Gallstones Vs Kidney Stones: गॉलब्लैडर और किडनी हमारे शरीर के महत्वपूर्ण अंग हैं, जो शरीर में अपने अलग-अलग कामों के लिए जाने जाते हैं। गॉलब्लैडर पाचन तंत्र का भाग है जो फैट को तोड़ने और खाना को पचाने के लिए लिवर द्वारा उत्पन्न पित्त को जमा करता है, जबकि किडनी यूरीन सिस्टम का हिस्सा है, जो शरीर से गंदगी को बाहर करने में हेल्प करती है।
गॉलब्लैडर और किडनी दोनों के काम काफी अलग-अलग हैं, लेकिन पथरी की समस्या जब होती है, तो इसके लक्षण एक जैसे हो सकते हैं। ये पथरी शरीर में लिक्विड के फ्लो को भी रोक सकती हैं और दर्द की वजह भी बन सकती है। आइए जान लेते हैं कि गॉलब्लैडर में पथरी और किडनी में पथरी दोनों में क्या अंतर है। इस बारे में Dwarkesh Hospital Vadodara से Health Expert Dr. Binal Shah ने कई महत्वपूर्ण बातें बताईः
गॉल ब्लैडर स्टोन क्यों होता है
गॉल ब्लैडर में पथरी के कुछ फैक्टर हैं जो पथरी का कारण बनते हैं-
- डायबिटीज (Diabetes)
- मोटापा (Obesity)
- गर्भधारण (Pregnancy)
- कुछ दवाओं का सेवन
- लंबे टाइम से किसी बीमारी के ग्रस्त होने के कारण
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गॉलब्लैडर में पथरी के लक्षण
- नॉर्मल से ज्यादा शरीर का टेंपरेचर
- धड़कन का तेज होना
- स्किन और आंखें पीली होना
- पोर्स में सूजन
- लूज मोशन
- ठंड लगना
- खट्टी डकार
- खाने का मन न होना
- बदहजमी, ऐसिडिटी, उलटी जैसा महसूस होना
गॉलब्लैडर पथरी का दर्द
गॉलब्लैडर की पथरी का दर्द पेट के ऊपरी राइट हिस्से में पसलियों के नीचे महसूस होता है। कई बार निचले पेट में भी महसूस हो सकता है। दर्द कई बार राइट हेंड या कंधे तक हो सकता है। जब दर्द शुरू होता है तो कम होता है, जो बाद में धीरे-धीरे बढ़ जाता है।
आपको ऊपरी दाहिने पेट की तरफ छूने पर भी तेज दर्द महसूस हो सकता है। उल्टी आना पित्त शूल (biliary colic) के नॉर्मल लक्षण हैं। गॉलब्लैडर की थैली में दर्द को गॉल ब्लैडर इंफेक्शन कहते हैं।
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गॉलब्लैडर में पथरी होने से कैसे बचें
- जीवनशैली और आहार में बदलाव
- गाजर और ककड़ी का रस दिन में दो बार लें, पथरी में लाभ मिलता है।
- सुबह खाली पेट नींबू का रस पीने से भी लाभ होता है।
- शराब, सिगरेट, चाय, कॉफी से बचने की कोशिश करें।
- नाशपाती पित्त की पथरी में फायदेमंद होती है, इसका सेवन खूब करें।
- पित्त पथरी (gallbladder stone) के मरीज भोजन में ज्यादा से ज्यादा हरी सब्जियां और फल लें, इनमें कोलेस्ट्रॉल कम होता है और प्रोटीन की कमी भी पूरी करते हैं।
- तला और मसालेदार भोजन कम खाएं।
- खट्टे फलों का सेवन करें।
- रोज एक चम्मच हल्दी का सेवन करने से पथरी दूर होती है।
गॉलब्लैडर की पथरी का इलाज
गॉलब्लैडर की पथरी का इलाज तभी सफल हो पाएगा जब डॉक्टर को मरीज की हेल्थ के बारे में पता होगा। डॉक्टर अलग-अलग टेस्ट का ऑप्शन देते हैं-
- पेट का अल्ट्रासाउंड
- एंडोस्कोपिक अल्ट्रासाउंड (Endoscopic ultrasound EUS)
- सीटी स्कैन (CT scan computed tomography)
- एंडोस्कोपिक रेट्रोग्रेड कोलैंजियोंपैंक्रिटोग्राफी (Endoscopic retrograde cholangiopancreatography ERCP)
- ब्लड टेस्ट
किडनी में पथरी
किडनी की पथरी किडनी में ठोस संरचनाएं होती हैं, जो यूरिन में मौजूद नमक, कैल्शियम और मिनिरल्स के ज्यादा होने के कारण बनती हैं। ये पथरी किडनी में पैदा होती हैं और यूरीन ट्रैक के जरिए से यूटेरस तक जाती हैं और वहां फंस जाती हैं, जिससे तेज दर्द होता है। ज्यादा सोडियम, ऑक्सलेट डाइट से शरीर में किडनी की पथरी का निर्माण हो सकता है। गॉलब्लैडर की पथरी की तुलना में किडनी की पथरी ज्यादा आम है।
किडनी स्टोन क्यों होता है ?
