Delhi Assembly Election 2025: फरवरी 2025 या उससे पहले दिल्ली विधानसभा 2025 के चुनाव हो सकते हैं। इसे लेकर राजधानी में राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई हैं। बीते कुछ समय में आप ने बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को अपनी पार्टी में शामिल किया है। वहीं, कांग्रेस दिल्ली की 70 विधानसभा में पैदल मार्च कर रही है।
इस बार आप और कांग्रेस अलग-अलग चुनाव लड़ेगी। कांग्रेस ने पंजाब और दिल्ली के लोकसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद ये आंकलन किया है कि ‘आप’ के साथ जाने पर उनके वोट बैंक को कोई ज्यादा फायदा नहीं हुआ है। वहीं, बीजेपी पार्टी इस बार अपने दिग्गज नेताओं और ऐसे पूर्व सांसदों जिन्हें लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं दी गई थी को आगामी विधानसभा चुनाव में उतारने की तैयारी कर रही है।
📍Two things can seal the deal in BJP’s favor in Delhi
1. High polling percentage.
---विज्ञापन---2. Congress getting a double-digit vote share and creating a triangular contest like the 2022 MCD elections.#DelhiElections2025 pic.twitter.com/8WvddXHmBw
— Political Views (@PoliticalViewsO) December 1, 2024
विधानसभा चुनाव से पहले आप ने BJP को दिए ये झटके
विधानसभा चुनाव से पहले आप ने BJP को कई तगड़े झटके दिए हैं। बीजेपी नेता और पूर्व विधायक सुरेंद्र पाल सिंह बिट्टू शुक्रवार को ही आप में शामिल हुए हैं। उनके तिमारपुर से चुनाव लड़ने की संभावना है। बता दें बिट्टू कांग्रेस की टिकट पर तिमारपुर से दो बार विधायक चुने जा चुके हैं। इससे पहले बीजेपी नेता प्रवेश रतन आप में शामिल हुए थे। उन्होंने 2020 विधानसभा में पटेल नगर से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। बता दें इससे पहले सीलमपुर के कांग्रेस नेता मतीन अहमद, दक्षिणी दिल्ली के भाजपा नेता ब्रह्म सिंह तंवर समेत कई ऐसे नेता आप में शामिल हुए जो दो से तीन बार विधायक बन चुके हैं।
बीजेपी अपने पूर्व सांसदों को चुनाव मैदान में उतारेगी
बीजेपी आगामी विधानसभा चुनाव में दिल्ली के अपने उन पूर्व सांसदों को उतारने पर विचार कर रही है जिन्हें इस बार टिकट नहीं दिया गया था। जिसमें पहला नाम प्रवेश वर्मा का है, जो नई दिल्ली विधानसभा से अरविंद केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ सकते हैं। इसके अलावा प्रदेश बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, पूर्वी दिल्ली के कस्तूरबा गांधी नगर या विश्वास नगर से टिकट दी जा सकती है। वहीं, रमेश बिधूड़ी, मीनाक्षी लेखी, हरीश खुराना, डॉ हर्षवर्धन समेत बीजेपी के कई दिग्गत नेता कतार में हैं।