Kidney Disease Causes: हाल ही में जम्मू कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मलिक और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन का निधन किडनी से जुड़ी गंभीर बीमारी के कारण हुआ है। इन दोनों नेताओं की उम्र 70 वर्ष से अधिक थी और उनके मामले ने यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आखिर बढ़ती उम्र में किडनी फेल होने की समस्या क्यों बढ़ जाती है और क्या इससे मौत होना तय है? आइए जानते हैं इस पर एक्सपर्ट की सलाह।
उम्र बढ़ने के साथ क्यों बढ़ जाता है किडनी डिजीज का रिस्क
आकाश हेल्थकेयर के रोबोटिक यूरोलॉजी, किडनी ट्रांसप्लांट, यूरो ऑन्कोलॉजी, एंड्रोलॉजी एंड मेल फर्टिनिटी के डायरेक्टर एवं एचओडी डॉ. विकास अग्रवाल बताते हैं कि उम्र बढ़ने के साथ किडनी की कार्यक्षमता स्वाभाविक रूप से घटने लग जाती है। 40 वर्ष की उम्र के बाद हर दशक में किडनी की फिल्टरिंग क्षमता लगभग 10% तक कम हो सकती है। इसके अलावा, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, लंबे समय तक पेनकिलर्स का सेवन और बार-बार यूरिनरी इंफेक्शन होना भी किडनी की कार्यक्षमता को कमजोर कर देता है।
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ये हैं प्रमुख वजहें
1.क्रॉनिक किडनी डिजीज (CKD)- उम्र के साथ धीरे-धीरे किडनी की फिल्टरिंग क्षमता कम होती है।
2.हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज- ये दोनों रोग बुजुर्गों में आम होते हैं और किडनी को नुकसान पहुंचाने के सबसे बड़े कारण भी हैं।
3.देर से पहचान- शुरुआती स्टेज में किडनी रोग के लक्षण हल्के होते हैं, जिससे बीमारी अक्सर देर से पकड़ में आती है।
4.कमजोर इम्यून सिस्टम- उम्र के साथ-साथ शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने लगती है, जिससे इंफेक्शन और अन्य समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
अमेरिकन बोर्ड ऑफ इंटरनल मेडिसिन एंड नेफ्रोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. शफीक चीमा कहते हैं “किडनी हमारे शरीर का फिल्टर होता है। अगर इसकी कार्यक्षमता 15% से कम हो जाती है, तो मरीज को डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट की जरूरत पड़ जाती है। बुजुर्गों में यह प्रक्रिया ज्यादा जटिल हो जाती है क्योंकि बढ़ती उम्र के चलते शरीर के अन्य अंग भी कमजोर हो चुके होते हैं।”
धीरे-धीरे बढ़ती है बीमारी
एक्सपर्ट बताते हैं कि बुजुर्ग मरीजों में अक्सर किडनी फेलियर अचानक नहीं होता है बल्कि धीरे-धीरे बढ़ता है। कई बार मरीजों को पता भी नहीं चलता और जब तक वे डॉक्टर के पास पहुंचते हैं, तब तक बीमारी अपने आखिरी स्टेज में पहुंच जाती है।
बचाव के उपाय
- ब्लड प्रेशर और शुगर को नियंत्रित रखें।
- पर्याप्त पानी पिएं।
- अनावश्यक दवाओं का लंबे समय तक सेवन न करें।
- साल में कम से कम एक बार किडनी फंक्शन टेस्ट कराएं, खासकर 50 वर्ष की उम्र के बाद।
डाइट से कैसे सुरक्षित रखें किडनी?
हार्वर्ड के डॉक्टर सौरभ सेठी बताते हैं कि किडनी की सेहत के लिए जरूरी है ये 5 फूड्स जिन्हें हम अपनी डेली डाइट में शामिल कर सकते हैं।
- बेजिल और पार्सले के पत्ते।
- चुकंदर।
- ब्लूबेरी।
- नट्स एंड सीड्स।
- विटामिन बी फूड्स जैसे साबुत अनाज और पत्तेदार सब्जी।
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