AI Dangerous Apps: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI इन दिनों खूब चर्चा में बना हुआ है। टेक दिग्गज गूगल ने भी हाल ही में अपना एक नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) मॉडल जेमिनाइ (Gemini) पेश किया था। हर क्षेत्र में आज AI का यूज काफी बढ़ गया है। वीडियो और फोटो एडिटिंग में तो एआई का कोई जवाब नहीं है, लेकिन AI ने काम को जितना आसान बना दिया है, उतनी ही मुश्किलें भी खड़ी कर दी हैं। जी हां, हाल ही में ग्राफिका (Graphika) की एक रिपोर्ट सामने आई है जिसमें चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
क्या कहती है रिपोर्ट?
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले कुछ समय से लोग ऐसे ऐप्स और वेबसाइटों पर विजिट कर रहे हैं जो तस्वीरों में महिलाओं के कपड़े उतारने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का यूज कर रही हैं। ऐसी वेबसाइटों की पॉपुलैरिटी भी तेजी से बढ़ रही है, जिसने शोधकर्ताओं और प्राइवेसी एडवोकेट्स का ध्यान अपनी और आकर्षित किया है। सोशल नेटवर्क एनालिसिस कंपनी ग्राफिका ने भी खुलासा किया कि अकेले सितंबर में 24 मिलियन लोगों ने इन कपड़े उतारने वाली वेबसाइटों पर विजिट किया है।
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ऐसा ऐप्स का जमकर हो रहा विज्ञापन!
साल की शुरुआत के बाद से एक्स और रेडिट जैसे प्लेटफार्मों पर कपड़े उतारने वाले ऐप्स का विज्ञापन करने वाले लिंक की संख्या 2,400 प्रतिशत से अधिक बढ़ गई है। ये सर्विस लोगों के डिजिटल रूप से कपड़े उतारने के लिए एआई तकनीक का यूज करती हैं। कुछ विज्ञापनों में तो यहां तक कहा गया है कि ग्राहक फ्री में प्राइवेट तस्वीरें बना सकते हैं और उन्हें डिजिटल रूप से किसी को भी शेयर कर सकते हैं।
प्राइवेसी स्पेशलिस्ट ने जारी की चेतावनी
हालांकि इसके जवाब में, Google ने ऐसे विज्ञापनों को अपने प्लेटफार्म से रिमूव करना शुरू कर दिया है। जबकि दूसरी तरफ एक्स और रेडिट भी इसके खिलाफ जल्द ही सख्त नियम लाने पर काम कर रहे हैं। प्राइवेसी स्पेशलिस्ट लगातार एआई तकनीक में प्रगति के कारण डीपफेक पोर्नोग्राफ़ी की बढ़ती पहुंच के बारे में चेतावनी दे रहे हैं।
बढ़ती चिंताओं के बावजूद, वर्तमान में संयुक्त राज्य अमेरिका में डीपफेक पोर्नोग्राफ़ी के क्रिएशन पर रोक लगाने वाला अब तक कोई कानून नहीं है। दूसरी तरफ टिकटॉक और मेटा प्लेटफ़ॉर्म इंक ने इन अनड्रेसिंग ऐप्स से जुड़े कीवर्ड को ब्लॉक करने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं।