Spam Calls and Message: फोन पर स्पैम कॉल्स आना आम बात हो गई है। इससे छुटकारा पाने के लिए ना जाने लोग क्या-क्या तरीके अपनाते हैं लेकिन फिर भी इस तरह की कॉल्स से छुटकारा नहीं मिल पाता है। इंश्योरेंस, लोन आदि कॉल्स के आने पर परेशानी तब ज्यादा होती है जब हम किसी जरूरी काम में व्यस्त होते हैं। ब्लॉक करने पर भी दूसरे नंबर से स्पैम कॉल्स आने लगती है। ऐसे में हमारे मन में सबसे पहला सवाल ये आता है कि स्पैम कॉलर्स के पास हमारा नंबर कैसे आता है। आइए आपको इसके बारे में जानते हैं।
कैसे मिलता है स्पैम कॉलर्स को आपका नंबर
स्पैम कॉल्स या मैसेज से आपके पर्सनल डेटा में सेंधमारी की शुरुआत होती है। इनके पास आपके मोबाइल नंबर के अलावा डेटा सेट लिंक्ड होता है। इसमें आपकान नाम, उम्र, नंबर समेत सभी जरूरी जानकारी होती हैं। किसी को नंबर या पर्सनल इंफॉर्मेशन भेजने पर ये जानकारी शेयर हो जाती है। उदाहारण के लिए आपने अपना मोबाइल नंबर और जानकारी किसी वेबसाइट पर शेयर की तो आपकी डिटेल्स सेव जाती हैं।
नहीं है आपकी कोई गलती
अब ऐसा नहीं कि आपने किसी साइट पर नाम समेत डिटेल्स डालीं तो उसमें कोई गलती की है। वेबसाइट पर नंबर लिंक होने पर कॉल्स आनी शुरू होने लगती है। ठीक ऐसा ही बैंकिंग के दौरान भी होता है और लोन, कार्ड आदि के लिए कॉल्स आनी शुरू हो जाती है।
फिशिंग के भी हो सकते हैं शिकार
इस तरह की स्पैम्स कॉल्स और मैसेज आने पर कई लोग फिशिंग या फ्रॉड के शिकार भी हो जाते हैं। इसके लिए यूजर्स के पास फ्री ऑफर्स या लॉटरी का जाल भिछाया जाता है। इसमें फंसकर लोग अपने बैंक की जानकारी को शेयर कर देते हैं और फिर उनका खाता भी खाली हो जाता है। इसलिए जरूरी है कि इस तरह के कॉल्स और मैसेज को इग्नोर करें। इस तरह की कॉल्स को रोकने के लिए आप अपने फोन में ट्रू कॉलिंग एप्स को यूज कर सकते हैं।