नवीन सिंह भारद्वाज: परिवार सबके लिए बहुत ज्यादा मायने रखता हैं। इस परिवार के लिए ही तो इंसान सब कुछ करता हैं। भले ही आपस में थोड़ी खट-पट हो जाए, थोड़ा दिल रूठ जाए, लेकिन उनका साथ आपको फिर भी प्यार होता है। परिवार, तकरार और ना सो मच प्यार वाले फॉर्मुले पर बनी रोमांटिक कॉमेडी फिल्म है गालिब असद भोपली की फिल्म जोगीरा सारा रा रा।
कहानी
ये कहानी उत्तरप्रदेश के लखनऊ के जोगी प्रताप ( Nawazuddin Siddhiqui) की है, जो पेशे से इवेंट मैनेजमेंट का काम करते हैं। जोगी के परिवार में उसकी मां ( Zarina Wahab ) बुआ और 5-6 बहनें होती है, जिनके साथ जोगी की हर वक्त खट-पट होती रहती हैंं, लेकिन जाहिर है कि वो मां से प्यार भी बहुत करता है। दूसरी ओर जोगी को डिंपल चौबे (Neha Sharma) की शादी के अरेंजमेंट का काम मिलता हैं।
डिम्पल की शादी लल्लू (Mahaakshay Chakraborty) से तय हुई है, लेकिन डिम्पल को लल्लू से शादी नहीं करनी। ट्विस्ट ये है कि इस शादी को तोड़ने के लिए डिंपल जोगी की मदद लेती है। जोगी भी को लव स्टोरी और शादी पर बिल्कुल भरोसा नहीं।
इसलिए वो डिम्पल की शादी तोड़ने में उसकी मदद करने को राजी हो जाता हैं, लेकिन किसी ना किसी वजह से जोगी के जुगाड़ का जादू डिम्पल की होने वाली शादी पर कोई असर नहीं पड़ता और रिश्ता उतना ही मजबूत होता जाता है। अंत में जोगी और उसका साथी डिम्पल को किडनैप का नाटक करता है और इसका इल्जाम चौधरी गैंग (Sanjay Mishra) पर डाल कर उसे कुछ दिन अपने घर पर रखता हैं। वहां डिम्पल को जोगी के परिवार से लगाव हो जाता है।
डायरेक्शन
फिल्म जोगीरा सारा रा रा के डायरेक्शन की कमान कुशन नंदी (Kushan Nandy) ने पकड़ी है। बाबुमोशाय बंदूकबाज के बाद नवाजुद्दीन सिद्दीकी और कुशन की ये दूसरी फिल्म है। एक छोटे शहर की बिंदास बोल्ड लड़कियों को अब तक आपने कई फिल्मों में देखा होगा जैसे “बरेली की बर्फ़ी” हों या खुद नवाज की फिल्म “मोतीचूर चकनाचूर”… ऐसा ही कुछ आपको इस फिल्म में नजर आएगा।
ऐसे में आपको नेहा के किरदार से कुछ नया देखने को नहीं मिलने वाला। कहानी में आगे क्या होगा इस बात का भी अंदाजा आप आराम से लगा लेते हैं। कुशन ने वहीं एक बिंदास लड़की और उसका परेशान पिता और उस से परेशान रोती- बिलखती हुई मां को दिखाने की भी भरपूर कोशिश की है और ये सब देखकर आप खुद कहेंगे कि “आखिर इस फिल्म में नया क्या है?”
एक्टिंग
‘जोगीरा सारा रा रा’ की अच्छी बात है कि एक्टर्स के परफॉरमेंस और कॉमेडी टाइमिंग। बात चाहे नवाज की हो या उनकी बहनों की, उनकी मां जरीना वहाब की, नेहा की और फिर संजय मिश्रा की….. सब अपने अपने किरदार में मजेदार लगे हैं।
कुशन ने नवाज के जोगी और संजय मिश्रा के चौधरी के किरदार को इतने अच्छे से फिल्माया है कि फिल्म, बोरिंग लगने के बाद भी आपको हंसा जाएगी। हां, फिल्म के अंत तक आपको पता नहीं चल पाएगा की आखिर जोगी और डिम्पल को प्यार होता भी है या नहीं?… या फिर साथ रहने के वजह से दोनों को एक दूसरे की आदत हो जाती है शायद इसलिए दोनों साथ होना चाहते हैं।
टेक्निकल
‘बाबुमोशाय बंदूकबाजट के बाद इस फिल्म के जरिए फिल्म के लेखक गालिब असद भोपाली, नवाजुद्दीन सिद्दीकी और निर्देशक कुशन नंदी ने एक साथ वापसी की है। अगर सही तरीके से कहा जाए तो गालिब की कलम इस फिल्म के लिए सटीक तरीके से नहीं चल पाई और निर्देशक कुशन नंदी भी उतना प्रभावित नहीं कर पाए।
फिल्म में म्यूजिक दिया है अनूप भट्ट ने। फिल्म में दो-चार गाने भी हैं, जिसमें से एक निक्की तम्बोली का आइटम नंबर है, गानों में देख कर ही लगेगा कि नवाज डांस के मामले में बेहद अनकम्फर्टेबल है, लेकिन फिल्म की कॉमिक टाइमिंग के सामने आप गाने बिल्कुल याद नहीं रख पाएंगे।
क्यों देखें
‘जोगीरा सारा रा रा’ देखिए इसकी कॉमिक टाइमिंग के लिए, जिसमें नवाज कमाल के लग रहे हैं। नवाज का ये रंग, जो बजरंगी भाईजान में थोड़ा-थोड़ा दिखा था, वो यहां खुलकर नजर आया है। संजय मिश्रा जब जब स्क्रीन पर आते हैं, तब-तब आप अपनी हंसी नहीं रोक पाएंगे।
नेहा ने फिल्म में कमाल का काम किया है। वही जरीना वहाब को थोड़ी और ज्याद देखने की इच्छा भी होगी। अगर आपको इस हफ्ते कॉमेडी फिल्म देखने का मन हो तो इसे चुनें, बहुत ज्यादा की एक्सपेक्टेशन ना रखें। वहीं इस फिल्म को 2.5 स्टार हैं।