High Blood Pressure Risk In Youth: 30 साल से कम उम्र के युवा भी अब हाई ब्लड प्रेशर का शिकार हो रहे हैं। इसकी मुख्य वजह है, डेली डाइट में ज्यादा नमक का सेवन करते हैं। भारत में हापरटेंशन से जूझ रहे ज्यादातर मरीजों में कम उम्र के युवा पाए गए हैं। हाल ही में अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (All India Institute of Medical Sciences) के नेतृत्व में किए गए एक स्टडी में पाया गया कि बच्चों और सुवाओं में हाई ब्लड प्रेशर की शुरुआत एक गंभीर समस्या बनती जा रही है।
एम्स के एक्सपर्ट ने युवाओं में हाई ब्लड प्रेशर के बढ़ते मामलों पर समय रहते इसका पता लगाने और निदान के महत्व पर जोर दिया गया है। एम्स में सेंटर फॉर कम्युनिटी मेडिसिन के प्रोफेसर डॉ. सुमित मल्होत्रा ने इसे कितना परेशान करने वाला बताया कि 10 से 19 साल की आयु के लगभग 15 से 20% बच्चों और युवाओं में हाई ब्लड प्रेशर की दर उनकी उम्र के सामान्य से कहीं ज्यादा है। यह कंडीशन काफी टेंशन देने वाली है क्योंकि इस उम्र में हाई ब्लड प्रेशर से ब्रेन स्ट्रोक या दिल से जुड़ी समस्याएं और रेटिना संबंधी समस्याएं जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
हाई ब्लड प्रेशर एक बड़ी चिंता का कारण है?
विशेषज्ञों के द्वारा की गई स्टडी से पता चला है कि बच्चों में हाई ब्लड प्रेशर के बारे में जागरूकता की कमी थी। जागरूकता की कमी के कारण, कई लोग अपनी स्थिति से अनजान रहते हैं और यहां तक कि जो लोग जागरूक हैं वे भी इसका इलाज नहीं करवाते हैं। इसके अलावा, कम उम्र में हाई ब्लड प्रेशर गंभीर स्वास्थ्य खतरे पैदा कर सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर को बढ़ाने वाले फैक्टर
आज के समय में युवाओं में हाई ब्लड प्रेशर के लिए कई रिस्क फैक्टर हो सकते हैं, जिनमें..
- जेनेटिक फैक्टर
- कम उम्र में तंबाकू का सेवन
- ज्यादा वजन बढ़ना
- फिजिकल रुप से इनएक्टिव होना
- खराब लाइफस्टाइल
हाई ब्लड प्रेशर प्रमुख रिस्क फैक्टर है और खासकर युवा आबादी में समय से पहले मृत्यु का प्रमुख कारण है। स्टडी के अनुसार, बीपी को कंट्रोल करने से हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरों को काफी हद तक कम किया जा सकता है।
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