Munjya: जिस पल का ना जाने कितने लोगों को बेसब्री से इंतजार था वो आ ही गया है। जी हां, कल यानी 25 अगस्त को हॉरर-कॉमेडी फिल्म ‘मुंज्या’ ओटीटी पर रिलीज हो गई। अब भई… जिस फिल्म ने थिएटर में खूब तारीफें बटोरी हों, तो भला उसे ओटीटी पर वाहवाही ना मिलें, ऐसा कैसे हो सकता है।
अगर आप भी इस फिल्म को देखने का मन बना रहे हैं और ये सोच कर डर रहे हैं कि फिल्म का हॉरर रोंगटे खड़े कर देगा, तो घबराने की बात नहीं है। हां, फिल्म में हॉरर का तड़का जरूर है, लेकिन इसकी कॉमेडी आपको जरा भी डर नहीं लगने देगी, तो चलिए इस ऑर्टिकल में आपको ‘मुंज्या’ की कहानी का हिंट दे ही देते हैं।
क्या है कहानी?
दरअसल, फिल्म की कहानी शुरू होती है एक गांव से, जहां एक बच्चा खुद से सात साल बड़ी लड़की से प्यार कर बैठता है। अब इसे प्यार कहे या पागलपन? अब भई… एक तो बच्चा और खुद से बड़ी लड़की के लिए अपनी ही बहन की जान लेने पर आ गया, तो ये तो पागलपन ही हुआ ना। जब इस बच्चे को अपना प्यार नहीं मिलता है, तो ये हर वो कोशिश करना चाहता है, तो उसके बस में है और इसलिए वो लड़की को पाने के लिए लेता है ‘काले जादू’ का सहारा।
बच्चा बना ‘ब्रह्मराक्षस’
हालांकि इस सबमें वो अपनी ही जान दे बैठता है और बन जाता है ‘ब्रह्मराक्षस’। अब कहानी का रुख होता है पुणे की तरफ, जहां बिट्टू नाम का एक लड़का अपनी हंसती-खेलती जिंदगी के मजे ले रहा है, लेकिन उसको ‘मुंज्या’ के सपने परेशान करते हैं। हालांकि बिट्टू इस पर ज्यादा गौर नहीं करता है और अपनी लाइफ के बारे में सोचता है।
‘इंसान और ब्रह्मराक्षस’ में हुई जंग
फिर एक दिन ऐसा आया जब बिट्टू को अपने गांव जाना पड़ा। बिट्टू के पिता नहीं हैं, तो जाहिर है वो अपनी मां और दादी के साथ गांव गया। गांव जाते ही बिट्टू की पूरी लाइफ बदल जाती है और फिर शुरू होती है असली ‘जंग’, जो किसी इंसान या जानवर की नहीं बल्कि ‘इंसान और ब्रह्मराक्षस’ में होती है।
कहां देख सकते हैं फिल्म?
अब एक ‘इंसान’ और एक ‘ब्रह्मराक्षस’ में लड़ाई क्यों होती है? आखिर किस वजह से इंसान पर ‘काली शक्तियों’ ने प्रहार किया? अब भई अगर ये जानना है, तो इसे लिए आप फिल्म देख सकते हैं।फिल्म ‘मुंज्या’ ओटीटी प्लेटफॉर्म डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज हुई है।
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