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रिफर्बिश्ड फोन खरीदना सही या नहीं? कम दाम में मिलेगा लेटेस्ट फोन, इन बातों का रखें ध्यान

Refurbished Phones: रिफर्बिश्ड फोन्स लोगों की पसंद बना हुआ है। कम दाम में मिलने वाले ऐसे डिवाइस बजट फ्रेंडली होने के साथ-साथ वॉरंटी के साथ मिलते हैं, मगर फिर भी कुछ लोगों के मन में आज भी इनकी क्वालिटी को लेकर सवाल रहते हैं। आइए जानते हैं इस तरह के फोन कैसे होते हैं और क्यों इन्हें खरीदना सही है।

Author Written By: Namrata Mohanty Author Published By : Namrata Mohanty Updated: Aug 21, 2025 09:30

Refurbished Phones: आईफोन हो या फिर कोई नया ब्रांडेड मोबाइल फोन, हर किसी को नया और अच्छे फोन की चाहत जरूर होती है। मगर कई बार हमारी पॉकेट का बजट उतना नहीं होता है कि वे उसे खरीद सके। ऐसे में लोगों के लिए रिफर्बिश्ड फोन बेहतरीन विकल्प बनकर आया है। रिफर्बिश्ड आइटम्स में आपको सिर्फ मोबाइल नहीं बल्कि लैपटॉप, अफोर्डेबल चार्जर, महंगे हेडफोन्स और आईवॉच भी मिल जाते हैं। मगर कंज्यूमर्स के मन में ऐसे इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स को खरीदने को लेकर भ्रम बना रहता है कि क्या ये सही होंगे या कब तक सही चलेंगे। आइए जानते हैं इस फोन को खरीदने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

क्या होता है रिफर्बिश्ड डिवाइस?

ऐसे फोन असल में ओरिजिनल होते हैं, मगर इनकी मरम्मत की गई होती है। इसका मतलब होता है कि ऐसे मोबाइल्स को पहले लोग खरीद चुके होते हैं मगर किसी समस्या के होने पर उसे कंपनी में वापिस भेजा जाता है, जहां से पुराने कस्टमर को नया फोन मिलने के बाद उससे आया हुआ पुराना यूज्ड प्रोडक्ट को सही करके सेल किया जाता है। इन फोन्स को कंपनी अपने खुद के वेयरहाउस में सही करती है और पहले की तरह नया बनाकर पूरी टेस्टिंग के बाद कस्टमर को बेचती है। इसलिए, ये भरोसेमंद और कम दाम के फोन होते हैं।

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अलग-अलग ग्रेड के रिफर्बिश्ड फोन

हालांकि, इनमें भी कुछ ग्रेड्स होते हैं। ए-ग्रेड फोन- इस फोन में हल्के-फुल्के निशान होते हैं और बिल्कुल नए होते हैं। बी-ग्रेड फोन स्क्रीन पर स्क्रैच या हल्की परर्फोर्मेंस में दिक्कत होती है। वहीं, सी-ग्रेड में ज्यादा इस्तेमाल किया गया फोन होता है, जिसकी कीमत बिल्कुल कम होती है। बता दें कि ऐसे फोन इस्तेमाल करने के समय पर भी प्राइज को निर्धारित करते हैं। इन्हें खरीदने के लिए आपको विश्वसनीय ब्रांड्स या साइट पर ही डील करना चाहिए। साथ ही इन फोन के साथ वॉरंटी और रिटर्न पॉलिसी भी दी जाती है।

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रिफर्बिश्ड फोन क्यों खरीदें?

सबसे पहले तो रिफर्बिश्ड फोन आपको कम दाम में मिल जाते हैं जैसे कि कोई फोन यदि 80,000 रुपये है तो रिफर्बिश होने के बाद इस फोन की कीमत 40 से 50 हजार पहुंच जाती है। रिफर्बिश लैपटॉप्स भी आधे दाम में मिल जाते हैं। ये इंफ्लूएंसर्स और स्टूडेंट्स के लिए बढ़िया विकल्प होते हैं। रिफर्बिश्ड फोन खरीदने से आप पर्यावरण की भी सुरक्षा कर सकते हैं। ये फोन बने होते हैं इसलिए, इस पर अलग से मिनरल, पानी या बिजली की जरूरत नहीं होती, जिससे ई-वेस्ट कम होता है।

रिफर्बिश्ड फोन के फायदे

  • कम दाम में बढ़िया और न्यू लॉन्च फोन मिल जाएगा।
  • वारंटी विकल्प- कंपनियां इन फोन्स पर भी कम से कम 6 महीने की वारंटी और रिटर्न पॉलिसी का ऑप्शन देती हैं।
  • क्वालिटी चेक- कंपनियां रिफर्बिश्ड फोन को ग्राहकों को बेचने से एक नहीं कई बार उसकी क्वालिटी चेक और टेस्टिंग करती हैं, ताकि कस्टमर का ट्रस्ट बना रहे।

क्या ऐसे फोन के कुछ नुकसान भी हैं?

हालांकि, कंपनी टेस्टिंग के पश्चात इन्हें बेचती है, मगर कई बार ग्राहक इन्हें सही जगह से नहीं खरीदते हैं जिस वजह से उनके साथ फ्रॉड हो सकता है। इन फोन्स की बैटरी हेल्थ नए की तुलना में कम होती है। रिफर्बिश्ड फोन्स की वॉरंटी पॉलिसी 6 महीने से 12 महीने की होती है, जो कम होती है।

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First published on: Aug 21, 2025 09:28 AM

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