अश्विनी कुमार: रीमेक और एडॉप्टेशन का दौर है। बॉलीवुड साउथ का माल उठाकर, हिंदी में चेप रहा है और ओटीटी एक कदम आगे निकलकर इंटरनेशनल कहानियों का हिंदी एडॉप्टेशन कर रहा है।
मुश्किलें अक्सर ये आती है, कि पहले से जो कहानियां दुनिया भर में पॉपुलर हो चुकी हैं, वो उन्हें जब किसी और लैग्वेंज, किसी और स्टार कास्ट और किसी और बैकग्रांउड के साथ पेश किया जाता है, तो अक्सर वो अपना असर खो देती है। मगर डिज़्नी हॉटस्टार पर रिलीज हुई द नाइट मैनेजर के साथ ऐसा बिल्कुल नहीं है।
इंडियन इंटरनेशनल सीरीज
प्रियंका घोष और रुख के साथ मिलकर संदीप मोदी ने बीबीसी की बेहद पॉपुलर सेम नाम वाली सीरीज की ही मूल कहानी पर एक नई दुनिया रच दी है और इसे ऐसा बनाया है, जिसे देखकर आप कह सकते हैं कि ये सीरीज इंडियन इंटरनेशनल है।
जासूसी, सस्पेंस, क्राइम और ड्रामा
द नाइट मैनेजर की कहानी इंडिया और उसके पड़ोसी मुल्कों के हालात को साथ लेकर चलती है। म्यांमार, बर्मा, श्रीलंका, मिडिल ईस्ट के पॉलिटिकल सिचुएशन, टेंशन के बीच इस जासूसी, सस्पेंस, क्राइम ड्रामा को बुना गया है।
साढ़े तीन घंटे की वेब सीरीज
द नाइट मैनेजर में आपको सीक्रेट सर्विसेज के काम करने का अंदाज, इंटरनेशनल क्रिमिनल्स की आर्म्स डील और पॉलिटिकल कनेक्शन के साथ प्यार, धोखे और इमोशनल रिलेशन का एक ऐसा कमाल कॉम्बीनेशन दिखता है, जो सिर्फ़ 4 एपिसोड यानि महज साढ़े तीन घंटे की वेब सीरीज से आपको बांधे रखता है।
आखिरी एपिसोड में कहानी
बस झटका तब लगता है, जब पहले सीजन के आखिरी एपिसोड में कहानी परवान चढ़ रही होती है, तो एंड ऑफ पार्ट वन का हुटर सुनाई देता है, जो आपको शैली रूंगटा और नाइट मैनेजर के बीच चल इंटेंस सस्पेंस सेक्वेंस के बीच बहुत ज़्यादा चिढ़ा देता है।
नाइट मैनेजर
ये कहानी शुरु होती है, एक सेवेन स्टार होटल के नाइट मैनेजर के सपने से, जिसके बीता हुआ कल उसे सोने नहीं देता और वो जिस भी होटल में काम करता है, वहां नाइट शिफ्ट लेता है। दरअसल, शान सेनगुप्ता नाम का ये नाइट मैनेजर, एक एक्स नेवी लेफ्टिनेंट है।
इंडियन हाईकमिशन के जरिए
जो एक बच्ची को बचाने के लिए, ढाका के इंडियन हाईकमिशन के जरिए रॉ की बांग्लादेश डेस्क पर काम करने वाली लिपिका से मदद मांगता है। मगर एक बड़े होटेलियर और बिजनेसमैन के लबादे के पीछे छिपे आर्म्स डीलर शैली रूंग्टा तक इसकी इसकी खबर पहुंचती है और वो लड़की मारी जाती है।
रिसर्च डिपॉर्टमेंट
इस हादसे से सकते में आया नाइट मैनेजर शिमला के एक होटल में नाइट मैनेजर की नौकरी करता है। रॉ के बांग्लादेश डेस्क से हटाकर लिपिका को भी एक रिसर्च डिपॉर्टमेंट में लो प्रोफाइल डिमोशन कर दिया गया है।
बृज पॉल सीढ़ियां बनते हैं
कुछ वक्त के बाद नाइट मैनेजर शान के होटल में रूंग्टा, अपने पूरे लाव-लश्कर साथ पहुंचता है, फिर शुरु होता है… शान के बुरे सपनों और रॉ की लिपिका का वो अंडर कवर ऑपरेशन, जिसमें शैली रूंग्टा की बेहद खूबसूरत सेंकेंड वाइफ कावेरी, उसका बेटा, और उसका साथी बृज पॉल सीढ़ियां बनते हैं।
नाइट मैनेजर की सबसे बड़ी खूबी
नाइट मैनेजर की सबसे बड़ी खूबी है इसके हर कैरेक्टर का अपना एक सीक्रेट पास्ट है, जो उसे और दिलचस्प बनाता है। इस कहानी को इतनी करीने से पिरोया गया है, कि हर किरदार खास बन जाता है।
इसे शूट इतने इंटरनेशनल लोकेशन्स और स्टाइलिश तरीके से किया गया है, कि आपको अहसास ही नहीं होगा कि आप एक इंडियन वेब सीरीज देख रहे हैं। नाइट मैनेजर का बैकग्राउंड स्कोर बेहद इंटेंस और एडीटिंग काबिल-ए-तारीफ।
अनिल कपूर का अंदाज
परफॉरमेंस पर आइएगा, तो शैली रुंग्टा बने अनिल कपूर को देखकर आप दांतों तले उंगली दबा लेंगे। 66 साल के अनिल कपूर का अंदाज़, तेवर और अपीयरेंस इतनी जबरदस्त है कि आप उनके दीवाने हो जाएंगे। नाइट मैनेजर शान सेनगुप्ता के किरदार में आदित्य रॉय कपूर को देखना एक ट्रीट है।
आदित्य का सबसे बेहतरीन काम
आदित्य का ये अब तक का सबसे बेहतरीन काम है, उनकी फिटनेस और एक्सप्रेशन्स इस बार दोनों ही सटीक हैं। शैली की सेकेंड वाइफ कावेरी के किरदार में सोभिता धूलिपाला को देखकर पलकें झपकना ना भूल जाएं… तो पैसे वापस, वो खूबसूरत तो लगी हैं और उनके किरदार में जो सीक्रेसी है वो उनके किरदार को और भी ज़्यादा सिडक्टिव बना देता है।
रॉ ऑफिसर लिपिका के किरदार में तिलोत्तमा शोम, नाइट मैनेजर की सबसे बेहतरीन परफॉर्मर हैं, कमाल की अदाकारी। बृज पाल बने सास्वत चैटर्जी भी अपने फुल फॉर्म हैं।
नाइट मैनेजर को 3.5 स्टार
4 एपिसोड का ये शो एक सीटिंग में ही खत्म करने के लिए परफेक्ट बिंज वॉच है और हां, इसका ओरिजिनल यानि ब्रिटिश वर्ज़न वाला नाइट मैनेजर भी आप देख सकते हैं प्राइम वीडियो पर, वो भी हमारी तरफ से पूरी तरह रिकमंडेड है। द नाइट मैनेजर को 3.5 स्टार हैं।
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