90s Bollywood Kissa: 1990s के दशक में ऐसी कई फिल्में रिलीज हुईं, जो कल्ट और क्लासिक कहलाईं. कई फिल्में ऐसी भी रहीं, जिन्हें ये टैग तो नहीं मिले लेकिन उन्हें आज भी कलाकारों के अभिनय और उसकी कहानी के लिए याद किया जाता है. कई तो ऐसी हैं, जिनके डायलॉग आत तक लोगों के जुबान पर रहते हैं. गुजरे जमाने की फिल्मों में सिर्फ कलाकारी ही अपने अभिनय नहीं दिखाते थे बल्कि हाथी, कुत्ता और बंदर का भी जबरदस्त क्रेज देखने के लिए मिला. ऐसी कई फिल्में रही हैं, जिनकी कहानी उन पर ही आधारित थीं. इसमें भरपूर इमोशन होता था. ऐसे में आज आपको एक ऐसे ही बंदर की कहानी के बारे में बता रहे हैं, जिसे चेन्नई से लाया गया था और उसे गोविंदा-चंकी पांडे से भी ज्यादा फीस मिलती थी.
दरअसल, हम जिस बंदर की बात कर रहे हैं, वो कोई और नहीं बल्कि फिल्म ‘आंखें’ का है. इसमें गोविंदा और चंकी पांडे ने लीड रोल प्ले किया था. फिल्म में दोनों की जोड़ी को लोगों ने काफी पसंद किया था. इसके साथ ही जहां गोविंदा और चंकी पांडे की एक्टिंग को लोगों ने काफी पसंद किया था वहीं, फिल्म में एक बंदर भी था, जिसने शानदार काम किया था और लोगों का खूब ध्यान खींचा था. चंकी और गोविंदा ने खुद इसके बारे में एक बार बताया था कि उस बंदर की फीस उनसे भी ज्यादा थी और वो बेवड़ा था, शराब पीता था.
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शराबी था फिल्म ‘आंखें’ का बंदर
बात ऐसी है कि हाल ही में गोविंदा और चंकी पांडे चैट शो ‘टू मच विद काजोल एंड ट्विंकल खन्ना’ में पहुंचे थे. इस दौरान दोनों ने अपने करियर और बॉलीवुड से जुड़े कई किस्सों पर चर्चा की. काफी कुछ शेयर किया. चंकी ने ट्विंकल के बारे में भी बताया कि उन्होंने उन्हें डायपर में देखा है. इसी बीच गोविंदा और चंकी ने अपनी फिल्म ‘आंखें’ का भी जिक्र किया था. इसकी एक वीडियो क्लिप भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है. इसमें चंकी कहते हैं, ‘याद है जो आंखें में बंदर था? वो केले नहीं खाता था.’ इस पर गोविंदा कहते हैं, ‘वो शराबी था. वो कहीं भी छुप जाता था. पता नहीं, वो जितनी बार भी मुझ पर जंप मारता था ना तो लड़खड़ा जाता था. कहीं लेटा हुआ तो कहीं नीचे छुपाकर बैठा हुआ मिलता था.’
गोविंदा-चंकी पांडे से डबल थी बंदर की फीस
इतना ही नहीं, गोविंदा आगे बताते हैं, ‘वो बहुत हैवी था.’ इस पर चंकी पांडे कहते हैं, ‘वो 60-70 किलो का था.’ फिर काजोल उसे ‘बेवड़ा बंदर’ कहती हैं. चंकी बताते हैं, ‘वो बंदर चेन्नई से आता था. उसकी पेमेंट हम लोगों से डबल थी. गोविंदा और मुझसे.’ इस पर गोविंदा झट से कहते हैं, ‘अबे मिली ही नहीं बे.’ इस फनी किस्से पर सभी ठहाके लगाकर हंसते हैं. उनका ये किस्सा काफी वायरल हो रहा है.
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सिनेमाघरों में 3 महीने तक चली थी ‘आंखें’
आपको बता दें कि फिल्म ‘आंखें’ को साल 1993 में रिलीज किया गया था और ये उस साल की हिट फिल्मों में से एक थी. ये ऑल टाइम ब्लॉकबस्टर फिल्म साबित हुई थी. 2 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने वर्ल्डवाइड करीब 26 करोड़ का बिजनेस किया था. ये उस समय अपने आपमें बड़ा रिकॉर्ड था. इतना ही नहीं, ये फिल्म सिनेमाघरों में 3 महीने तक टिकी रही थी. ये फिल्म 1993 की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बन गई थी.
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