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Primary Liver Cancer क्या है? कैसे पहचानें इसके शुरुआती संकेत और लक्षण, जानें

Primary Liver Cancer: लिवर कैंसर एक प्रकार का कैंसर है जो लिवर में शुरू होता है और ये तब होता है जब शरीर में सेल्स कंट्रोल से बाहर हो जाती हैं।

Edited By : Deepti Sharma | Updated: Nov 29, 2023 13:27
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Primary Liver Cancer: लिवर हमारे सबसे महत्वपूर्ण अंगों में से एक है, जो पाचन से आने वाले खून को शरीर के बाकी भागों में बहाव करने से पहले फिल्टर करता है। यह केमिकल्स को डिटॉक्स करने के साथ-साथ दवाओं को मेटाबोलाइज करता है। लिवर खून के थक्के और अन्य कामों के लिए जरूरी प्रोटीन को भी जोड़ कर रखता है। अगर लिवर के काम में गड़बड़ी होनी शुरू हो जाती है, तो ये एक तरह से प्राइमरी लिवर कैंसर की शुरूआत हो सकती है। आपको बता दें, प्राइमरी लिवर कैंसर एक से ज्यादा टाइप के होते हैं। आखिर ये Primary Liver Cancer क्या है और इसके संकेत कैसे हो सकते हैं, इस बारे में Dwarkesh MultiSpeciality Hospital, से Health Expert Dr. Binal Shah ने कुछ शुरूआती लक्षणों पर जानकारी दी।

कैंसर से लिवर भी प्रभावित होता है, जो शरीर के किसी भी अंगों में हो सकता है। आपको बता दें, प्राथमिक लिवर कैंसर (Primary Liver Cancer) तब होता है जब लिवर को सिरोसिस के रूप में कोई नुकसान होता है। कुछ जन्म के समय से, शराब का ज्यादा सेवन करने से, क्रोनिक डिजीज जैसे- हेपेटाइटिस बी और सी जैसे बीमारियों के साथ पुराने इंफेक्शन, मोटापा और फैटी लिवर बीमारी का होना आदि प्राथमिक लिवर कैंसर के कारण होते हैं।

प्राइमरी लिवर कैंसर, जिसे हेपैटोसेलुलर कार्सिनोमा (Hepatocellular Carcinoma) के रूप में भी जाना जाता है। यह एक प्रकार का कैंसर है जो मुख्य लिवर सेल्स में बनता है। यह एक ग्लोबल हेल्थ चिंता है और लिवर कैंसर के प्रकारों में से एक है। भारत में हर साल 100,000 जनसंख्या पर पुरुषों में प्राइमरी लिवर कैंसर की घटनाएं 4 से 7.5 और महिलाओं में 1.2 से 2.2 तक होती हैं।

प्राइमरी लिवर कैंसर के लक्षण अलग-अलग तरह के हो सकते हैं और शुरुआती स्टेज में, वे माइक्रो हो सकते हैं। जैसे-जैसे बीमारी बढ़ती रहती है, इसका अनुभव हो सकता है।

पेट में दर्द

ट्यूमर के बढ़ने और आसपास के टिश्यू पर दबाव पड़ने से पेट के ऊपरी भाग में लगातार दर्द हो सकता है।

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पीलिया

त्वचा और आंखों का पीला पड़ना एक नॉर्मल लक्षण है, जो बिगड़ा हुआ लिवर काम और बिलीरुबिन के जमा होना का संकेत देता है।

सूजन

पेट या पैरों में सूजन, जिसे जलोदर(पेट फूलने का रोग) कहा जाता है, तरल पदार्थ के निर्माण के कारण हो सकता है।

लिवर का साइज बढ़ना

शारीरिक जांच के दौरान लिवर का आकार बढ़ सकता है और उसमें सूजन भी आ सकती है।

अन्य लक्षणों को न करें नज़रअंदाज़

बिना कारण वजन कम होना लिवर कैंसर के साथ-साथ अलग-अलग कैंसर का संकेत हो सकता है। खाने की इच्छा न होना, एक अन्य लक्षण होता है। नॉर्मली कमजोरी और थकान लिवर के जरूरी काम करने की क्षमता में कमी के कारण हो सकती है। जैसे-जैसे लिवर के काम करने में गिरावट आती है, इसके चलते मतली और वोमिटिंग महसूस हो सकती है।

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रिस्क फैक्टर

कई रिस्क फैक्टर प्राथमिक लिवर कैंसर की संभावना को बढ़ाते हैं। इन फैक्टर्स को समझने में मदद मिल सकती है जो ज्यादा जोखिम में हो सकते हैं।

  • हेपेटाइटिस बी वायरस (hBv) या हेपेटाइटिस सी वायरस (hCv) के साथ लंबे समय के संक्रमण से लिवर कैंसर का खतरा काफी बढ़ जाता है। इन संक्रमणों से लिवर में सूजन, सिरोसिस और कैंसर सेल्स का विकास हो सकता है।
  • सिरोसिस, एक ऐसी स्थिति जिसमें लिवर के टिश्यू पर घाव हो जाते हैं। क्रोनिक अल्कोहल का मिस यूज, वायरल हेपेटाइटिस और नॉन-अल्कोहल फैटी लिवर रोग सिरोसिस के सामान्य कारण हैं।
  • लंबे समय तक शराब का सेवन लिवर कैंसर के लिए एक खतरा है।
  • लिवर में फैट के जमा होने की एक स्थिति है, जो लिवर कैंसर के बढ़ते खतरे से जुड़ी हुई है।

प्राथमिक लिवर कैंसर को कैसी स्थिति ट्रिगर कर सकती है ?

एफ्लाटॉक्सिन (Aflatoxins)

मूंगफली और मक्का जैसी फसलों पर उगने वाले कुछ फफूंद से विषैले पदार्थ, लिवर कैंसर के लिए एक जोखिम कारक है।

डायबिटीज

डायबिटीज वाले लोगों में लिवर कैंसर विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है।

मोटापा

मोटापा लिवर कैंसर के बढ़ते खतरे से जुड़ा है।

हेल्थ टिप्स

यह ध्यान रखना जरूरी है कि लक्षण अलग-अलग अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से भी जुड़े हो सकते हैं। लगातार लक्षणों का अनुभव करने पर आपको डॉक्टर से जांच करवानी चाहिए। प्राइमरी लिवर कैंसर के विकास के जोखिम वाले लोगों में उपचार में सुधार के लिए नियमित जांच करना जरूरी है। इसके अलावा, जीवनशैली में बदलाव, हेपेटाइटिस बी के खिलाफ टीकाकरण, और पुरानी लिवर की समस्याओं का प्रभाव लिवर कैंसर के खतरे को कम कर सकता है।

Disclaimer: इस लेख में बताई गई जानकारी और सुझाव को पाठक अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। News24 की ओर से किसी जानकारी और सूचना को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।

First published on: Nov 29, 2023 01:26 PM

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