AI Voice Cloning Scam: क्या हो अगर एक दिन आपको अनजान नंबर से आपकी बेटी या बेटे का कॉल आए और फोन पर वह जोर-जोर से रोने लगे। आपसे मदद मांगने लगे? जान बचाने की गुहार लगाने लगे। यकीनन इतना सुनते ही आप घबरा जाएंगे और तुरंत मदद के लिए तैयार भी हो जाएंगे, लेकिन कहानी में एक ट्विस्ट है, जो आपने आवाज सुनी वह आपके बेटे या बेटी की नहीं, बल्कि AI का यूज करके बनाई गई है। इन दिनों भारत समेत दुनियाभर में AI वॉइस स्कैम तेजी से फैल रहा है। अब तक हजारों लोग इस स्कैम का शिकार हो चुके हैं।
ताजा मामला मध्य प्रदेश के खरगोन जिले से सामने आया है, जहां एक महिला के पास अनजान नंबर से कॉल आया कि इंदौर के कॉलेज में पढ़ने वाली उनकी 19 वर्षीय बेटी सुरभि का अपहरण कर लिया गया है। यह बात सुनकर मां काफी ज्यादा घबरा गई। फोन करने वाले शख्स ने सख्त आवाज में कहा कि आपकी बेटी हमारे साथ है। जैसा कहा गया है वैसा करो, नहीं तो तुम उसे दोबारा नहीं देख पाओगे।
3 लाख रुपये की मांगी फिरौती
कॉल पर बात करते समय महिला को बेटी के रोने की आवाज आ रही थी। जैसे ही उसकी बात खत्म हुई, सुरभि की ‘मम्मा’ चिल्लाने की आवाज साफ हो गई। ऐसा लगा जैसे फोन को किसी ने उससे दूर खींच लिया हो। इसके बाद शख्स ने 3 लाख रुपये की फिरौती मांगी। परेशान सरिता ने अपनी बेटी के नंबर पर कॉल करने की कोशिश भी की, लेकिन फोन स्विच ऑफ जा रहा था, जिससे वह और घबरा गई और उसने 50,000 रुपये ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिए।
बेटी ने फोन किया हुआ था बंद
एक घंटे बाद, पिता को सुरभि का फोन आया और उसने कहा कि वह हॉस्टल में सो रही है और उसने अपना फोन बंद किया हुआ था। इसके बाद परिवार को समझ आया कि उनके साथ स्कैम हो गया है। खास बात यह है कि इस स्कैम को अंजाम देने के लिए AI वॉयस क्लोनिंग सॉफ़्टवेयर का यूज किया गया था। सरिता ने इंदौर पुलिस को लिखित शिकायत देकर अपने साथ हुए फ्रॉड की जानकारी दी।
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AI से नकली वॉइस बनाई गई थी
अब तक हम लिंक पर क्लिक करके, OTP शेयर करके या फिशिंग के जरिए ऑनलाइन स्कैम्स के बारे में सुनते आए हैं, लेकिन अब AI वॉइस का यूज करके लोगों को निशाना बनाया जा रहा है। खास बात यह है कि यह आपके परिवार वालों की आवाज को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का यूज करके उसकी नकली वॉइस बना लेता है। ऐसा ही कुछ सरिता को फोन करने वालों ने किया था।
कहां से मिलते हैं वॉइस के सैंपल?
हालांकि सबसे बड़ा सवाल यह है कि स्कैमर्स को वॉइस के सैंपल आखिर मिलते कैसे हैं? सॉफ़्टवेयर सिक्योरिटी कंपनी McAfee ने एक रिसर्च में बताया कि अगर किसी का केवल 3 सेकंड का ऑडियो मिल जाए तो इससे 85% तक मेल खाने वाला वैसा ही ऑडियो बनाया जा सकता है। कंपनी ने इसको लेकर भारत सहित 7 देशों में सर्वे किया और पाया कि सभी युवाओं में से आधे से ज्यादा हफ्ते में कम से कम एक बार सोशल मीडिया पर अपनी आवाज शेयर करते हैं। स्कैमर्स न तो कोडर हैं और न ही साइंटिस्ट हैं। सिर्फ AI टूल्स को यूज करके लोगों को निशाना बना रहे हैं। आप भी ऐसी किसी कॉल पर भरोसा करने से पहले 2 बार इस पर विचार करें। जब तक कंफर्म न हो, तब तक कोई बड़ा कदम न उठाएं।