Tips For Healthy Pregnancy: गर्भावस्था के दौरान महिला के शरीर में आयरन की कमी (Iron Deficiency) एक ऐसी हेल्थ प्रॉब्लम है, जो न केवल गर्भवती महिला को प्रभावित करती है, बल्कि गर्भ में पल रहे शिशु के लिए भी खतरनाक साबित हो सकती है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह स्थिति एनीमिया की का कारण बनती है, जिससे शरीर में ऑक्सीजन की सप्लाई भी धीमी हो जाती है। खून की कमी शिशु के विकास में भी बाधाएं पैदा करती है और कई बार प्रेग्नेंसी फेल भी हो जाती है। आइए जानते हैं इस पर डॉक्टर की राय।
क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
शारदाकेयर-हेल्थ सिटी, नोएडा के कंसल्टेंट और वरिष्ठ ऑन्कोलॉजिस्ट, डॉ. अनिल ठाकवानी बताते हैं कि आयरन नॉर्मल लोगों के शरीर के लिए भी आवश्यक माना जाने वाला तत्व होता है। अगर किसी के शरीर में इस तत्व की कमी हो जाती है, तो उसे एनीमिया हो सकता है। वहीं, गर्भावस्था का समय इतना संवेदनशील होता है कि किसी भी तरह की समस्या मां और बच्चे दोनों की स्थिति को प्रभावित कर सकती है।
ये भी पढ़ें- Lungs Health Tips: क्या आपके फेफड़े हेल्दी हैं? डॉक्टर से जानें इनकी सफाई क्यों जरूरी
मां के लिए क्यों जरूरी आयरन?
डॉक्टर की मानें तो गर्भवती मां के लिए पर्याप्त मात्रा में खून होना अनिवार्य है। खून आयरन की मदद से बनता है। कई बार महिला की डाइट सही न होने की वजह से उनमें आयरन डेफिशिएंसी हो जाती है। ऐसे में अगर खाने से उन्हें आयरन नहीं मिल पाता है, तो अलग से सप्लीमेंट देने पड़ जाते हैं।
आयरन की कमी से मां का शरीर कमजोर हो जाता है। उन्हें प्रेग्नेंसी के समय में हार्ट फेलियर जैसी समस्या का भी सामना करना पड़ सकता है क्योंकि खून की कमी से ब्लड सर्कुलेशन में दिक्कत आती है। शरीर में ऑक्सीजन सप्लाई के लिए भी पर्याप्त खून होना जरूरी होता है। आयरन की कमी से मां के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता में गिरावट आती है। साथ ही, आयरन की कमी होने से डिलीवरी के बाद रिकवरी में भी समय लग सकता है।
बच्चे के लिए क्यों जरूरी है आयरन?
जब शिशु मां के गर्भ में होता है तब तक वह सारा भोजन और पोषण मां के द्वारा ही प्राप्त करता है। शिशु के शरीर को जरूरी पोषण सिर्फ मां से ही मिलते हैं, जो उसके अंगों को बनने में मदद करता है। मां के शरीर में आयरन कम होने से बच्चे को भी ऑक्सीजन की सप्लाई कम होती है। आयरन की कमी से बच्चे का समय से पहले जन्म और कम वजन की समस्या हो सकती है। कई बार आयरन की कमी से पेट में ही बच्चे का विकास रुक जाता है। बच्चे को न्यूरोलॉजिकल प्रॉब्लम्स हो सकती हैं। गंभीर मामलों में शिशु को जन्म के समय जीवित रहने का खतरा भी रहता है।
आयरन की कमी को दूर कैसे करें?
- प्रेग्नेंसी पीरियड में हरी पत्तेदार सब्जियां, रेड मीट, दालें और फोर्टिफाइड अनाज का सेवन जरूर करें।
- नियमित रूप से अपने डॉक्टर से मिलें और ब्लड टेस्ट करवाते रहें, ताकि शरीर में हीमोग्लोबिन की मात्रा को मापा जा सके।
- अगर ज्यादा कमी है तो अपने गाइनाइक की एडवाइस पर सप्लीमेंट या आयरन की दवा खाएं।
ये भी पढ़ें- Covid Alert: यूपी में बढ़ी निगरानी, एडवाइजरी जारी, नए वेरिएंट है ज्यादा खतरनाक
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।