- कम मात्रा में पानी पीना
- यूरीन में केमिकल का ज्यादा होना
- डिहाइड्रेशन
- विटामिन डी अधिक होना
- जंक फूड का सेवन
किडनी में पथरी के लक्षण
- पीठ में दर्द
- वोमिटिंग होना
- पेशाब करने में परेशानी होना
- पेशाब करते समय जलन
- पेशाब करने की तीव्र इच्छा
- यूरिन करते समय दर्द
- पेशाब में खून आना
- पीठ की तरफ और पसलियों के नीचे तेज दर्द
किडनी स्टोन को कैसे रोकें
हाइड्रेशन- रोजाना लगभग दो लीटर यूरिन पास करने के लिए आठ गिलास पानी या कोई तरल पदार्थ पीना बेहद जरूरी होता है।
सोडियम कम करें- किडनी स्टोन से सुरक्षित रहना चाहते हैं तो ज्यादा नमक वाला आहार खाने से बचें। खाने की चीजें जैसे- बर्गर, पिज्जा, डोनट्स और चिप्स, मसालों, चीनी व्यंजन और फास्ट फूड से दूरी बनाएं।
कैल्शियम युक्त आहार- किडनी स्टोन से खुद को बचाने के लिए ज्यादा कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कम फैट वाला पनीर, कम फैट वाला दूध और दही का सेवन करना चाहिए।
मांस कम करें- मछली, सूअर का मांस, पोल्ट्री, और बीफ जैसे प्रोटीन आइटम यूरिक एसिड को बढ़ाते हैं। जो भविष्य में कैल्शियम ऑक्सालेट किडनी स्टोन और यूरिक एसिड का कारण बन सकता है।
दवाएं- अगर फैमिली में किडनी स्टोन की हिस्ट्री है या कुछ साल पहले आपको भी पथरी थी, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
किडनी स्टोन होने पर क्या करें
- रोजाना 2-3 लीटर पानी पिएं
- डॉक्टर के द्वारा बताई गई समय पर अल्फा ब्लॉकर मेडिसिन लें
- प्रोटीन का सेवन कम करें
किडनी स्टोन होने पर क्या न करें
- सोडियम से भरपूर खाने से बचें
- ऑक्सालेट रिच फूड्स का सेवन न करें
- चीनी का सेवन कम करें
किडनी में पथरी का इलाज
पेट का एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड, एमआरआई और सीटी स्कैन (Abdominal X-ray, ultrasound, MRI and CT scan)
ब्लड टेस्ट- कैल्शियम, फास्फोरस, यूरिक एसिड और इलेक्ट्रोलाइट्स की जांच होती है।
ब्लड यूरिया नाइट्रोजन (BUN Blood Urea Nitrogen) और क्रिएटिनिन(Creatinine)- किडनी के असामान्यता होवे के कारण खून में कुछ वेस्ट मटेरियल आ जाते हैं, जो इस टेस्ट से सामने आ सकते हैं।
यूरिनलिसिस(Urinalysis)- यूरिन में मौजूद असामान्यता की पहचान के लिए इस टेस्ट का ऑप्शन दिया जाता है।
किडनी स्टोन के लिए घरेलू उपचार
नींबू का रस- नींबू में साइट्रेट होता है जो बॉडी में जमा कैल्शियम को तोड़ने में हेल्प करता है। ये किडनी स्टोन के विकास को स्लो कर देता है।
सेब का सिरका- सेब का सिरका जो साइट्रिक एसिड होने के कारण जमा कैल्शियम को तोड़ने में हेल्प करता है।
अजवायन की जड़- अजवाइन की जड़ एक सब्जी है, जिसमें एंटीऑक्सिडेंट और पोटेशियम होते हैं जो किडनी के अंदर खनिज निर्माण को रोकते हैं। इसके जूस का सेवन करना बेहद फायदेमंद होता है।
डॉक्टर के पास कब जाएं
अगर पथरी का दर्द देर तक बना रहे और तेज दर्द हो जाए तो तुरंत अपने डॉक्टर से सम्पर्क करें।
Disclaimer: इस लेख में बताई गई जानकारी और सुझाव को पाठक अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। News24 की ओर से किसी जानकारी और सूचना को लेकर कोई दावा नहीं किया जा रहा है।