Nokia CEO Pekka Lundmark: एक वक्त था जब नोकिया का नाम मोबाइल फोन मार्केट में सबसे आगे हुआ करता था। कंपनी के फोन अपनी मजबूत बिल्ड क्वालिटी के लिए जाने जाते थे लेकिन अब कंपनी बिजनेस-टू-बिजनेस यानी B2B टेक्नोलॉजी सेक्टर में पूरी तरह उतर चुका है। हालांकि स्मार्टफोन के अराइवल के साथ कंपनी को चुनौतियों का सामना करना पड़ा और 10 साल पहले मोबाइल फोन का बिजनेस माइक्रोसॉफ्ट को बेचना पड़ा, फिर भी नोकिया का नाम आज भी ग्लोबल लेवल पर एक मजबूत पहचान रखता है।
लोग अक्सर पूछते हैं ये सवाल…
कंपनी के सीईओ पेक्का लुंडमार्क ने ब्लूमबर्ग को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि जब मैं विभिन्न देशों में यात्रा करता हूं, तो लोग अक्सर पूछते हैं कि नोकिया फोन का क्या हुआ। इस तरह की ब्रांड पहचान हमारी नई पहल के लिए एक मजबूत बेस बनाती है।
डेटा सेंटर मार्केट पर कंपनी का फोकस
मोबाइल और फिक्स्ड नेटवर्क से आगे बढ़ते हुए नोकिया ने अब डेटा सेंटर मार्केट पर पूरा फोकस किया हुआ है। यह मार्केट हर साल लगभग 30 परसेंट की दर से बढ़ रहा है और कंपनी इसे एक बड़ा अवसर मानती है। पेक्का लुंडमार्क के अनुसार, हमने 20 बिलियन यूरो का पोटेंशियल मार्केट पहचाना है।
जबकि नेटवर्क ऑपरेटर मार्केट 84 बिलियन यूरो का है, लेकिन यह अब उतना तेजी से नहीं बढ़ रहा। डेटा सेंटर खास तौर से एआई और क्लाउड टेक्नोलॉजीज की डिमांड के साथ, हमारी प्राथमिकता बन गए हैं।
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ऐसे डेटा सेंटर टेक्नोलॉजी में कंपनी होगी मजबूत
नोकिया डेटा केंद्रों में सिक्योरिटी, रिलायबिलिटी और प्रोग्रामेबिलिटी के बढ़ते महत्व को संबोधित करने वाले समाधानों पर काम कर रहा है। इसके साथ ही कंपनी इन्फिनेरा का एक्वीजीशन कर रही है, जो सिलिकॉन वैली की एक लीडिंग कंपनी है। इस एक्वीजीशन से नोकिया को 3,000 विशेषज्ञों का सहयोग मिलेगा और यह डेटा सेंटर टेक्नोलॉजी में उसकी एबिलिटी को और मजबूत करेगा।
लुंडमार्क ने बताया कि “इन्फिनेरा के साथ हमारा गठजोड़ हमारे डेटा सेंटर समाधानों को बेहतर करेगा और यह आने वाले सालों में हमारे विकास के प्रमुख कारकों में से एक होगा।” नोकिया का यह कदम कंपनी को B2B टेक्नोलॉजी में एक ट्रस्टेड और लीडिंग पार्टनर के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण है।