Ananya Pandey Imposter Syndrome: बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री अनन्या पांडे ने कुछ वक्त पहले एक बीमारी का जिक्र किया था, जिससे वो जूझ रही हैं। इसी सिंड्रोम के बारे में एक्ट्रेस सान्या मल्होत्रा ने भी बताया था जिसका वो फिल्म ‘दंगल’ के बाद सामना कर रही थीं। अनन्या ने अपने सोशल मीडिया पर बताया था कि वो इंपोस्टर सिंड्रोम नाम की बीमारी से पीड़ित हैं। इस बीमारी के बारे में अभिनेत्री ने खुलासा किया कि जब वो खुद को किसी पोस्टर में देखती हैं या अपनी तस्वीरों के बीच होती हैं, तो उन्हें ये यकीन नहीं हो पाता कि वो वही इंसान हैं, जो तस्वीरों में दिखाई दे रही हैं। इसके साथ ही अनन्या ने कहा कि कभी-कभी उन्हें ऐसा महसूस होता है कि उनका नाम भी उनका नहीं है और जब कोई उनका नाम लेता है तो वो तीसरे इंसान की तरफ देखने लगती हैं। चलिए आपको बताते हैं आखिर क्या है ये सिंड्रोम और इसका क्या असर पड़ता है।
इंपोस्टर सिंड्रोम क्या है?
इंपोस्टर सिंड्रोम एक मानसिक स्थिति है, जिसमें व्यक्ति खुद को अपनी सफलता या क्षमताओं को लेकर शक करने लगता है। इस स्थिति में इंसान अपने ही प्रयासों को असली नहीं मानता और ये मानता है कि उसकी सफलता किसी दूसरे कारण से हुई है, न कि उसकी मेहनत के कारण। इसे ‘सफलता का धोखा’ भी कहा जाता है। ऐसे लोग हमेशा अपने आप को दूसरों से कम और असफल समझते हैं और कभी भी अपनी सफलता का पूरा श्रेय नहीं ले पाते।
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ये मानसिक स्थिति न सिर्फ व्यक्ति की मानसिक स्थिति को प्रभावित करती है, बल्कि उनके रिश्तों पर भी असर डाल सकती है। वो हमेशा अपने आपको दूसरों से कमतर मानते हैं और खुद पर शक करते हैं।
इंपोस्टर सिंड्रोम के लक्षण
इंपोस्टर सिंड्रोम के कुछ सामान्य लक्षणों में शामिल हैं: अपनी क्षमताओं पर भरोसा न करना, तारीफ करने पर असहज महसूस करना, ये सोचना कि दूसरों को मुझसे ज्यादा जानकारी है, अपनी परफॉर्मेंस की तुलना दूसरों से करना और असफलता का डर और खुद से बात करना।
इंपोस्टर सिंड्रोम से बचने के उपाय
अगर आप इंपोस्टर सिंड्रोम से जूझ रहे हैं, तो कुछ उपाय हैं, जिनकी मदद से आप इससे बच सकते हैं और मानसिक रूप से बेहतर महसूस कर सकते हैं। सबसे पहले अगर आप इस स्थिति से जूझ रहे हैं, तो दोस्तों या परिवार से मदद लें। उनके साथ अपने मन की बातें शेयर करें।
इसके अलावा खुद को सकारात्मक रूप से देखें और अपनी सफलताओं को स्वीकार करें। हर किसी का सफर अलग होता है। इसलिए किसी से तुलना करने के बजाय, अपनी ही कामयाबी और सफलता पर फोकस करें। ऐसे लोगों के साथ समय बिताएं, जो आपकी सफलता को सराहते हों और आपकी मदद करने के लिए तैयार हों।
इस बीमारी से निपटने के लिए सबसे जरूरी है खुद को समझना और खुद पर विश्वास रखना। अनन्या पांडे ने भी इस बीमारी का सामना करते हुए इसे स्वीकार किया और फैंस को मैसेज दिया कि मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें।
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