Kidney Stone Causes: गुर्दे की पथरी जिसे किडनी स्टोन भी कहते हैं, एक कॉमन बीमारी है। किडनी डिजीज एक लाइफस्टाइल हेल्थ डिजीज है, जो हमारी अनहेल्दी हैबिट्स से होती हैं जैसे कि अस्वस्थ खाना, नींद में कमी और पानी सही से न पीना। भारत में भी किडनी स्टोन के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, खासतौर पर युवाओं में पथरी के मामले सबसे ज्यादा पाए जा रहे हैं। युवाओं में इसके बढ़ने का कारण भी उनकी जीवनशैली है। इस पर न्यूज 24 ने एक पैनल डिस्कशन कर बीमारी की वजह, संकेत और बचावों के बारे में लोगों को जागरूक किया है। आइए जानते हैं इस पर हेल्थ एक्सपर्ट्स की क्या-क्या सलाह है।
क्या हैं हेल्थ एक्सपर्ट की राय?
हेल्थ एक्सपर्ट्स के पैनल में डॉक्टर अतुल अग्रवाल और डॉक्टर समीर भाटी शामिल थे। जिसमें डॉक्टर अतुल अग्रवाल, जो एस अस्पताल के यूरोलॉजिस्ट हैं, बताते हैं कि सर्दियों में अधिकांश लोगों की डाइट में कई बड़े बदलाव होते हैं। इस वजह से सर्दियों में किडनी स्टोन के मामले बढ़ जाते हैं।
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क्या है कारण?
डॉक्टर अतुल अग्रवाल के अनुसार, सर्दियों में किडनी स्टोन के मामले बढ़ने के कारण ऐसे हो सकते हैं :-
1. पानी कम पीना- दरअसल, ठंड में हमें प्यास कम लगती है, जिससे लोग पानी पीना कम कर देते हैं। शरीर में पानी की कमी होने से किडनी में स्टोन बनने लगते हैं। कम पानी पीने से हमारे यूरिन में नमक और मिनरल्स की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे यूरिन गाढ़े रंग का भी आता है।
2. प्रोटीन वाले भोजन का सेवन- सर्दियों में लोग ऑयली और प्रोटीन से भरपूर भोजन ज्यादा खाते हैं। इस भोजन से शरीर में यूरिक एसिड और कैल्शियम ऑक्सलेट की मात्रा बढ़ जाती है, जिससे किडनी में स्टोन बनते हैं।
3. फैमिली हिस्ट्री- अगर घर में पहले से किसी को किडनी स्टोन डिजीज थी, तो उन्हें भी स्टोन बनने की बीमारी का रिस्क रहता है। साथ ही, डॉक्टर अतुल बताते हैं कि युवाओं में किडनी स्टोन का रिस्क डाइट, खान-पान की खराब आदतों के चलते होता है।
4. शारीरिक गतिविधि में कमी- ठंड के मौसम में फिजिकल एक्टिविटी में कमी आ जाती हैं, क्योंकि ठंड से बचने के लिए लोग बाहर कम निकलते हैं और घर में ज्यादा रहते हैं। ऐसे में हमारा मेटाबॉलिज्म धीमा हो जाता है और स्टोन बनने का रिस्क बढ़ जाता है।
5. विटामिन-डी की कमी- सर्दियों में धूप कम मिलने के कारण शरीर में विटामिन-डी का स्तर कम हो जाता है। शरीर में इस विटामिन की कमी से ऑक्सिलेट स्ट्रेस बढ़ता है, जिससे स्टोन बनने का रिस्क बढ़ जाता है।
Kidney स्टोन के शुरुआती संकेत
- पेट या पीठ के निचले हिस्सों में तेज दर्द महसूस करना।
- पेशाब में खून आना।
- बार-बार पेशाब आना लेकिन मात्रा कम में आना।
- पेशाब में जलन होना।
- मतली और उल्टी आना।
क्या प्रोटीन का ज्यादा इनटेक भी हानिकारक?
डॉक्टर समीर भाटी, जो कि एक जनरल हेल्थ एक्सपर्ट हैं, बताते हैं कि युवाओं में जिम जाना एक न्यू हेल्थ ट्रेंड है। ऐसे में मसल गेनिंग के लिए लोग प्रोटीन का सेवन करते हैं। डॉक्टर कहते हैं कि प्रोटीन को सीधे-सीधे नुकसानदायक मानना गलत होगा क्योंकि प्रोटीन ऐसा ही तत्व है, जो हमारे शरीर के लिए महत्वपूर्ण होता है। प्रोटीन मिलावटी हो, आर्टिफिशियल हो या प्रोटीन के साथ पर्याप्त पानी न पिया जाए, तो यह स्टोन बनने का कारण बनता है। प्रोटीन का सोर्स क्या है, यह जानना जरूरी है। डॉक्टर समीर कहते हैं कि शुगर ड्रिंक्स, कोल्ड-ड्रिंक्स और सोड़ा पीना भी स्टोन का कारण है।
कैसे बचें किडनी स्टोन से?
1. पानी अधिक पिएं, ताकि शरीर हाइड्रेट रहें।
2. ग्रीन टी पिएं।
3. सेब का सिरका और पानी को घोल भी पीना लाभदायक होगा।
4. विटामिन-डी के लिए धूप में समय बिताएं।
5. फिजिकल एक्टिविटी जरूर करें।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।