टेड रेइमी अजय देवगन की सिंघम फिल्में और भारत की एक्शन फिल्मों के बड़े फैन हैं। उन्हें खासतौर पर वो फिल्में पसंद हैं जिनमें एक्शन के साथ म्यूजिक, डांस और इमोशंस भी होते हैं। उनके मुताबिक भारत ने एक्शन फिल्में बनाने का जो तरीका अपनाया है, वो दुनिया के बाकी देशों से अलग है।
टेड की नई फिल्म फेलियर (Failure) हाल ही में बुक माय शो द्वारा आयोजित रेड लॉरी फिल्म फेस्टिवल में दिखाई गई। इसी मौके पर उन्होंने भारतीय फिल्मों को लेकर अपनी पसंद बताई।
भारतीय फिल्मों को लेकर टेड की दीवानगी
हालांकि टेड कभी भारत नहीं आए, लेकिन उन्हें यहां की फिल्में काफी पसंद हैं। उनका कहना है कि जो कुछ गिनी-चुनी भारतीय फिल्में अमेरिका में दिखाई जाती हैं, वो उनका बेसब्री से इंतजार करते हैं और तुरंत देख लेते हैं।
टेड ने कहा मैं भारत कभी नहीं आया लेकिन हमेशा से आना चाहता था। जो भी भारतीय फिल्में अमेरिका में आती हैं, मैं उन्हें जरूर देखता हूँ। मुझे आपकी एक्शन फिल्में बहुत पसंद हैं। मुझे लगता है आप लोग सबसे बेहतरीन एक्शन फिल्में बनाते हैं।
जब उनसे पूछा गया कि क्या कोई पसंदीदा भारतीय डायरेक्टर है, तो उन्होंने कहा, हां है, लेकिन मुझे नाम ठीक से याद नहीं आ रहा। मैं नाम गलत बोलकर उसे बिगाड़ना नहीं चाहता। मैंने कुछ साल पहले एक फिल्म देखी थी जो मेरी फेवरेट बन गई। मुझे उसका नाम लिख लेना चाहिए था।
उन्होंने बताया कि वो फिल्म एक सुपरकॉप पर थी जो बुरे लोगों को पकड़ता है। वह एक फैमिली मैन होता है और एक लड़की से प्यार करता है।
जब उनसे पूछा गया कि क्या वो फिल्म सिंघम थी तो टेड ने खुशी से कहा, हां, मुझे सिंघम फिल्म बहुत पसंद है।
भारतीय एक्शन फिल्मों की खासियत
टेड ने बताया मुझे भारतीय एक्शन फिल्में बहुत पसंद हैं। इनमें एक्शन के साथ म्यूजिक, डांस और कॉमेडी भी होती है। ये सब मिलाकर आपकी फिल्मों को बाकी दुनिया से अलग बनाता है। ऐसा स्टाइल कहीं और नहीं दिखता।
उन्होंने कहा जब बाकी लोग आपकी फिल्मों की नकल करने की कोशिश करते हैं तो वो असफल हो जाते हैं। आपकी फिल्म इंडस्ट्री और आपकी संस्कृति ऐसे शानदार फिल्में बना सकती है जो कोई और नहीं बना सकता।
हॉलीवुड करियर और थिएटर का अनुभव
टेड हाल ही में फेलियर (Failure) फिल्म में नजर आए, जो 87 मिनट की एक ही टेक में बिना कट के शूट की गई थी। फिल्म में टेड ने एक बिजनेस टायकून का रोल निभाया है जो बैंक लोन चुकाने की डेडलाइन से जूझ रहा होता है और उसे तय करना होता है कि वह आर्थिक नुकसान उठाए या किसी की जान ले।
टेड ने कहा यह अब तक की सबसे मुश्किल फिल्म थी जो मैंने की है। बिना कट के एक लंबे सीन में शूट करना बहुत मुश्किल था। इसमें मेरे थिएटर के अनुभव ने बहुत मदद की।
उन्होंने ये भी कहा कि आजकल के नए एक्टर्स थिएटर नहीं कर रहे, जिससे उनका अभिनय कमजोर हो रहा है।
उन्होंने लास्ट में कहा, हम जैसे एक्टर्स अब धीरे-धीरे कम होते जा रहे हैं। आजकल लोग थिएटर से करियर शुरू नहीं करते। यह बहुत नुकसान की बात है क्योंकि थिएटर करने से आप तुरंत दर्शकों से जुड़ना सीखते हैं। आज के एक्टर्स खुद को इस अनुभव से दूर कर रहे हैं। इसका मतलब ये नहीं कि आज अच्छे एक्टर्स नहीं हैं, लेकिन अगर वे थिएटर करते तो और बेहतर बन सकते थे।