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Explainer: ब्रॉडबैंड और मोबाइल से कैसे अलग है सैटेलाइट इंटरनेट, जानिए आम आदमी के लिए सस्ता रहेगा या नहीं?

Satellite Internet Explainer: क्या आपने भी सैटेलाइट इंटरनेट के बारे में सुना है? लेकिन ये क्या है और इसकी सेवाओं की शुरुआत होने पर आपको कैसे फायदा हो सकता है, इससे अनजान हैं? अगर हां, तो आइए विस्तार से जानते हैं कि ब्रॉडबैंड और मोबाइल इंटरनेट से सैटेलाइट इंटरनेट कैसे अलग है? आम आदमी के लिए सैटेलाइट इंटरनेट सस्ता रहेगा या महंगा?

Author Edited By : Simran Singh Updated: May 24, 2025 13:21
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Satellite Internet क्या है और इसका इस्तेमाल सस्ता है या नहीं?

Satellite Internet Explainer: आज के समय में हर किसी के लिए इंटरनेट जरूरी और जरूरत हो चुका है। इसकी सुविधा उठाने के लिए हर दूसरा व्यक्ति विभिन्न रिचार्ज प्लान को अपनाता नजर आता है। इंटरनेट सर्विस को प्रदान करने के लिए अलग-अलग टेलीकॉम कंपनी भी विभिन्न ब्रॉडबैंड और मोबाइल इंटरनेट प्लान पेश करती हैं। वहीं, अब एक नए तरीके से इंटरनेट सर्विस का लाभ मिल सकता है। दरअसल, दुनिया भर में इंटरनेट का एक नया चेहरा, एक नया रूप, सैटेलाइट इंटरनेट के नाम से आ रहा है।

जी हां, सैटेलाइट इंटरनेट जिसके बारे में आपने शायद सुना भी होगा, लेकिन ये क्या है और कैसे ब्रॉडबैंड और मोबाइल इंटरनेट से अलग है? आम लोगों के लिए किफायती रहेगा या नहीं? आज हम आपको इसके बारे में विस्तार से बताने जा रहे हैं, आइए जानते हैं।

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सैटेलाइट इंटरनेट क्या है?

सबसे पहले सैटेलाइट इंटरनेट क्या है? इसके बारे में बात करते हैं जैसा कि इसका नाम है, वैसा ही इसका काम भी है। दरअसल, एक वायरलेस नेटवर्क सर्विस है जो इंटरनेट का सिग्नल सीधा स्पेस में स्थित सैटेलाइट से यूजर्स तक पहुंचाएगा। सैटेलाइट इंटरनेट से डिवाइस तक इंटरनेट के लिए सीधा स्पेस की सैटेलाइट से नेटवर्क मिलता है। आमतौर पर सैटेलाइट इंटरनेट को सैटेलाइट डिश और राउटर के जरिए इस्तेमाल किया जाता है।

ब्रॉडबैंड और फोन इंटरनेट से कैसे अलग है सैटेलाइट इंटरनेट? 

जैसा कि हमने आपको सैटेलाइट इंटरनेट क्या है, इसके बारे में बता ही दिया है तो इससे आपके लिए भी ये तो साफ हो चुका होगा कि ब्रॉडबैंड और मोबाइल इंटरनेट से ये कैसे अलग है। हालांकि, फिर भी बता दें कि वायरलेस इंटरनेट नेटवर्क यानी सैटेलाइट इंटरनेट के लिए ट्रांसमिशन टावर्स या फाइबर केबल की कोई जरूरत नहीं होती है। जबकि, ब्रॉडबैंड और फोन इंटरनेट के लिए ट्रांसमिशन टावर्स या फाइबर केबल की मदद लगती है।

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ब्रॉडबैंड इंटरनेट और सैटेलाइट इंटरनेट में अंतर

ब्रॉडबैंड इंटरनेट सर्विस के लिए केबल की मदद लगती है जो डिवाइस तक डेटा ट्रांसफर करता है। वाईफाई के माध्यम से डिवाइस तक इंटरनेट की सुविधा मिलती है। शहरी इलाकों के लिए ये एक अच्छा ऑप्शन होता है जो हाई स्पीड डेटा प्रदान करता है। जबकि, सैटेलाइट इंटरनेट, वायरलेस नेटवर्क के साथ है और यूजर्स इसका इस्तेमाल कहीं भी कर सकते हैं। इसका फायदा ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को हो सकता है जहां नेटवर्क टावर्स नहीं लगे हुए हैं या समस्या रहती है।

