसूस कर रहे हैं या फिर आराम करते समय भी खुद को थका हुआ महसूस करते हैं तो ये संकेत भी लंग्स कैंसर का माना जाता है। कैंसर कोशिकाओं की वजह से शरीर की ताकत कम होने लगती है और व्यक्ति थकावट महसूस करने लगता है।
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4. छाती में दर्द- अगर गहरी सांस लेने पर छाती में दर्द महसूस हो तो इस संकेत को नजरअंदाज न करें। खांसते समय या हंसते समय छाती में दर्द हो भी फेफड़ों के कैंसर का संकेत माना जाता है। लगातार होने वाले दर्द को इग्नोर की बजाय डॉक्टर से संपर्क करें।
5. आवाज में बदलाव होना- अगर आपकी आवाज में बदलाव हो रहा है तो ये फेफड़ों के कैंसर का संकेत हो सकता है। पहले से आवाज का भारी होना या फिर किसी तरह का बदलाव होना इसका लक्षण माना जाता है। ट्यूमर वोकल कॉर्ड्स पर कैंसर की कोशिकाओं का प्रभाव पड़ता है। ये संकेत दिखने पर एक बार डॉक्टर से जरूर सलाह लें।
6. निमोनिया
फेफड़ों में बार-बार संक्रमण होना और उस वजह से निमोनिया या ब्रोंकाइटिस का होना भी फेफड़ों के कैंसर का संकेत माना जाता है। इस समस्या से बार-बार परेशान हो रहे हैं तो एक बार डॉक्टर से संपर्क करें।
7. वजन का कम होना- इन संकेतों के अलावा अगर आपको महसूस हो कि बिना किसी तरह के परहेज किए अचानक से वजन कम हो रहा है, तो हो सकता है कि इसके पीछे का कारण कैंसर कोशिकाएं हों। भूख न लगना और वजन का कम होना फेफड़ों के कैंसर का लक्षण माना जा सकता है।
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कैसे करें लंग्स कैंसर से बचाव? (Lung cancer prevention)
- धूम्रपान और तंबाकू का सेवन न करें।
- वायु प्रदूषण से बचने के लिए फेस मास्क का यूज करें।
- साल में 1 बार जरूर फेफड़ों का चेकअप कराएं।
- साल में एक बार फुल बॉडी टेस्ट भी जरूरी कराएं।
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य लें। News24 की ओर से कोई दावा नहीं किया जा रहा है।