नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) को नकली देशभक्त और राष्ट्र विरोध संगठन बता दिया। राहुल गांधी ने कहा कि लाखों देशवासियों ने तिरंगे को ऊंचा रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति दी लेकिन एक राष्ट्र विरोधी संगठन ने हमेशा तिरंगे को अपनाने से इनकार कर दिया। राहुल गांधी के इस बयान के बाद भाजपा भड़क गई। केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि देश ने आरएसएस की विचारधारा को स्वीकार किया है इसलिए हम 2 सीटों से इतनी सीटों पर पहुंच गए हैं। राहुल गांधी के बयान पर ध्यान नहीं देना चाहिए।
राहुल गांधी ने कब और कहां दिया था बयान
कांग्रेस नेता राहुल गांधी बुधवार को कर्नाटक दौरे पर थे। इस दौरान उन्होंने कर्नाटक खादी ग्रामोद्योग के कार्यकर्ताओं से मुलाकात की थी। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कार्यकर्ताओं से मुलाकात पर खुशी जाहिर की थी। इस दौरान उन्होंने ट्वीट किया कि आज कर्नाटक के हुबली स्थित कर्नाटक खादी ग्रामोद्योग में तिरंगा झंडा बुनने वाले सभी श्रमिकों से मिलकर बहुत खुशी हुई। लाखों देशवासियों ने तिरंगे को हमेशा ऊंचा रखने के लिए अपने प्राणों की आहुति दे दी, लेकिन एक संगठन ने हमेशा तिरंगे को अपनाने से इनकार कर दिया, 52 साल तक नागपुर में अपने मुख्यालय पर तिरंगा नहीं फहराया और लगातार अपमानित किया।
कर्नाटक खादी ग्रामोद्योग के सभी साथियों से मिलकर बहुत खुशी हुई।
इतिहास गवाह है, 'हर घर तिरंगा' मुहीम चलाने वाले, उस देशद्रोही संगठन से निकले हैं, जिन्होंने 52 सालों तक तिरंगा नहीं फहराया।
---विज्ञापन---आज़ादी की लड़ाई से, ये कांग्रेस पार्टी को तब भी नहीं रोक पाए और आज भी नहीं रोक पाएंगे। pic.twitter.com/tp2fjLki75
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 3, 2022
बीजेपी-आरएसएस पर हमला बोलते हुए राहुल ने पूछा कि आरएसएस ने 52 साल तक अपने मुख्यालय पर तिरंगा क्यों नहीं फहराया? खादी से राष्ट्रीय ध्वज बनाने वालों की आजीविका क्यों नष्ट की जा रही है? मशीन से बने पॉलिएस्टर का आयात क्यों किया गया?
राहुल गांधी के ट्वीट पर बीजेपी नेताओं ने दी तीखी प्रतिक्रिया
केंद्रीय संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी ने राहुल गांधी के विवादास्पद ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि राहुल गांधी के ट्वीट पर कोई ध्यान नहीं दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “देश ने आरएसएस की विचारधारा को स्वीकार किया है इसलिए हम 2 सीटों से इतनी सीटों पर पहुंच गए हैं।
राहुल गांधी एक part time politician हैं!
संघ की विचारधारा पर राहुल गांधी के लापरवाह बयान को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है। संघ और संघ की विचारधारा को पूरे देश ने स्वीकार किया है।
जो कांग्रेस आजादी दिलाने का खोखला दावा करती है, आज उसकी क्या हालत है, आप सभी देख रहे हैं। pic.twitter.com/F049dCdbSc— Pralhad Joshi (Modi Ka Parivar) (@JoshiPralhad) August 4, 2022
भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख, अमित मालवीय ने कहा कि क्या हम जानते हैं कि 14 अगस्त 1947 की आधी रात को संसद के सेंट्रल हॉल में, फिर 15 अगस्त को इंडिया गेट पर और 16 अगस्त को लाल किला पर तिरंगा फहराया गया था, सभी गायब हैं? भारत को पता होना चाहिए कि हमारे राष्ट्रीय प्रतीकों और इतिहास के साथ कांग्रेस कितनी कठोर रही है।
भाजपा के सांसद राकेश सिन्हा ने भी दी प्रतिक्रिया
भाजपा के राज्यसभा सांसद ने ट्वीट कर कहा कि संसद के सेंट्रल हॉल में कांग्रेस सरकार ने नेहरू, इंदिरा गांधी और राजीव गांधी की तस्वीरें लगाईं जिनमें तिरंगा उनके पैर छू रहा है! तिरंगे के लिए उनके छद्म प्रेम पर शर्म आती है! उन्होंने अपने ट्वीट में जवाहर लाल नेहरू और लाल बहादुर शास्त्री की एक तस्वीर भी शेयर की।
In parliament central hall @INCIndia governmenस installed portraits of Nehru, Indira Gandhi and Rajiv Gandhi in which tri colour is touching their legs ! Shame to their pseudo love for Tiranga !