मोबाइल इंटरनेट और सैटेलाइट इंटरनेट में अंतर

बात करें मोबाइल इंटरनेट की तो इसे अलग-अलग नेटवर्क ऑप्शन के साथ प्रदान किया जाता है। हर क्षेत्र में विभिन्न नेटवर्क कनेक्शन के साथ इंटरनेट सर्विस मिलती है। 2G, 3G, 4G और अब तक कई क्षेत्रों में 5G सर्विस भी उपलब्ध है। मोबाइल इंटरनेट की सुविधा फोन के टावरों से वायरलेस इंटरनेट सर्विस के साथ प्रदान की जाती है। फोन में नेटवर्क होने पर मोबाइल इंटरनेट चलता है। कम नेटवर्क वाले क्षेत्रों में इंटरनेट भी काम नहीं करता है। जबकि, सैटेलाइट इंटरनेट के लिए किसी टावर की जरूरत नहीं है और सीधा सैटेलाइट से नेटवर्क प्राप्त होता है। ऐसे में उस फोन पर भी सैटेलाइट इंटरनेट चल सकता है जहां मोबाइल नेटवर्क बिल्कुल भी न हो।

क्या भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू हो गई है?

जी नहीं, अभी तक भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस शुरू नहीं हुई है लेकिन जल्द ही इस सेवा की शुरुआत हो सकती है। हालांकि, भारत से पहले बांग्लादेश में सैटेलाइट इंटरनेट की सेवाएं शुरू कर दी जा चुकी हैं। पड़ोसी देश बांग्लादेश में स्टारलिंक द्वारा सैटेलाइट इंटरनेट सेवाओं की शुरुआत कर दी गई है। बांग्लादेश में स्टारलिंक के सैटेलाइट प्लान की कीमत 4,200 रुपये प्रति माह है। जबकि, किट के लिए 33,000 रुपये एकमुश्त रकम चुकानी होती है।

भारत में सैटेलाइट इंटरनेट सस्ता रहेगा या नहीं?

फिलहाल, भारत में सैटेलाइट इंटरनेट शुरू नहीं हुआ है लेकिन अगर बांग्लादेश में स्टारलिंक के सैटेलाइट इंटरनेट रिचार्ज प्लान के बारे में जानते हैं और उस हिसाब अंदाजा लगाए तो ये सर्विस उन लोगों के लिए भारत में बेहतर साबित हो सकती है जिनके इलाके में ब्रॉडबैंड और मोबाइल इंटरनेट सर्विस नहीं है। स्टारलिंक द्वारा अफ्रीकी देशों में सैटेलाइट इंटरनेट प्लान सस्ते पेश किए हैं, लेकिन जरूरी नहीं कि भारत में भी ये प्लान सस्ते हो, लेकिन आइए फिर भी समझते हैं कि भारत में आम लोगों के लिए सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस किफायती हो सकता है या नहीं?

भारत में आम लोगों के लिए सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस हो सकती है लेकिन इसके लिए कुछ शुरुआती खर्च भारी पड़ सकते हैं। सैटेलाइट इंटरनेट के उपकरण की लागत ज्यादा हो सकती है। सैटेलाइट इंटरनेट इस्तेमाल करने के लिए सैटेलाइट डिश और राउटर की शुरुआती कीमत 40 हजार से 1 लाख तक हो सकती है। इसके बाद मासिक प्लान का खर्चा रहेगा, जो 5 हजार रुपये से लेकर 15 हजार रुपये तक हो सकता है। सैटेलाइट इंटरनेट प्लान की कीमत ब्रॉडबैंड और मोबाइल इंटरनेट की तुलना में बहुत महंगी पड़ सकती है।

 इन लोगों के लिए सैटेलाइट इंटरनेट फायदेमंद

भारत में उन लोगों के लिए सैटेलाइट इंटरनेट की सुविधा फायदेमंद हो सकती है जो ग्रामीण इलाकों में रहते हैं। ऐसे क्षेत्र जहां दूर-दूर तक न तो नेटवर्क हैं और ना ही इंटरनेट सर्विस की कनेक्टिविटी। सैटेलाइट इंटरनेट के इस्तेमाल से इंटरनेट नेटवर्क तक पहुंचना तो आसान हो लेकिन हर महीने हजारों रुपये का खर्चा भी हो सकता है। सैटेलाइट इंटरनेट का प्लान काफी महंगा है जिस वजह से इसे यूज करने के लिए अधिक खर्च करना पड़ सकता है।

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First published on: May 24, 2025 12:39 PM

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