फिल्म इंडस्ट्री ने समय के साथ काफी बदलाव देखे हैं। पहले के जमाने में लता मंगेशकर और मोहम्मद रफी जैसे बड़े गायकों को भी एक गाने के लिए ₹500 मिलना मुश्किल होता था, जबकि उस समय के बड़े एक्टर एक फिल्म से लाखों रुपये कमा लेते थे। लेकिन आज का दौर बिल्कुल अलग है। अब भारत के टॉप म्यूजिक डायरेक्टर्स एक गाने के लिए लाखों रुपये और पूरी फिल्म के म्यूजिक एलबम के लिए ₹1 करोड़ से ज्यादा कमा रहे हैं। हाल ही में एक नया म्यूजिक डायरेक्टर इस लिस्ट में सबसे ऊपर आ गया है।
भारत का सबसे ज्यादा कमाई करने वाला म्यूजिक डायरेक्टर
एचटी को इंडस्ट्री से मिली खबरों के मुताबिक, म्यूजिक डायरेक्टर मिथुन को उनकी अगली रोमांटिक फिल्म के म्यूजिक के लिए अब तक की सबसे ज्यादा फीस दी जा रही है। फिल्म से जुड़ी बाकी बातें अभी सामने नहीं आई हैं, लेकिन बताया जा रहा है कि उन्हें पूरे म्यूजिक स्कोर के लिए ₹25 करोड़ से ज्यादा मिल रहे हैं। मिथुन और इस फिल्म के डायरेक्टर पहले भी साथ काम कर चुके हैं और उनके गाने पहले भी बहुत हिट रहे हैं। करीब 20 साल से उनका साथ है और इसी वजह से प्रोड्यूसर्स को उन पर पूरा भरोसा है। यह पहली बार है जब किसी म्यूजिक डायरेक्टर को एक ही फिल्म के लिए इतनी बड़ी रकम दी जा रही है।
भारत के दूसरे हाई-फीस लेने वाले म्यूजिक डायरेक्टर
मिथुन से पहले अनिरुद्ध रविचंदर सबसे ज्यादा फीस लेने वाले कंपोजर थे। उन्होंने शाहरुख खान की फिल्म जवान के म्यूजिक के लिए ₹10 करोड़ से ज्यादा लिए थे, लेकिन बाद में उन्होंने अपनी फीस थोड़ी कम कर दी। टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, लियो और जेलर जैसी फिल्मों के लिए ₹8-8 करोड़ चार्ज किए। इसके बावजूद वो तब तक सबसे ज्यादा कमाने वाले संगीतकार बने रहे। उससे पहले एआर रहमान लंबे समय तक भारत के सबसे पॉपुलर और भरोसेमंद म्यूजिक डायरेक्टर रहे हैं। वो एक फिल्म के लिए ₹8 करोड़ चार्ज करते हैं,और अगर वो खुद कोई गाना गाएं तो उनकी फीस और बढ़ जाती है।
बाकी म्यूजिक डायरेक्टर्स जैसे प्रीतम, विशाल-शेखर, एमएम कीरावाणी और युवन शंकर राजा एक फिल्म के लिए ₹5 करोड़ से कम फीस लेते हैं। वहीं, सिंगर्स की फीस और कम होती है, ज्यादातर गायक एक गाने के लिए ₹15 से ₹20 लाख तक ही लेते हैं। किसी फिल्म के लिए किसी गायक को ₹1 करोड़ मिलना बहुत ही कम होता है, लेकिन जब सिंगर्स प्राइवेट एलबम बनाते हैं, तो वो अच्छा पैसा कमा लेते हैं।