Vijay Diwas Special: 1971 का साल था, भारत और पाकिस्तान के बीच बांग्लादेश की आजादी के लिए जंग चल रही थी। फिर आया 16 दिसंबर का दिन जब पाकिस्तान की फौज ने भारतीय फौज की बहादुरी के आगे समर्पण कर दिया। भारत के लिए ये बड़ी फतेह थी। यही वजह है कि आज के दिन को हम हर साल विजय दिवस के रूप में मनाते हैं। और इसी दिन बांग्लादेश पूर तरह से आजाद हो गया। बांग्लादेश के भीतर इस जंग में एक गोरिल्ला आर्मी भी पाक फौज के खिलाफ मोर्चा खोले हुई थी, जिसका नाम मुक्ति वाहिनी था। बांग्लादेश के लोगों को इस आजादी की लड़ाई में हिंदी सिनेमा जगत के दिलीप कुमार (Dilip Kumar) और राजेश खन्ना जैसे बड़े स्टार्स की भी खूब मदद मिल रही थी।
बांग्लादेश की आजादी के लिए फंडरेजिंग कर रहे थे दिलीप कुमार
1971 में जब बांग्लादेश की आजादी की लड़ाई चल रही थी, उस वक्त दिलीप कुमार उसमें बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे थे। उन्होंने बांग्लादेश की आजादी हेतु फंड इकठ्ठा करने लिए एक कार्यक्रम का भी आयोजन किया था। इस आयोजन में उनके साथ संगीतकार सलिल चौधरी भी मौजूद थे। दिलीप साहब ने इस आयोजन के दौरान लोगों को अपनी आवाज में गाना गाकर भी सुनाया था। वो उन दिनों कई तरह से बांग्लादेश की स्वाधीनता के लिए फंडरेजिंग कर रहे थे। उनकी इंसाफ पसंद शख्सियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वो इस जंग में कमजोर और संघर्षरत बांग्लादेशियों के साथ थे।
राजेश खन्ना ने भी दिया साथ
उस समय के सुपरस्टार राजेश खन्ना ने भी बांग्लादेशियों की इस मुश्किल घड़ी में बहुत साथ दिया। वो इस जंग में फंसे लोगों तक राहत सामग्री पहुंचा रहे थे। साथ ही वो इंटरनेशनल फोरम्स पर भी बांग्लादेशियों पर हो रहे जुल्मों-सितम की दास्तां को बयां करते रहे। बांग्लादेश में उनके प्रयासों को काफी सराहा भी गया।
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जौहर की ‘जय बांग्लादेश’ ने लोगों को प्रेरित किया
हिंदी सिनेमा में उन दिनों के मशहूर डायरेक्टर और करण जौहर के चाचा एस जौहर ने ‘जय बांग्लादेश’ नाम की एक फिल्म बनाई थी। ये फिल्म उन दिनों बांग्लादेश के स्वातंत्रता सेनानियों को काफी प्रेरित कर रही थी। इस फिल्म में काबोरी चौधरी और दिलीप दत्त जैसे अभिनेता थे, तो वहीं लता मंगेशकर, आशा भोंसले, उषा मंगेशकर, सुषमा श्रेष्ठ, महेंद्र कपूर और किशोर कुमार जैसे बड़े सिंगर्स भी शामिल थे।