Google Play Store : अगर आप एंड्रॉयड स्मार्टफोन इस्तेमाल करते हैं, तो आपके लिए अच्छी खबर है! गूगल प्ले स्टोर से अब आपको निराशाजनक ऐप्स का सामना कम करना पड़ेगा। गूगल ने हाल ही में अपनी “Spam and Minimal Functionality” नीति को अपडेट किया है, ताकि प्ले स्टोर पर आने वाली ऐप्स की गुणवत्ता को बेहतर बनाया जा सके।
आइए हम समझते हैं कि गूगल कम-गुणवत्ता वाले ऐप्स से कैसे निपट रहा है और इससे आप,किस रूप में कैसे प्रभावित होंगे:
कौन-सी ऐप्स हटाए जा रहें हैं?
- बिल्कुल बेकार या फेक ऐप्स: सिर्फ टेक्स्ट वाली ऐप्स, या फिर सिर्फ एक वॉलपेपर वाली ऐप्स जो और कुछ नहीं करतीं, उन्हें हटाया जा रहा है।
- बार-बार क्रैश होने वाली ऐप्स: जो ऐप्स इस्तेमाल के दौरान लगातार क्रैश होती हैं या हैंग हो जाती हैं, उन्हें भी हटाया जाएगा।
- बेकार की परमिशन मांगने वाली ऐप्स: ऐसी ऐप्स जो आपके फोन की अनावश्यक Acess मांगती हैं, उन्हें भी हटाया जा सकता है। (Acess वो चीजें हैं जिन तक ऐप्स को आपके फोन पर पहुंचने की इजाजत होती है, जैसे कैमरा या लोकेशन।)
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आपको इससे क्या फायदा होगा?
- बेहतर ऐप अनुभव: अब आपको खराब डिज़ाइन या काम ना करने वाली ऐप्स का सामना कम करना पड़ेगा. इससे आपका समय और डाटा बचेगा।
- अधिक सुरक्षित ऐप्स: कम-गुणवत्ता वाली ऐप्स में अक्सर सुरक्षा कमजोरियां होती हैं, जिनका फायदा उठाकर हैकर्स आपके फोन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इन ऐप्स को हटाने से आपका फोन ज्यादा सुरक्षित रहेगा।
- ज्यादा स्पेस: कम इस्तेमाल होने वाली या बेकार की ऐप्स हटने से आपके फोन में स्टोरेज स्पेस खाली होगा, जिसे आप और भी बेहतर ऐप्स के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसका कोई नुकसान है?
पसंद कम होना (शायद): हो सकता है कि कुछ खास तरह की ऐप्स, जो शायद उतनी फंक्शनल न हों, लेकिन आपकी किसी खास जरूरत को पूरा करती हों, वो प्ले स्टोर से हट जाएं।
डेवलपर्स के लिए चुनौती: डेवलपर्स को अब यह सुनिश्चित करना होगा कि उनकी ऐप्स Google Play Store की नई नीतियों का पालन करती हैं। इसमें थोड़ा वक्त लग सकता है।
कुल मिलाकर, गूगल का यह कदम प्ले स्टोर पर ऐप की गुणवत्ता को बेहतर बनाने की एक सकारात्मक पहल है। इससे भविष्य में आपको बेहतर और ज्यादा सुरक्षित ऐप अनुभव मिलने की उम्मीद है।