— Prof Rakesh Sinha MP ( Modi Ka Parivar ) (@RakeshSinha01) August 4, 2022
कांग्रेस विधायक प्रियांक खड़गे ने बीजेपी, आरएसएस पर साधा निशाना
आरएसएस और बीजेपी पर निशाना साधते हुए कांग्रेस विधायक प्रियांक खड़गे ने कहा कि आरएसएस कभी नहीं चाहता था कि हमारे तिरंगे का सम्मान हो। उन्होंने ट्वीट किया, ‘जब भाजपा राष्ट्रीय ध्वज का अपमान करती है तो लोगों को आश्चर्य क्यों होता है? उनका और आरएसएस का इतिहास पढ़ें, आप पाएंगे कि वे हमारे तिरंगे को कभी नहीं चाहते, सम्मान या प्यार नहीं करते थे। व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी से बाहर निकलो और इन नकली देश भक्तों का इतिहास पढ़ो, तुम्हें पता चल जाएगा कि मैं सही हूं।
Why do people find it surprising when BJP insults the National Flag? Read their history & that of RSS, you will find that they never wanted, respected or loved our Tiranga.
Get out of WhatsApp University & read the history of these nakli desh bhakts,you will know I am right. pic.twitter.com/8lgbql7ef6— Priyank Kharge / ಪ್ರಿಯಾಂಕ್ ಖರ್ಗೆ (@PriyankKharge) August 4, 2022
राहुल गांधी को असदुद्दीन ओवैसी का मिला साथ
कांग्रेस का समर्थन करते हुए एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि आरएसएस ने स्वतंत्र भारत को खारिज कर दिया था। ट्वीट कर ओवैसी ने लिखा कि पीएम मोदी ने कहा कि आरएसएस उनकी नींव और राष्ट्र के लिए जीने की प्रेरणा था। वह हमें तिरंगा को डीपी में लगाने और तिरंगा रैली निकालने की अपील कर रहे हैं, लेकिन आरएसएस ने स्वतंत्र भारत को खारिज कर दिया था और इन्होंने तिरंगा की जगह भगवा ध्वज को राष्ट्रीय ध्वज होने की मांग की थी।
एक अन्य ट्वीट में ओवैसी ने लिखा, “आरएसएस ने स्वतंत्रता आंदोलन में कोई भूमिका नहीं निभाई, 14 अगस्त 1947 को हिंदू राष्ट्र और खुले तौर पर तिरंगे का अपमान करने की मांग करते हुए हंगामा भी किया।
.@PMOIndia said #RSS was his “foundation” & “inspiration to live for nation”. He’s asking us to put tiranga DPs & take out rallies, but RSS had rejected independent India & 🇮🇳. RSS mouthpiece Organiser, reflecting its views demanded that bhagwa flag be national flag (17.7.47)1/n
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 4, 2022
भाजपा ने की है ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की घोषणा
केंद्र की मोदी सरकार ने इस साल स्वतंत्रता दिवस को लेकर ‘हर घर तिरंगा’ अभियान की घोषणा की है। भाजपा की ओर से अपील की गई है कि भारत भर के लोग भारत के राष्ट्रीय ध्वज के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगे। इस आयोजन में अपनी भागीदारी दिखाने के लिए पीएम मोदी ने लोगों से सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी प्रोफाइल पिक्चर की जगह तिरंगा लगाने की अपील की है। हालांकि, विपक्ष ने ‘हर घर तिरंगा’ अभियान का हिस्सा बनने से इनकार कर दिया।