Diabetes Controlling Tips: शुगर के मरीजों को सही समय पर खाना खाना जरूरी होता है। इन्हें नाश्ते से लेकर रात के डिनर तक अपने खाने के टाइम का ध्यान देना और उसे नियमित तरीके से फॉलो करना जरूरी होता है, क्योंकि असमय खान-पान से इनके शरीर का शुगर लेवल स्पाइक हो सकता है। हालांकि, नाश्ता तो सभी को करना चाहिए लेकिन शुगर के मरीजों के लिए यह जरूरी इसलिए है क्योंकि रातभर उपवास करने से इनका ब्लड शुगर अस्थिर होता है। इंसुलिन सेंसिटिविटी यानी शरीर में मौजूद ग्लूकोज का भी असंतुलन हो जाता है। लम्बे समय तक भूखे रहने से इनके शरीर में ऊर्जा की भी कमी आती है। लंबे समय के उपवास के बाद खाना खाने से ब्लड शुगर तेजी से बढ़ जाता है। इस बारे में हम आपको यूट्यूब पेज शुगर एमडी (SugarMD) पर शेयर एक वीडियो के अनुसार बता रहे हैं। वीडियो में यूएस बेस्ड डॉक्टर, Dr.Ahmet Ergin ब्रेकफास्ट और मधुमेह रोगियों के बीच का संबंध बता रहे हैं और नाश्ता क्यों जरूरी है। आइए जानते हैं इससे क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं।
Breakfast न करने से होंगे ये नुकसान
1. ब्लड शुगर लेवल में बदलाव- शुगर के मरीज अगर सुबह का नाश्ता छोड़ते हैं, तो उनके शरीर का मेटाबोलिज्म प्रभावित होता है, जिससे शुगर भी तेजी से बढ़ती है। जब ये लोग दिन के समय पहला मील लेते हैं, तो उससे शुगर भी तेजी से बढ़ जाती है।
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2. भूख बढ़ना- अगर हम लम्बे समय तक बिना खाए रहते हैं, तो उससे भूख बढ़ने की समस्या होती है। ऐसी भूख लालसा भरी होती है, जिसमें आपको हाई कैलोरी या मीठी चीजें खाने की क्रेविंग होती है।
3. वजन नियंत्रण- जब कोई लंबे समय तक उपवास की अवस्था में रहता है, उसके बाद उसे अधिक भूख महसूस होती है। इस कारण वे अपनी डेली डाइट से ज्यादा खाना खा लेते हैं, जो इंसुलिन के लेवल को प्रभावित करता है। इससे वेट भी बढ़ता है और शुगर भी बढ़ सकती है।
4. हाइपोग्लाइसीमिया- यह शरीर में लो ब्लड शुगर की स्थिति होती है, जिसमें खाना न खाने से शुगर का स्तर गिरने लगता है। हाइपोग्लाइसीमिया में चक्कर आना, कमजोरी और बेहोशी महसूस हो सकती है।
5. कोलेस्ट्रॉल लेवल- नाश्ता न करने से LDL यानी बैड कोलेस्ट्रॉल बढ़ने लगता है, जिससे हार्ट डिजीज का जोखिम बढ़ जाता है। डायबिटीज के मरीज पहले से ही हार्ट की बीमारियों के रिस्क में रहते हैं, ऐसे में उन्हें नाश्ता जरूर खाना चाहिए।
6. हार्मोनल इंबैलेंस- ब्रेकफास्ट स्किप करने से कोर्टिसोल नामक हार्मोन का स्तर अनियंत्रित हो जाता है, जिससे ब्लड शुगर का स्तर बढ़ जाता है। हार्मोनल इंबैलेंस से ग्लाइसेमिक इंडैक्स का लेवल भी अनियंत्रित हो जाता है।
7. एनर्जी लेवल डाउन- डायबिटीज के रोगियों को अपने रोजमर्रा के कामों को करने के लिए भी नाश्ता करने की जरूरत होती है, ताकि शरीर को पर्याप्त ऊर्जा मिल सके।
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Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले विशेषज्ञों से राय अवश्य लें। News24 की ओर से जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।