अमित कसाना, नई दिल्ली: दिल्ली जल बोर्ड ने गलत मीटर रीडिंग रोकने के लिए बड़ा फैसला किया है। गलत मीटर रीडिंग में लिप्त मीटर रीडरों और निजी कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के आदेश दिए हैं। दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने कहा कि भ्रष्ट आचरण और पानी मीटर की गलत रीडिंग में लिप्त पानी के मीटर रीडरों एवं संबंधित निजी कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाए। उन्होंने कहा जल बोर्ड के अधिकारी पानी के मीटर रीडिंग और गलत पानी के बिलों से संबंधित चुनौतियों को समयबद्ध तरीके से खत्म करें।
स्मार्ट मीटर योजना
आगे उपाध्यक्ष बोले अधिकारी केपीआई (की परफॉर्मेंस इंडिकेटर) के कार्यान्वयन की प्रक्रिया में तेजी लाएं और राजस्व विभाग में प्रदर्शन के अनुसार अधिकारियों को पुरस्कृत या दंडित करें। सोमवार को दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली जल बोर्ड की सदस्य (वित्त) पूजा जैन और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में पानी के मीटर रीडिंग, बिलिंग, स्मार्ट मीटर लगाने की योजना के सम्बन्ध में, नागरिकों की शिकायतों और शिकायत निवारण से संबंधित कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई।
मीटर रीडर का मूल्यांकन हो
सौरभ भारद्वाज को लोगों की कुछ शिकायतें मिली थी। जिसमें कुछ क्षेत्रों में पानी के मीटर को मीटर रीडर द्वारा गलत तरीके से रीडिंग लेने के साथ भ्रष्टाचार की बात कही गई थी। इस पर कार्रवाई करते हुए उन्होंने यह आदेश दिए हैं। उपाध्यक्ष ने कहा डीजेबी के अधिकारियों को एक प्रक्रिया बनानी होगी, जिसके तहत प्रत्येक मीटर रीडर के काम का मूल्यांकन पहले स्तर पर मीटर इंस्पेक्टर द्वारा किया जाएगा। उसके बाद क्रॉस वेरिफिकेशन के लिए जोनल राजस्व अधिकारी द्वारा किया जाएगा। वाटर मीटर रीडर के दोषी पाए जाने की स्थिति में, डीजेबी अब मीटर रीडर और मीटर रीडिंग के लिए जिम्मेदार निजी कंपनी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करेगा।
फोटो प्रमाण दें रीडर
डीजेबी उपाध्यक्ष ने निर्देश दिए कि अब प्रत्येक वाटर रीडर को मीटर रीडिंग की तस्वीरों के साथ दिल्ली जल बोर्ड के पास वाटर रीडिंग का प्रमाण प्रस्तुत करना होगा। जिसे क्रॉस चेक किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जीवन में किसी की भी स्थिति के बावजूद पानी सभी का मूल अधिकार है। दिल्ली सरकार और दिल्ली जल बोर्ड सबसे गरीब से गरीब व्यक्ति के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध हैं। ऐसी खबरें हैं जहां निजी मीटर रीडर, मीटर रीडिंग में हेरफेर करने के लिए पैसे की मांग कर रहे हैं। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।