मुंबई: बी-टाउन के सेलेब्स इन दिनों बॉयकॉट ट्रेंड का हिस्सा बनते जा रहे हैं। फिल्मों के बाद अब एक और विज्ञापन को लेकर विवाद खड़ा हो गया है। इस विज्ञापन को करने वाले कोई और नहीं बल्कि बॉलीवुड के ग्रीक गॉड के नाम से मशहूर अभिनेता ऋितिक रौशन हैं। रविवार को ट्विटर पर ‘बॉयकॉट जोमैटो’ ट्रेंड करने लगा। ये सब उज्जैन के महाकाल मंदिर के दो पुजारियों द्वारा ऑनलाइन फूड डिलीवरी फर्म द्वारा ऋतिक रोशन के विज्ञापन को वापस लेने की मांग के बाद शुरू हुआ।
Mahakal Restaurant is one of our high-order-volume restaurant partners in Ujjain, and thali is a recommended item on its menu. (2/n)
---विज्ञापन---— Zomato Care (@zomatocare) August 21, 2022
मंदिर के पुजारियों के मुताबिक इस विज्ञापन से हिंदू भावनाओं को ठेस पहुंची है। विज्ञापन में दिखाया गया है कि ऋतिक ‘महाकाल’ से खाना ‘थाली’ मंगवाते हैं। इसपर पुजारियों ने कहा कि उनका प्रसाद भक्तों को (थाली) मुफ्त दिया जाता है और ये ऐसा कुछ नहीं है जिसे फूड डिलीवरी ऐप के जरिए ऑनलाइन ऑर्डर किया जा सकता है।
ऋतिक रोशन का Zomato ad
‘मन किया, जोमैटो किया’ शीर्षक वाले विज्ञापन में, ऋतिक कहते हैं कि उन्हें उज्जैन में एक “थाली” (खाने की थाली) थाली खाने का मन हुआ, इसलिए “महाकाल” से ऑर्डर किया। बता दें, मध्यप्रदेश के उज्जैन स्थित भगवान शिव का महाकालेश्वर या महाकाल मंदिर बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक है, जो देश भर से भक्तों को आकर्षित करता है।
पीटीआई के मुताबिक, मंदिर के पुजारी महेश और आशीष ने कहा कि जोमैटो को तुरंत विज्ञापन वापस लेना चाहिए और माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने दावा किया कि भक्तों को एक थाली पर ‘प्रसाद’ परोसा जाता है और विज्ञापन हिंदुओं की भावनाओं को आहत करता है।
#Zomato_Insults_Mahakal #Boycott_Zomato
👉Zomato should have to think before while doing such kind of ad related to hindu religion in secular india‼️ pic.twitter.com/EfQDf9aoAX— Snehal Patil (@SnehalPatil4SP) August 21, 2022
पुजारियों ने कहा कि उन्होंने उज्जैन के जिला कलेक्टर आशीष सिंह से भी संपर्क किया, जो महाकाल मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष हैं और कंपनी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है ताकि कोई भी फिर से हिंदू धर्म का मजाक न उड़ाए। आशीष ने विज्ञापन को ‘भ्रामक’ करार देते हुए कहा कि मंदिर ‘प्रसाद’ के रूप में मुफ्त भोजन देता है और इसे बेचा नहीं जाता है।
We have something to share – pic.twitter.com/RaATcwG7dY
— Zomato Care (@zomatocare) August 21, 2022
इसके तुरंत बाद ट्विटर पर ‘बॉयकॉट जोमैटो’ ट्रेंड करने लगा। विवाज देखते ही देखते बढ़ता चला गया। एक यूजर ने लिखा, ‘धर्मनिरपेक्ष भारत में हिंदू धर्म से संबंधित इस तरह का विज्ञापन करते समय Zomato को पहले सोचना चाहिए।’ दूसरे ने लिखा, @Zomato, जो मांसाहारी परोसता है, हिंदुओं के पवित्र महाकाल मंदिर की प्रसाद थाली को इस्त्री करके अपना व्यवसाय चलाना चाहता है। तो मेरे हिंदू बहादुर भाइयों को जगाओ..और जोमैटो और ऋतिक रोशन को उनकी सही जगह दिखाओ।”
#Zomato_Insults_Mahakal
It seems that such advertisements have been made to hurt Hinduism.❗️And similarly, one has to think what would have happened if such an advertisement had been made on another religion ⁉️#Boycott_Zomato pic.twitter.com/3moPndedfn
— 𝗦𝗿𝗶 𝗞𝗿𝗶𝘀𝗵𝗻𝗮🚩 (@Ksowmyadk2025) August 21, 2022
हालांकि, एक ट्वीट के जवाब में, ज़ोमैटो ने स्पष्ट किया कि विज्ञापन, उज्जैन के विशिष्ट पिन कोड में चला, जिसमें ‘महाकाल रेस्तरां’ के ‘थालियों’ का संदर्भ दिया गया, न कि श्रद्धेय श्री महाकालेश्वर मंदिर का। “महाकाल रेस्तरां” उज्जैन में सबसे ज्यादा ऑर्डर किए जाने वाले रेस्टोरेंट्स में से एक है और “थाली” ‘महाकाल रेस्तरां’ में इसके मेन्यू में से एक है न कि श्रद्धेय श्री महाकालेश्वर मंदिर।” वहीं विरोध बढ़ने के बाद जोमैटो ने सभी से माफी मांगी है।