Bluetooth Tracker: कहते हैं कि मुसीबत के समय दुश्मन भी भाई बन जाते हैं। ठीक वैसा ही अब होने जा रहा है क्योंकि एक दूसरे के प्रतिद्वंदी गूगल और एप्पल, समस्या में एक दूसरे के साथ हो गए हैं। दरअसल, गूगल और एप्पल दोनों को ब्लूटूथ ट्रैकिंग की समस्या का सामना करना पड़ रहा था, जिससे छुटकारा पाने के लिए दोनों के बीच साझेदारी हो गई है।
जी हां, अमेरिकी और यूरोपीय देशों में गूगल और एप्पल की सुरक्षा को लेकर कई सवाल उठाए जा रहे थे। ऐसे में दोनों कंपनियां साथ मिलकर ब्लूटूथ ट्रैकिंग का काट खोजकर निकालने में जुट गई है।
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एक रिपोर्ट की मानें तो एप्पल और गूगल द्वारा कहा गया है कि वो दोनों मिलकर काम कर रहे हैं जिससे ब्लूटूथ से हो रही गैरजरूरी ट्रैकिंग पर रोक लगाई जा सकती है। जानकारी के लिए बता दें कि पिछले काफी समय से ऐसी शिकायतें सामने आ रहीं थी कि ब्लूटूथ इनेब्लड डिवाइस जैसे एयरटैग से लोगों की जासूसी हो रही थी।
दरअसल, एयरटैग के जरिए खोई चीजों को सर्च किया जाता है। एप्पल ने साल 2021 में एयरटैग को लॉन्च किया था। इससे स्मार्ट डिवाइस को कनेक्ट करके सर्च किया जा सकता है। इस तरह से गूगल ने एंड्रॉइड डिटेक्टर ऐप को पेश किया था, जो यूजर्स की बिना जानकारी के उनके लोकेशन को ट्रैक कर रहा था। दोनों कंपनी की ओर से साल 2020 में कहा गया था कि वो उन ऐप्स पर प्रतिबंध लगाएंगे जो लोकेशन ट्रैकिंग के इस्तेमाल की जा रही है।
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हालांकि, काफी समय से यूजर्स की ओर से ब्लूटूथ ट्रैकिंग को लेकर शिकायते की जा रही हैं। आईओएस और एंड्रॉइड फोन यूजर्स की ओर कई शिकायतें की जा चुकी हैं। ये ही कारण है कि अब एप्पल और गूगल मिलकर आईओएस और एंड्रॉइड डिवाइसों में होने वाली ब्लूटूथ ट्रैकिंग पर लगाम लगाएंगे।