रांची: झराखंड के दुमका में एक नबालिक लड़की को जिंदा जला कर मार दिया गया। हत्या का आरोपी पुलिस हिरासत में है, लेकिन इस घटना के बाद लोगों के अंदर गुस्सा उबल रहा है। बीजेपी सरकार को घेर रही है। इस बीच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बयान जारी किया है। सीएम हेमंत ने कहा कि जिन लोगों ने इस घटना का अंजाम दिया है, उन्हें सख्त सजा दी जाएगी।
उन्होंने कहा है कि यह घटना निश्चित तौर पर हृदय विदारक है और कानून अपना काम कर रहा है। हमारा काम रहेगा कि आरोपियों को जल्द से जल्द सजा मिले। सोरेन ने कहा, ऐसी घटनाओं की समाज में कोई जगह नहीं है। ऐसी घटनाओं में सजा देने वाले प्रावधानों को और कड़ा करने की जरूरत है।
विपक्ष हुआ हमलावर
दुमका की घटना के बाद विपक्षी दल हेमंत सोरेन सरकार पर हमला बोल रहे हैं। पूर्व सीएम और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने के कहा कि ऐसी घटनाओं के लिए कौन जिम्मेदार है? क्या पीड़ित को बचाने के लिए उचित उपाय किए गए थे? आरोपी को कैसे दंडित किया जाएगा? राज्य सरकार को जवाब देना चाहिए। लोगों का विश्वास बनाए रखने के लिए उन्हें एक बयान जारी करना चाहिए। मैं मांग करता हूं कि राज्य सरकार एक स्पेशल टास्क फोर्स का गठन करे जो समय पर चार्जशीट दाखिल करे और फैसला समय पर आए ताकि लोगों को कानून पर भरोसा हो और न्याय हो। राज्य सरकार को यह सुनिश्चित करना होगा।
क्या है पूरा मामला?
मामला एकतरफा प्यार का है। दुमका के नगर थाना क्षेत्र के जरूवाडीह मोहल्ले के रहने वाले शाहरुख ने अंकिता पर पेट्रोल डालकर जिंदा जला दिया। अंकिता की गलती इतनी थी कि उसने फोन पर बात करने से इनकार कर दिया। बुरी तरह झुलस चुकी अंकिता को दुमका मेडिकल कॉलेज के बाद रांची रिम्स रेफर कर दिया गया था। ये घटना 23 अगस्त की सुबह की है।
सुबह के चार बजे अंकिता के अपने घर पर सो रही थी। उस समय उसके घर पर दादा-दादी, उसके पिता और उसका छोटा भाई मौजूद था। अंकिता जब उठी तो वो आग से घिर चुकी थी। उसके कमरे आग लगी थी। उसने किसी तरह से कमरा खोला और बाहर निकली। आंगन में रखे पानी को अपने उपर डाल दी। लेकिन तब तक अंकिता बुरी तरह से जल चुकी थी। चीख-पुकार सुनकर दादा-दादी और पिता जग गए। कम्बल लपेटकर आग बुझाया और बुरी तरह जली अंकित को दुमका मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए भर्ती कराया।