अश्विन कुमार: प्राइम वीडियो ने अपनी एंबीशियस और दुनिया की दूसरी सबसे मंहगी वेबसीरीज- सिटाडेट के इंटरनेशनल वर्जन के साथ ये शर्त लगा दी कि आपको हम तीन एपिसोड देंगे और आप दो एपिसोड का रिव्यू करेंगे।
अब ये तो कतई नाइंसाफी है इसीलिए हम इस सीरीज का रिव्यू नहीं बल्कि ये बता रहे हैं कि आखिर इसके पहले दो एपिसोड में क्या है और आगे क्या उम्मीद की जानी चाहिए।
सिटाडेल की कहानी
सिटाडेल यानी दुनिया भर के जासूसों की एक ऐसी एंजेसी जो सरकारों की साजिशों को नाकाम करती है और दुनिया का संतुलन बनाए रखती है। इस एजेंसी को कोई सरकार, कोई कंपनी फंड नहीं करती…. ये जासूस खुद चलाते हैं ताकि वो दुनिया को सुरक्षित बनाए रखें।
जाहिर है कि दुनिया की सबसे ताकतवर सरकारें और दौलतमंद शख़्स जो दुनिया को अपने हिसाब से चलाना चाहती है वो सिटाडेल को ख़त्म करने पर आमादा है।
सिटाडेल के सारे जासूसों को खत्म कर देती है मैंटीकोर
इस सिटाडेल की शुरुआत ही इसके खात्में से है यानी सिटाडेल के सारे जासूसों को मैंटीकोर नाम की एक ऑर्गेनाइजेशन खत्म कर देती है, जिसे दुनिया की कुछ दौलतमंद फैमिलीज फंड करती है। तो पहले एपिसोड की शुरुआत में ही एक फ्यूचरिस्टिक ट्रेन में सिटाडेल के दो टॉप एंजेंट, जो एक साथ मिलकर हॉट स्टफ हैं यानी नाडिया सिन्ह और मेसन केन।
ट्रेन में ब्लास्ट और सिटाडेल खत्म
दोनों एक दूसरे से कुछ छिपाते हैं, लेकिन एक दूसरे की ओर खींचे चले आते हैं, वो यूरेनियम को स्मगल कर रहे एक शख़्स पर हमला करते हैं, लेकिन उल्टा उसी के जाल में फंस जाते हैं, ट्रेन में ब्लास्ट होता है और सिटाडेल खत्म। मगर कहानियां इतनी जल्दी कहां खत्म होती है, मेसन भी बचता है और नाडिया भी लेकिन दोनों एक दूसरे से अलग हो चुके हैं।
मेसन और नाडिया भूल गए अपनी पहचान
मगर यहां एक और पेंच है सिटाडेल का टेक जीनियस बर्नाड, मेसन और नाडिया दोनों की मेमोरी को खत्म कर देता है, ताकि अगर ये दुश्मन के हाथ पड़े तो इनके पास बताने के लिए कुछ ना हो। अब मेसन और नाडिया दोनों अलग-अलग ज़िंदगी जी रहे हैं। अपनी पहचान भूलकर लेकिन दोनों को एक दूसरे के सपने आते हैं। आप कहेंगे कि ऐसा तो बॉलीवुड में होता है लेकिन साहब इमोशनल ड्रामा नाम की भी तो कोई चीज होती है, जो हॉलीवुड और बॉलीवुड में सेम होती है।
दुनिया को कैसे बचाएगी सिटाडेल?
खैर 8 साल के बाद जब मेसन अपनी पहचान की तलाश करना चाहता है तो बर्नाड को उसका पता चल जाता है और फिर नाडिया वाला कनेक्शन भी जुड़ जाता है।
खैर अब नाडिया जिसे सिटाडेल की टेक्नॉलॉजी के चलते उसकी मेमोरी वापस मिल गई है और मेसन जिसे अभी बहुत कुछ जानना है कि पास्ट में क्या हुआ, किसने धोखा दिया… फ्यूचर में क्या होगा? मैंटीकोर के हमलों की साजिश से सिटाडेल दुनिया को कैसे बचाएगी?
दुनिया की सबसे मंहगी स्पाई सीरीज
अब इस पर आते हैं कि दो एपिसोड लग कैसे रहे हैं तो बिल्कुल वैसे जैसे दुनिया की सबसे मंहगी स्पाई सीरीज को लगना चाहिए। रुसो ब्रदर्स का नाम इस सीरीज के साथ जुड़ा हुआ है, तकरीबन 250 मिलिनय डॉलर की इन्वेस्टमेंट हुई है। 8 एपिसोड को छांटकर 6 एपिसोड में बदला गया है।
ओटीटी की हिस्ट्री में ऐसा एक्शन आपने देखा नहीं होगा
एक्शन तो पूछिए नहीं, मतलब कम से कम ओटीटी की हिस्ट्री में ऐसा एक्शन आपने देखा नहीं होगा। दो एपिसोड में अब सिर्फ सिटाडेल की भूमिका बनाई गई है और अगले 4 एपिसोड में पहले सीरीज का खात्मा होना है, तो सोचिए कि स्पीड कितनी फास्ट होगी?
पहले दो एपिसोड में मिलेगा बुलेट ट्रेन के सेक्वेंस
रूसो ब्रदर्स ने प्राइम का खर्चा बहुत करा दिया है तकरीबन ढाई हज़ार करोड़ उसके हिसाब से पहले दो एपिसोड में आपको बुलेट ट्रेन के सेक्वेंस के अलावा कुछ खास देखने को नहीं मिलेगा, मजा तीसरे एपिसोड से आना है। शो रनर बने डेविल वील ने काम तो अच्छा किया है और शो पूरा इंटरनेशनल लगता है।
देसी गर्ल बन गई लेडी बॉन्ड007
अब परफॉरमेंस पर आइए तो उम्र की 40वीं सीढ़ी पर कदम रख चुकीं प्रियंका इसमें हिंदुस्तानी ऑडियंस के लिए सबसे मेन अट्रैक्शन हैं और सही मानिए कि रुसो ब्रदर्स की इस सीरीज में प्रियंका चोपड़ा ने ग्लैमर और एक्शन का जो कॉम्बीनेशन दिखाया है वो बताता है कि देसी गर्ल, लेडी बॉन्ड007 बन गई है। प्रियंका के एक्प्रेशन्स, इमोशन और फाइटिंग टेक्निक्स को देखकर आप दंग रह जाने वाले हैं।
स्टेनली टूली ने कमाल किया है
गेम ऑफ थ्रोन्स, इटर्नल्स, बॉडीगॉर्ड जैसे इंटरनेशनल प्रोजेक्ट्स से मशहूर एक्टर रिचर्ड मैडन, मेसन केन के कैरेक्टर में थोड़े कम एक्सप्रेशिव हैं। खैर चंद एपिसोड के पैमाने पर उन्हे आंकना ठीक नहीं है। बर्नाड के कैरेक्टर में स्टेनली टूली कमाल है मतलब जबरदस्त जब भी स्क्रीन पर आते हैं, समां बांध देते हैं।